हाल ही में कोरोना वायरस ने चीन में सैकड़ों लोगों को बीमार बनाया है और साथ ही में कई लोगों की जान इस virus के चलते चली गई है। चीन में कोरोनावायरस के कर्ज मरने वालों की कुल संख्या 212 को पार कर गई है और ऐसे कई लोगों है जो अभी भी कॉरिडोर वायरस से प्रभावित है। दोस्तों आज के हमारे इस आर्टिकल में हम लोग आप लोगों को यह बताने वाले हैं कि कोरोना वायरस क्या है? क्या यह कोई नया तरीका का वायरस है?
कोरोना वायरस क्या है? कोरोना वायरस कहां से आया?
कोरोना वायरस को लेकर के दुनियाभर और हर देश में इसकी चर्चा चल रही है। और आप में से हर कोई या जाना चाहता है कि कोरोनावायरस क्या है? यह वायरस कहां से आया? क्या यह वायरस नया है यह फिर इसने पहले भी इस दुनिया में कई लोगों की जान ली है।
जापान और जर्मनी में पहली बार कोरोना वायरस के कारण लोगों की मौतें हुई है। यानी कि आप यह कह सकते हैं कि कोरोनावायरस का पहला मरीज जापान और जर्मनी में पाया गया था। जापान और जर्मनी मैं ही पहली बार इस विषाणु के मानव से मानव में फैलने की जानकारी मिली थी।
कोरोना वायरस की उत्पत्ति कैसे हुई?
जब भी हम किसी न्यूज़पेपर या सोशल मीडिया पर करना वायरस का जिक्र होता है तो हमारे मन में सबसे पहला सवाल यही आता है कि इस वायरस की उत्पत्ति कहां से हुई होगी। अगर मेडिकल साइंस की बात करें तो कोरोनावायरस कुछ खास प्रकार के प्रजाति के जानवरों में ही पाया जाता है। इन खास प्रजातियों में से चमगादड़ और सांप शामिल है। जब इंसानों के अंदर पहुंचा तो इसने इंसानों के अंदर भी जीवित रह पाने यानी इंसानी शरीर में ठीक तरीके से पनपने के लिए अपने अंदर रोहतक क्षमता पैदा की।
इस वायरस का नाम क्यों पड़ा कोरोना?
कोई भी समझदार इंसान इस बात को आसानी से समझ सकता है कि जब भी कोई नया वायरस आता है तो वैज्ञानिकों द्वारा उसका एक नाम उसके आकार और उसके आधार पर दिया जाता है। आप इसको समझने के लिए एक उदाहरण ले लीजिए की कोरोना वायरस का नाम कोरोना क्यों पड़ा?
एक उदाहरण के जरिए हम यहां पर आपको यह समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्यों corona वायरस का नाम कोरोना पड़ा है। जब सूर्य ग्रहण होता है यानी सूर्य ग्रहण के वक्त जब पृथ्वी सूर्य को पूरी तरह से ढक देती है तो गोले के रूप में सूरज दिखना तो बंद हो जाता है लेकिन उसकी किरणें द्वारा हर तरफ फैले रोशनी दिखाई पड़ती है, दूसरे शब्दों में आप इसे इस तरह भी समझ सकते हैं जैसे कि कोई सूरजमुखी के फूल की तरह की संरचना बना जाती है। जो बीच से कली होती है और उसके चारों तरफ नरम किरणों का प्रकाश फैल रहा होता है जैसे सूरजमुखी की पंखुड़ियां होती है। इसी कारण इस वायरस का नाम कोरोना दिया गया है क्योंकि इसकी बनावट कोरोना जैसी ही है। दरअसल आप इसे दूसरे शब्दों में गोल कह सकते हैं इसकी सत्ता पर पृथ्वी के सूर्य ग्रहण के दौरान बनने वाले कोरोना जैसे होती है जो प्रोटीन स्टेज यानी शाखाएं हुई है जो हर दिशा में फैली हुई महसूस होती है।
कोरोना वायरस क्या पहली बार इंसान में फैला गया है?
कोरोना वायरस वायरस का एक बड़ा समूह है। इस तरह का वायरस जानवरों में आम वायरस है। आप यह कह सकते हैं कि यह वायरस नया नहीं है। मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार छोटे से लेकर बड़े लोग को इस virus के चलते अपनी जिंदगी में एक ना एक बार जरूर बीमार न संक्रमित हुए हैं। corona virus को हम लोग दो तरह के वायरस के रूप में विभाजित कर सकते हैं। MERS और SARS या दोनों ही वायरस खतरनाक साबित होते हैं। लेकिन सामान्य तौर पर कोरोना के दूसरे रूप इतने खतरनाक साबित नहीं होते। इसमें सामान्यता सर्दी जुखाम ही होता है।
नोबेल कोरोना वायरस MERS और SARS
कोरोना virus के आगे नोबल कोरोनावायरस इसलिए जुड़ा क्योंकि या एक नए तरीका का फीचर रखने वाला कोरोना वायरस है। कोरोना वायरस का प्रकोप दुनिया भर में बढ़ रहा है। 27 जनवरी 2020 को चीन से आए 3 लोगों को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भारत में कोरोना के तीन मामले देखे गए हैं, इसके चलते भारत में भी हाई अलर्ट घोषित किया गया है। कोरोना वायरस से बचने के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को मास्क का उपयोग करने और अपने हाथ धोने का सुझाव दिया है।
ऐसा माना जा रहा है कि कोरोनावायरस एक ही परिवार का है जो कि SARS वायरस है। कोरोना वायरस चीन में एक समुद्री भोजन बाजार से जुड़ा हुआ है। कोरोना वायरस के बारे में विस्तार से जानने से पहले हम देखेंगे कि कोरोनावायरस के मामले का पता कहां और कैसे चला था?
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, 13 जनवरी 2020 को चीन के बाहर थाईलैंड में यात्रा करने वाला एक चीनी नागरिक को कोरोना वायरस संक्रमण का पहला सबूत मिला था।
कोरोना नोबेल वायरस का पूरा जीनोम चीनी अधिकारियों द्वारा पोस्ट किया गया और इसे सीडीसी स्थित सारांश के अनुसार नोबल कोरोना वायरस 2019 (mCoV-2019) नाम दिया गया।
नोट:- सीडीसी रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र है जो वहान शहर और चीन में कोरोना वायरस के कारण होने वाले प्रकोप के ऊपर में निगरानी रख रहा है।
कोरोना वायरस क्या है?
कोरोना वायरस नीडो वायरस के परिवार से ही संबंधित है। यह विभिन्न प्रकार के वायरस है जो मनुष्य सहित स्तनधारियों के स्वसन पद को प्रभावित करते हैं। करुणा भारत से जुड़े कुछ लक्षण सामान्य सर्दी, निमोनिया, severe acute respiratory syndrome ( SARS), जो आपके स्वास्थ्य था गला को भी प्रभावित करता है।
Middle East Respiratory Syndrome MeRs और Servere acute Respiratory syndrome जैसे सामान्य सर्दी से अधिक गंभीर बीमारियों के लिए कौन सा वायरस बीमार भी एक कारण बन सकती है। छह प्रकार के कोरोनावायरस पाए जाते हैं जो मनुष्य को संक्रमित करते हैं और कई अन्य जो जानवरों को संक्रमित करते हैं।
मनुष्य में कोरोना वायरस के दो प्रकार ज्यादातर प्रभावित कहते हैं और मनुष्य को बीमार बना देते हैं:-
जैसे कि हमने ऊपर बताया है कि कोरोनावायरस के कुल 6 प्रकार होते हैं जिसमें से कुछ कोरोनावायरस मनुष्य को प्रभावित करते हैं तो कुछ जानवरों को, लेकिन दिखा जाता है कि मनुष्य में ज्यादातर दो ही प्रकार के कोरोनावायरस ज्यादा संक्रमण फैलाते हैं।
- Alpacoronavirus [HcoV-229E, HCoV-NL63]
- Betacoronavirus [HCoV-HKU1, HCoV-OC43]
यह दोनों कोरोनावायरस गंभीर रूप लेने पर संक्रमण का रूप ले लेती है जो एक मनुष्य दूसरे मनुष्य में फैल सकता है। चीन के युवान शहर में हुए इस संक्रमण में इन्हीं दोनों वायरस ने सबसे ज्यादा लोगों को संक्रमित किया है और इन्हीं के चलते कई सारे लोगों की जान भी गई है।
आम मनुष्य में कोरोनावायरस के सामान्य विषाणु मौजूद रहते हैं जो सामान्य सर्दी, और सामान्य बुखार और हल्के माध्य में स्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। यह आम कोरोनावायरस 229E, NL63, OC43, और HKU 1 होता है।
कोरोना वायरस के रोग के लक्षण
- सर दर्द होना
- नाक का बहना
- खांसी के साथ साथ जुखाम
- गले में खराश और बुखार आना
- शरीर ठीक ना लगना
- छींक आना
- तेज अस्थमा
- थकान
कभी-कभी यह निमोनिया, ब्रोंकाइटिस का कारण भी बनता है, कोरोना वायरस से संक्रमित लोग ऐसे लोग जल्दी संक्रमित हो जाते हैं जिनकी प्रतिरोधक क्षमता बहुत ही कम होती है। इनमें छोटे बच्चे, बुजुर्ग व्यक्ति, बड़े लोग भी शामिल हो सकते हैं।
कोरोनावायरस का उपचार या संक्रमण से आप किस तरह से बच सकते हैं?
कोरोना वायरस फैलने या एक दूसरे से संक्रमित होने से फैलता है इसके लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं।
● नियमित रूप से आप अपना हाथ जरूर धोएं।
● खास ने और चिकने के दौरान आप अपना मुंह और नाक को ढक सकते हैं।
● ठीक से पका हुआ मांस और अंडा का सेवन करें पके हुए मांस खाने पर बीयर संक्रमण फैल सकता है।
● आप समय-समय पर पर्याप्त पानी पिए धूम्रपान और धोने वाले क्षेत्रों से बचें।
● सिर दर्द और बुखार आने पर आप तुरंत उसकी दवा ले ले।
कोरोना वायरस कैसे फैलता है?
कोरोना वायरस एक संक्रमण है, वायरस एक आदमी से दूसरे आदमी आदमी यहां तक कि जानवर सभी इंसानों में फैल सकता है। कोरोना वायरस निम्नलिखित तरीके से फैल सकता है।
- खांसते और छींक आना समय समय इसके वायरस हवा में फैल सकते हैं, जिसके चलते हवा से दूसरे व्यक्ति में भी यह संक्रमण हो सकता है।
- संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने पर भी वायरस फैल सकता है।
- ऐसी ऐसी सतह या वस्तु के संपर्क पर आना जिसमें संक्रमित वायरस हो अगर आप उसे छू लेते हैं तो उससे भी संक्रमण फैल सकता है।
- ऐसा भी हो सकता है कि कोई व्यक्ति अगर कोरोनावायरस से संक्रमित है यदि उसके मल के संपर्क में आने से संक्रमण हो सकता है।
दोस्तों आज के हमारे इस आर्टिकल में हमने आप लोगों को कोरोनावायरस से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराने की कोशिश की है। कोरोना वायरस क्या होता है? कोरोना वायरस कैसे फैल सकता है? कोरोना वायरस से कैसे बचे? इनके बारे में जानकारी उपलब्ध कराई है। दोस्तों आशा करता हूं कि आपको हमारा या आर्टिकल पसंद आया होगा। आप हमारे आर्टिकल को अपने दोस्तों और सगे संबंधियों के साथ में शेयर भी कर सकते हैं। आप अपने अनमोल विचार और सुझाव हमें कमेंट बॉक्स में दे सकते हैं अगर आपकी कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट करके भी पूछ सकते हैं।