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Lien Amount in Hindi – बैंक द्वारा (Lien) ग्रहणाधिकार राशि क्या है?

कई बार हमारे सामने ऐसी परिस्थितियां भी आती है जब बैंक द्वारा एक निश्चित राशि Lien कर ली जाती है। क्या आप भी किसी बैंक द्वारा आपके खाते पर कुछ राशि Lien की गई है, और आप इसे लेकर काफी चिंतित और भ्रमित है? तो आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं? क्योंकि, कभी ना कभी हर किसी के खाते पर इस तरह का लियन राशि लगाई जाती है। जिससे कि एक निश्चित राशि आप अपने खाते से निकाल नहीं पाते हैं। आज के हमारे इस लेख में हम इस बारे में चर्चा करेंगे कि Lien Amount in Hindi – बैंक द्वारा (Lien) ग्रहणाधिकार राशि क्या है? इसके अलावा हम अपने इस लेख में यह भी बताएंगे कि कोई भी बैंक कब आपके खाते पर Lien करके राशि रखता है। इसके अलावा आप किस तरह से Lien की गई राशि को हटा सकते हैं ताकि आप उस राशि को निकाल सके।

What is Lien Amount? – बैंक द्वारा ग्रहणाधिकार राशि क्या होती है?

बैंक द्वारा ग्रहणाधिकार राशि (Lien Amount) वह राशि होती है जो आपके बैंक खाते में निर्दिष्ट राशि को अवरोध करके रखती है। जिससे कि आप अपने बैंक खाते से एक निश्चित राशि नहीं निकाल पाते हैं। इस राशि को निकालने के लिए आपको अपने बैंक की या संबंधित प्राधिकरण के अनुमति की आवश्यकता होती है।

Lien Amount किसी भी बैंक द्वारा तब लिया जाता है जब किसी प्रकार का शुल्क इत्यादि बकाया हो। या फिर अदालत या न्यायाधिकरण जैसे प्राधिकरण के माध्यम से आपके खाते पर एक राशि ग्रहणाधिकार की गई हो। उस राशि का इस्तेमाल आप नहीं कर सकते और ना ही आप उसे बिना अनुमति के उपयोग में ला सकते हैं।

Lien Amount किस प्रकार लगाया जा सकता है? – ग्रहणाधिकार राशि कई प्रकार से लगाया जा सकता है:-

  • विशेष तौर पर लियन किया गया राशि।
  • सामान्य ग्रहणाधिकार का अधिकार।
  • ग्रहणाधिकार का अधिकार।

हालांकि, ज्यादातर बैंकों द्वारा Lien की गई राशि ग्रहणाधिकार ज्यादा चिंता का विषय नहीं होती है। जिसे आप अपने बैंक शाखा में जाकर के इसके बारे में जानकारी ले सकते हैं।

Lien amount meaning in hindi – ग्रहणाधिकार राशि का अर्थ क्या है?

लीन राशि का मतलब है कि वह धनराशि जो बैंक या वित्तीय संस्था एक व्यक्ति या व्यापारी के खाते में जमा करती है, ताकि वह व्यक्ति या व्यापारी अपनी किसी देय राशि के लिए बैंक के पास सुरक्षा के रूप में रखी जा सके। इसे लीन ग्रहणाधिकार भी कहा जाता है। जब कोई व्यक्ति या व्यापारी एक बैंक से ऋण लेता है, तो बैंक उस ऋण के लिए सुरक्षा के रूप में व्यक्ति या व्यापारी के खाते में एक लीन राशि रख सकता है। इस राशि का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना होता है कि बैंक को उसके द्वारा दी गई धनराशि का भुगतान समय पर मिले।

लीन राशि के माध्यम से, बैंक अपनी ब्याज और मुख्य राशि की रक्षा करता है, जिससे बैंक का वित्तीय रिस्क कम होता है। यदि उधार देने वाला व्यक्ति या व्यापारी अपने लीन पर ऋण का भुगतान नहीं करता है, तो बैंक लीन राशि को उसके लाभ के रूप में अदा कर सकता है।

लीन राशि का अंश भी यह है कि यह व्यक्ति या व्यापारी के खाते में निहित होती है और उसे साधारित तौर पर उपयोग में नहीं लाई जा सकती है। इसका मतलब है कि यदि व्यक्ति या व्यापारी अपने खाते से पैसे निकालना चाहता है, तो उसे पहले लीन राशि को पूरी तरह से भुगतान करना होगा।

लीन राशि के लिए बैंक या वित्तीय संस्था आमतौर पर एक निश्चित प्रतिशत की राशि मानते हैं, जो उधार देने वाले के ऋण के मूल राशि का एक निर्धारित हिस्सा होती है। इस राशि की गणना अनुमानित लाभ, व्यापार या अन्य फैक्टर्स के आधार पर की जाती है।

लीन राशि के माध्यम से बैंक और उधार देने वाले दोनों ही लाभान्वित होते हैं। बैंक को अपनी देय राशि की रक्षा मिलती है और उधार देने वाले को वित्तीय संबलता के साथ ऋण प्राप्त करने की सुविधा मिलती है।

इस तरह, लीन राशि एक महत्वपूर्ण वित्तीय संरक्षण उपाय है जो व्यावसायिक और व्यक्तिगत उधारण के लिए बैंकों द्वारा प्रयोग किया जाता है।

बैंकों द्वारा राशि ग्राहणाधिकार (Lien) क्यों की जाती है? इसके पीछे क्या कारण है?

आपका बैंक कई कारणों से आपके बैंक खाते पर राशि को अवरोध कर सकता है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। अगर आपने बैंक द्वारा लिया जाने वाला शुल्क अदा नहीं किया है, तो हो सकता है कि बैंक उस राशि को Lien करके रखें। इसके अलावा भी कई सारे कारण हो सकते हैं जिसके बारे में हम नीचे चर्चा करने वाले हैं।

यदि आपने अपने बैंक खाते को किसी विशेष काम के लिए जुड़ा है। जैसे कि ECS (Electronic Clearing System) के माध्यम से किस्त का भुगतान तो भी कई मामलों में बैंक द्वारा पैसे को अवरुद्ध कर के रखा जाता है। इसके अलावा अगर आपने अपने बैंक के IPO के लिए आवेदन दिया है। SEBI के नियम के अनुसार पहले आईपीओ के लिए आवेदन करने का तरीका अलग था। लेकिन अगर आपने अपने बैंक के माध्यम से ऑनलाइन एप्लीकेशन का उपयोग करते हुए अपने बैंक खाते के माध्यम से कहीं भी IPO (Initial Public Offering) के लिए आवेदन दिया है, तो ऐसी स्थिति में जब तक कि आपको कंफर्म एलॉटमेंट IPO का नहीं मिल जाता है, तब तक आपके बैंक खाते के पैसे अवरोध या Lien कर के रखे जाते हैं।

यदि आपको सही समय पर IPO allotment मिल जाता है तो अवरोध की गई राशि को संबंधित कंपनी को हस्तांतरित कर दी जाती है। यदि आपको आवंटन नहीं मिलता है, तो Lien Amount बैंक द्वारा हटा दिया जाता है। इस प्रक्रिया का लाभ यह है कि यदि आपको आवंटन नहीं मिलता और खाते में पैसे अभी भी यह तो आपको ब्याज अवश्य रूप से मिलता रहेगा। एक समय के बाद बैंक द्वारा Lien की गई राशि हटा दी जाती है।

यदि आप वर्चुअल कार्ड (Virtual Card) का उपयोग कर रहे हैं :- अलग-अलग बैंकों द्वारा अपने ग्राहकों के लिए सुगम और सुविधा देने के वास्ते वर्चुअल डेबिट कार्ड दिया जाता है। यदि आपने ऑनलाइन वर्चुअल डेबिट कार्ड के लिए आवेदन दिया है। तो इसके लिए भी बैंक आपके बचत खाते को Lien करके रख सकती है। वर्चुअल डेबिट कार्ड ऑनलाइन लेनदेन के लिए सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत प्रदान करती है। यह वर्चुअल कार्ड बहुत ही कार्ड के समान ही होती है। केवल अंतर यह होता है कि इसका उपयोग केवल ऑनलाइन लेनदेन के लिए किया जा सकता है और थोड़े समय के लिए यह सक्रिय होता है।

जब भी आप एक निश्चित राशि का वर्चुअल कार्ड बनाते हैं, तो वह राशि बैंक द्वारा Lien करके रख दी जाती है। इस राशि का उपयोग आप तब कर सकते हैं जब आप ऑनलाइन माध्यम से कोई खरीददारी कर रहे हो। और जिसके लिए आप वर्चुअल कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हो। यदि आप कार्ड की समाप्ति तक जो आमतौर पर 48 घंटे का होता है। अगर उपयोग नहीं करते हैं तो यह राशि Lien को हटा दिया जाता है। इस राशि का उपयोग आप आसानी से अपने बैंक बचत खाते से ही कर सकते हैं। अगर आपको वर्चुअल कार्ड की आवश्यकता नहीं है तो आप अपने इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से इसे हटा भी सकते हैं और तुरंत अपनी राशि प्राप्त भी कर सकते हैं।

बैंक सेवा शुल्क का भुगतान करने में विफल :- अगर आप बैंक द्वारा लगाए जाने वाले सेवाओं के शुल्क का भुगतान नहीं करते हैं तो ऐसी स्थिति में भी बैंक एक निश्चित राशि Lien करके रखती है। उदाहरण के तौर पर अगर आपने चेक बुक के लिए आवेदन दिया है और चेक बुक की सेवा शुल्क आपके खाते से नहीं कटी है तो ऐसी स्थिति में बैंक कुछ राशि Lien करके रख सकती है। ऐसे ही और भी कई सेवाओं के लिए बैंक राशि को अवरोध करती है।

अगर आपने फिक्स डिपाजिट के विरुद्ध क्रेडिट कार्ड लिया है – Credit Cards backed by Fixed Deposits :- यदि आप का क्रेडिट इतिहास काफी खराब है, तो आप फिक्स्ड डिपॉजिट के विरुद्ध क्रेडिट कार्ड प्राप्त कर सकते हैं। यह ग्राहक और बैंक दोनों के लिए फायदेमंद का सौदा होता है। जब बैंक इस क्रेडिट कार्ड को जारी करता है, तो यह आपके फिक्स डिपाजिट जमा पर कार्ड की यूनिट सीमा तय करता है। और फिक्स डिपाजिट की कुछ राशि को Lien करके रखी जाती है।

क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि का भुगतान ना करना :- यदि आपने क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि का भुगतान सही समय पर नहीं किया है तो बैंक द्वारा आपके खाते पर राशि या पैसों को Lien क्रिकेटर रख सकती है।

लोन पर छूट एवं ईएमआई (Missed EMIs on Loan) :- कई मामलों में देखा जाता है कि अगर आप किसी बैंक से लोन लिया है, और उसकी किस्त आप सही समय पर जमा नहीं कर पा रहे हैं। तो ऐसी स्थिति में बैंक कई बार एक निश्चित राशि को Lien करके रख लेती है।

न्यायालय या न्यायाधिकरण के आदेश के कारण (Lien Due to Court or Tribunal Orders) :- अगर आपका किसी प्रकार का केस किसी न्यायालय में चल रहा है, न्यायालय के आदेश के कारण भी आपके बैंक खाते पर राशि को Lien करके रखी जा सकती है।

कर विभाग द्वारा (Lien by Tax Department) :- यदि आपके पास यह मानने का कारण है कि आपके पास Tax बकाया है तो कर विभाग द्वारा आपके बैंक खाते पर Lien करके कुछ पैसे रखिए जाते हैं। जिसके तहत बैंक को भी कुछ कानूनी प्रक्रिया का पालन करना होता है।

संदिग्ध गतिविधि के कारण :- कभी-कभी इस संदिग्ध गतिविधि के कारण भी राशि को Lien करके रखा जाता है। ताकि आपके पैसे बैंक में सुरक्षित रहें। और कई मामलों में यह भी देखा जाता है कि अगर आप ने बैंक ड्राफ्ट जारी करने के लिए आवेदन दिया है या आपने किसी को चेक जारी की है तो इस कारण से भी पैसों को बैंक Lien करके रख सकती है।

तकनीकी त्रुटि (Technical Errors) :- कुछ तकनीकी त्रुटि के कारण या तो अंतर्निहित सॉफ्टवेयर द्वारा इसे संभालने वाले व्यक्ति द्वारा की गई गलती के कारण आप अपने खाते पर राशि का अवरोध प्राप्त कर सकते हैं। इस तरह की शिकायत पर Lien किए गए पैसों को हटाने के लिए आपको अपने ग्राहक सेवा केंद्र या शाखा प्रबंधन से संपर्क करने की आवश्यकता होती है।

अगर इन्हें कुछ कारणों से आपके बैंक खाते पर कोई राशि Lien करके रखी जाती है। तो कई मामलों में आप इंटरनेट बैंकिंग की सहायता से Lien की गई राशि को हटा सकते हैं। और उन पैसों का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप राशि अवरोध को हटाने में आज सक्षम है तो आप अपने नजदीकी ग्राहक सेवा या बैंक के शाखा प्रबंधक से मिलकर के Lien की गई राशि को हटा सकने में सक्षम होते हैं।

 

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