What is Ambush Marketing? – एम्बुश मार्केटिंग क्या है?

एम्बुश मार्केटिंग एक प्रकार का विपणन है जिसमें उत्पाद या सेवाओं को उपभोक्ताओं के सामने बिना पूर्व सूचना देने के रूप में प्रदर्शित किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य ध्यान आकर्षित करना और तत्परता पैदा करना होता है, जिससे उत्पाद या सेवा की बिक्री बढ़ सके। यह अकसर चुपचाप, अनायास या अनचाहे तरीके से किया जाता है। आज का हमारे इसलिए हम लोग इसी बारे में चर्चा करेंगे की, What is Ambush Marketing? – एम्बुश मार्केटिंग क्या है?

एम्बुश मार्केटिंग एक विपणन (Marketing) रणनीति है जिसमें उत्पाद या सेवा को उपभोक्ताओं के सामने बिना पूर्व सूचना दिए प्रदर्शित किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य उपभोक्ताओं का ध्यान आकर्षित करना और उन्हें उत्पाद या सेवा के प्रति तत्परता पैदा करना होता है। एम्बुश मार्केटिंग नामक संचार रणनीति के तहत, कंपनियों या विपणनकर्ताओं द्वारा अनियमित या अनचाहे तरीके से ब्रांडिंग, प्रमोशन या प्रचार किया जाता है।

एम्बुश मार्केटिंग का उदाहरण विश्वकप या ओलंपिक जैसे बड़े खेल कार्यक्रमों में देखा जा सकता है, जहां कोई कंपनी, जो उस खेल संघटन के अधिकारी नहीं है, अपने उत्पादों या सेवाओं का प्रचार करती है। उदाहरण के लिए, किसी स्पोर्ट्स उत्पाद ब्रांड जो किसी खेल के विश्वकप का प्रमुख प्रायोजक नहीं है, उस खेल के आयोजन के दौरान अपने उत्पादों का प्रमोशन कर सकता है। इस प्रकार का प्रमोशन आमतौर पर उन विपणन कार्यों को सम्मिलित करता है जो आयोजक कंपनी या इवेंट के प्राथमिक प्रायोजकों के द्वारा किए जाते हैं।

एम्बुश मार्केटिंग की प्रमुखता उसके अनायास, असमान और अचेतन स्वरूप में है। इस रणनीति के अनुयायी उपभोक्ताओं के ध्यान को आकर्षित करने के लिए उन्हें एक सार्वजनिक घटना, स्थल या संदर्भ के साथ जोड़ा जाता है, जिसमें उत्पाद या सेवा की वास्तविक संबंधितता नहीं होती है। इस प्रकार के मार्केटिंग विचारधारा के अंतर्गत, कंपनियों ने अक्सर उपभोक्ताओं के साथ संबंध बनाने के लिए सामाजिक माध्यमों, विज्ञापन, या सामाजिक इवेंट्स का इस्तेमाल किया है।

What is Ambush Marketing? – एम्बुश मार्केटिंग क्या है?

एम्बुश मार्केटिंग एक ऐसी विपणन रणनीति है जिसमें किसी उत्पाद या सेवा को उपभोक्ताओं के सामने बिना पूर्व सूचना दिए प्रदर्शित किया जाता है। इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं का ध्यान आकर्षित करना और उन्हें उत्पाद या सेवा के प्रति तत्परता बढ़ाना होता है, अकसर अनियमित, अनायास या अनचाहे तरीके से। यह उत्पाद या सेवा के प्रमोशन को अवैध रूप से या अनुमति के बिना किया जाता है।

एंबुश मार्केटिंग का एक बेहतरीन उदाहरण

एम्बुश मार्केटिंग का एक बेहतरीन उदाहरण है 2014 की फीफा विश्वकप में नेदरलैंड्स और स्पेन के बीच के मैच में होने वाले घटनाक्रम। इस मैच में, नेदरलैंड्स की जीत के बाद, जब फीफा विश्वकप के एक्स्क्लूसिव स्पॉन्सर कंपनी को ट्रोफी प्रदान करने की प्रक्रिया शुरू हुई, एक उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ब्रांड ने अचानक उतरकर स्टेज पर उतरा और अपना लोगो और उत्पादों को दिखाया।

इस अचानक उतरने की कार्रवाई से स्थिति अवांछनीय बन गई, क्योंकि यह विश्वकप के आधिकारिक स्पॉन्सर के विरुद्ध थी। इसके बाद, स्थानीय सुरक्षा अधिकारियों ने उन्हें स्थान से हटाने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने अपने प्रमोशन को पूरा करने के लिए खुद को अग्रसर रखा। यह घटना अप्रिय अनुभव के रूप में याद किया जाता है, लेकिन इसने इस ब्रांड को बेहद बड़ी मीडिया पहुंच प्रदान की और उसके उत्पादों को बेहतर जानकारी और प्रतिस्पर्धा का एक समाधान प्रदान किया।

Types of Ambush Marketing – एंबुश मार्केटिंग के प्रकार

एम्बुश मार्केटिंग के कई प्रकार होते हैं, जो निम्नलिखित हो सकते हैं:

  1. सामर्थ्य प्राधान एम्बुश मार्केटिंग: इसमें उत्पाद या सेवा को किसी विशेष आयोजन, स्थल, या घटना के संदर्भ में प्रदर्शित किया जाता है, जिससे उसकी बिक्री बढ़ सकती है।
  2. उपभोक्ता प्राधान एम्बुश मार्केटिंग: इसमें उत्पाद या सेवा को उपभोक्ताओं के साथ संबंध बनाने के लिए सामाजिक मीडिया, इवेंट्स, या अन्य सार्वजनिक संदर्भों में प्रदर्शित किया जाता है।
  3. विपणन प्राधान एम्बुश मार्केटिंग: इसमें किसी विशेष विपणन या प्रमोशन कार्यक्रम के संदर्भ में उत्पाद या सेवा का प्रदर्शन किया जाता है, जिससे उत्पाद या सेवा का प्रचार होता है।
  4. उत्पाद प्राधान एम्बुश मार्केटिंग: इसमें उत्पाद के स्वाधीन प्रचार के लिए निजी उत्पाद प्रदाता या विक्रेता द्वारा अनुमति प्राप्त नहीं होने के बावजूद, उत्पाद को प्रमोट किया जाता है।
  5. सामाजिक या आर्थिक प्राधान एम्बुश मार्केटिंग: इसमें किसी सामाजिक या आर्थिक संदेश के साथ उत्पाद या सेवा को प्रमोट किया जाता है, जिससे ब्रांड का संदेश सामाजिक या आर्थिक संदेश के साथ संबंधित होता है।

ये प्रकार विभिन्न संदर्भों और उद्देश्यों के अनुसार एम्बुश मार्केटिंग की विभिन्न रूपों को दर्शाते हैं।

भारत में एम्बुश मार्केटिंग

भारत में भी एम्बुश मार्केटिंग काफी प्रचलित है। यहाँ पर कुछ उदाहरण हैं:

  1. क्रिकेट मैचों में ब्रांड प्रमोशन: क्रिकेट भारत में एक लोकप्रिय खेल है और बहुत से ब्रांड अक्सर क्रिकेट मैचों के समय अपने उत्पादों का प्रमोशन करते हैं, चाहे वह आधिकारिक स्पॉन्सर हों या नहीं।
  2. टीवी शो में विज्ञापनों का अप्राधान रूप: कुछ ब्रांड अक्सर टीवी शो में अपने उत्पादों का प्रमोशन करते हैं, जिनके स्पॉन्सर नहीं होते, उसे एम्बुश मार्केटिंग कहा जा सकता है।
  3. सामाजिक मीडिया में उपयोग: बहुत से ब्रांड सामाजिक मीडिया प्लेटफ़ॉर्मों का इस्तेमाल करके अपने उत्पादों या सेवाओं का प्रमोशन करते हैं, जिनके स्पॉन्सर नहीं होते।
  4. दिवाली और होली जैसे त्योहारों में ब्रांडिंग: कुछ ब्रांड विशेष त्योहारों के दौरान अपने उत्पादों का प्रमोशन करते हैं, जैसे कि दिवाली और होली। इसमें वे उत्पादों को उपभोक्ताओं के सामने अचानक प्रदर्शित कर सकते हैं।
  5. समाचार संदर्भों में प्रमोशन: कई बार ब्रांड खबरों या मुद्दों के संदर्भ में अपने उत्पादों का प्रमोशन करते हैं, जिनके स्पॉन्सर नहीं होते।

ये उदाहरण भारत में एम्बुश मार्केटिंग के कुछ उपयोग को दिखाते हैं, जो कि उत्पादों या सेवाओं को अचानक और अनियमित रूप से प्रमोट कर सकते हैं।

Benefits of Ambush Marketing – एंबुश मार्केटिंग के फायदे

एक उत्पाद विक्रेता को एंबुश मार्केटिंग के जरिए कई सारे फायदे पहुंचते हैं । यह एक मार्केटिंग की स्ट्रैटेजी है जिसकी मदद से वह अपने प्रोडक्ट को लोगों के सामने अचानक से प्रस्तुत करते हैं। इस तरह से वह अपने ग्राहकों के साथ संवाद करने के साथ-साथ मुफ्त में अपनी प्रोडक्ट की एडवरटाइजिंग भी कर लेते हैं। एंबुश मार्केटिंग के कई फायदे हो सकते हैं, जैसे कि:

  1. ग्राहकों के साथ संवाद: इससे आप ग्राहकों के साथ संवाद कर सकते हैं और उन्हें अपने उत्पादों या सेवाओं के बारे में अधिक जानकारी प्रदान कर सकते हैं।
  2. नई ग्राहकों का प्राप्ति: एंबुश मार्केटिंग के माध्यम से आप नई ग्राहकों को आकर्षित कर सकते हैं, जो आपके व्यापार की बढ़ती आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं।
  3. ब्रांड प्रतिष्ठा: अच्छी एंबुश मार्केटिंग से, आप अपने ब्रांड की प्रतिष्ठा बढ़ा सकते हैं और लोगों को अपने उत्पादों या सेवाओं के लिए आपके ब्रांड को विश्वसनीय मान सकते हैं।
  4. बाजार सांचार: एंबुश मार्केटिंग आपको अपने उत्पादों या सेवाओं को बाजार में प्रस्तुत करने का मौका देता है, जिससे आप अपनी बाजार भूमिका को मजबूत कर सकते हैं।
  5. प्रतिस्पर्धा से पहले: अगर आप अपने प्रतिस्पर्धियों से पहले एंबुश मार्केटिंग का उपयोग करते हैं, तो आप अपने उत्पादों या सेवाओं को अग्रणी अवस्था में स्थापित कर सकते हैं।

एंबुश मार्केटिंग के फायदे और नुकसान निम्नलिखित हैं:

फायदे:

  1. सीधा संवाद: एंबुश मार्केटिंग ग्राहकों के साथ सीधे संवाद में ले जाता है, जिससे उत्पादों या सेवाओं की विशेषताओं को समझने में मदद मिलती है।
  2. नई ग्राहकों का प्राप्ति: इससे नए ग्राहकों को आकर्षित करने का मौका मिलता है, जो व्यापार के लिए नई आवेदन की स्रोत हो सकते हैं।
  3. ब्रांड प्रतिष्ठा: अच्छी एंबुश मार्केटिंग से, व्यापार की ब्रांड प्रतिष्ठा बढ़ सकती है और ग्राहकों के विश्वास को प्राप्त करने में मदद कर सकती है।
  4. बाजार सांचार: यह व्यापार को अपने उत्पादों या सेवाओं को बाजार में प्रस्तुत करने का एक अच्छा माध्यम प्रदान करता है।
  5. प्रतिस्पर्धा से पहले: एंबुश मार्केटिंग व्यापार को प्रतिस्पर्धियों से पहले बाजार में प्रस्तुत करने में मदद करता है।

नुकसान:

  1. समय और धन की बर्बादी: एंबुश मार्केटिंग की योजना को अच्छी तरह से नहीं प्लान किया गया हो तो इससे समय और धन की बर्बादी हो सकती है।
  2. अनपेक्षित प्रतिक्रिया: अनपेक्षित समय या स्थान पर एंबुश मार्केटिंग करने से ग्राहकों में नकारात्मक प्रतिक्रियाएं भी हो सकती हैं।
  3. उत्पाद की गलत उपयोगकर्ता विशेषताएं: यदि ग्राहकों को उत्पाद की सही जानकारी नहीं दी जाती है तो यह वास्तविक उपयोग में विपरीत प्रभाव डाल सकता है।
  4. क्रियाशील दृष्टिकोण: एंबुश मार्केटिंग आकर्षण या संदेश को ताजगी से व्यक्त करने के लिए आवश्यकता है, जो कई बार लागू की जाने वाली उपाय होती है।
  5. विवाद या उत्तेजना: अनजाने या अनचाहे एंबुश मार्केटिंग प्रयास से ग्राहकों में विवाद या उत्तेजना भी पैदा हो सकती है।

इस प्रकार, एंबुश मार्केटिंग के फायदे और नुकसान हो सकते हैं, और इसका सही उपयोग और योजना की आवश्यकता होती है।

निष्कर्ष

एंबुश मार्केटिंग एक उपयोगी मार्केटिंग उपाय है जो उत्पादों या सेवाओं को निश्चित समय और स्थान पर ग्राहकों के सामने प्रस्तुत करता है। यह अन्य मार्केटिंग शैलियों की तुलना में प्रभावी और अधिक संवेदनशील हो सकता है क्योंकि यह ग्राहकों को उत्पादों या सेवाओं के साथ सीधे संवाद में ले जाता है। इसके फायदे में ग्राहकों के साथ संवाद, नई ग्राहकों का प्राप्ति, ब्रांड प्रतिष्ठा का बढ़ना, बाजार सांचार और प्रतिस्पर्धा से पहले अपने उत्पादों या सेवाओं को बढ़ावा देना शामिल है। इसके माध्यम से व्यापारी ग्राहकों को अपने उत्पादों या सेवाओं की सीधी पहुंच प्रदान करते हैं, जिससे उनकी बिक्री और प्रतिष्ठा बढ़ती है।

एंबुश मार्केटिंग का निष्कर्ष यह है कि यह एक प्रभावी मार्केटिंग उपाय हो सकता है जो ग्राहकों को सीधे संवाद में लेता है और उत्पादों या सेवाओं को अधिक सामान्य और अन्य विधियों से प्रस्तुत करने में मदद करता है। हालांकि, इसके साथ ही, यह सही योजना और प्रबंधन के बिना नुकसानों का सामना कर सकता है, जो समय और धन की बर्बादी और अनपेक्षित प्रतिक्रियाओं का कारण बन सकते हैं। इसलिए, एंबुश मार्केटिंग को समझने और उसे सही तरीके से लागू करने के लिए व्यवसायी को उत्पादों या सेवाओं की विशेषताओं, ग्राहकों की आवश्यकताओं और बाजार की प्रतिक्रिया को ध्यान में रखना चाहिए।

Sharing Is Caring:

दोस्तों में, facttechno.in का संस्थापक हूं। मैं अपनी इस ब्लॉग पर टेक्नोलॉजी और अन्य दूसरे विषयों पर लेख लिखता हूं। मुझे लिखने का बहुत शौक है और हमेशा से नई जानकारी इकट्ठा करना अच्छा लगता है। मैंने M.sc (Physics) से डिग्री हासिल की है। वर्तमान समय में मैं एक बैंकर हूं।

बिरसा मुंडा का जीवन परिचय

बिरसा मुंडा का जीवन परिचय

बिरसा मुंडा एक महत्वपूर्ण भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और समाजसेवी थे, जो झारखंड के मुक्तिसेना आंदोलन के नेता थे। उन्होंने आदिवासी और दलितों के अधिकारों की लड़ाई लड़ी और उनके समर्थन…

राजा राममोहन राय

राजा राममोहन राय

राजा राममोहन राय भारतीय समाज सुधारक, विद्वान, और समाजशास्त्री थे। वे 19वीं सदी के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यमी और समाज सुधारक थे। उन्होंने समाज में अंधविश्वास, बलात्कार, सती प्रथा, और दाह-संस्कार…

महर्षि दयानंद सरस्वती

महर्षि दयानंद सरस्वती की जीवनी

महर्षि दयानंद सरस्वती, जिन्हें स्वामी दयानंद सरस्वती के नाम से भी जाना जाता है, 19वीं सदी के महान धार्मिक और समाज सुधारक थे। उन्होंने आर्य समाज की स्थापना की, जो…

एपीजे अब्दुल कलाम की जीवनी

एपीजे अब्दुल कलाम की जीवनी

ए. पी. जे. अब्दुल कलाम, भारतीय राष्ट्रपति और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के पूर्व अध्यक्ष के रूप में प्रसिद्ध थे। उनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम…

डॉ भीमराव आंबेडकर जीवनी

डॉ भीमराव आंबेडकर जीवनी

डॉ. भीमराव आंबेडकर, भारतीय संविधान निर्माता, समाजसेवी और अधिकारिक हुए। उनका जन्म 14 अप्रैल 1891 को महाराष्ट्र के एक दलित परिवार में हुआ था। उन्होंने अपने जीवन में अनेक क्षेत्रों…

कालिदास का जीवन परिचय

कालिदास का जीवन परिचय

कालिदास भारतीय साहित्य का एक प्रमुख नाम है जिन्हें संस्कृत का महाकवि माना जाता है। उनका जन्म और जीवनकाल निश्चित रूप से नहीं पता है, लेकिन वे आधुनिक वास्तुगामी मतानुसार…

Leave a Comment