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How Does an Igloo Keep You Warm? इग्लू आप को कैसे गर्म रखता है?

जरा कल्पना कीजिए कि आप अंटार्टिका में कोई बर्फीले क्षेत्र में घूम रहे हैं। जहां पर कड़ाके की ठंड पडती है। ऐसी स्थिति में ठंड से बचने के लिए आपके पास एक ही सहारा है। वह है इग्लू। हम सब ने अपनी विज्ञान की किताब में इग्लू के बारे में तो जरूर ही पड़ा होगा। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि बर्फ वाली घर इग्लू आप को कैसे गर्म रखता है? आज के हमारे इस लेख में हम इसी बारे में जानकारी लेंगे की How Does an Igloo Keep You Warm? इग्लू आप को कैसे गर्म रखता है?

इसके साथ ही हम यह भी जानकारी लेंगे की किसके साथ कौन-कौन से रोचक तथ्य जुड़े हुए हैं। अधिकतर कार्टून फिल्मों और वीडियो में दिखाया जाता है कि इग्लू में पेंगुइन रहते हैं। लेकिन, ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। इग्नू में एस्किमो रहते हैं। यह खासतौर पर पृथ्वी के उत्तरी हिस्से यानी आर्टिक क्षेत्र में पाए जाते हैं। जहां के मूल निवासियों को इनवाइट कहा जाता है। पहली बार इगलू को इनुइट लोगों द्वारा ही बनाया गया था।

How Does an Igloo Keep You Warm? इग्लू आप को कैसे गर्म रखता है?

एक इग्लू जो उसे जमने वाली बर्फ से बनी होती है, जो हमें ठंडा करती है लोगों को गर्म रखने में भी यह काफी मददगार साबित होती है पर कैसे? इसके बारे में हम यहां पर जानकारी लेने वाले हैं।

ठंडी रातों में एक कंबल का एक छोटा सा टुकड़ा भी हमें गर्मी और आरामदायक महसूस कराता है। हालांकि आपको यह पता है कि कंबल की अपनी गर्मी नहीं होती है। कंबल हमारे शरीर की गर्मी को बाहर निकलने से रोक देता है। जिससे कि कंबल के अंदर हमें गर्मी का महसूस होना स्वाभाविक रूप से लगता है।

इग्लू इसी सिद्धांत पर काम करती है। इग्लू एक विशाल कंबल के रूप में कार्य करता है और अपनी दीवारों के भीतर एक व्यक्ति के शरीर की गर्मी को बाहर जाने से रोक देता है।

हमें ठंड क्यों लगती है?

कहा जाता है कि इग्लू के अंदर आपको ठंड नहीं लगती है? जैसा कि हमने इस बारे में जिक्र किया है कि किस की दीवार है आपके शरीर से निकलने वाली गर्मी को बाहर जाने नहीं देती जिस वजह से आपको ठंड नहीं लगती है।

लेकिन, हमारा सवाल यह है कि हमें ठंड क्यों लगती है? उस्मा ऊर्जा का रूप है जिसे एक शरीर से दूसरे शरीर पर स्थानांतरित किया जा सकता है। हिट ऊर्जा उच्च तापमान वाले क्षेत्रों से कम तापमान वाले क्षेत्रों में तब तक चलती है जब तक कि दोनों क्षेत्रों का तापमान बराबर ना हो जाए और इसके परिणाम स्वरूप थर्मल संतुलन ना हो जाए।

ऊष्मा की याद गति 3 तरह से हो सकती है।

  1. चलन (Conduction)
  2. संवहन (Convection)
  3. रेडिएशन (Radiation)

चलन – Conduction

इस प्रक्रिया में वस्तुओं के बीच सीधे ही भौतिक संपर्क द्वारा ऊष्मा का स्थानांतरण होता है। इसमें पदार्थ की शाब्दिक गति शामिल होती है। लेकिन थर्मल ऊर्जा अनु में स्थानांतरण भी होता है। अगर आप एक गरम कढ़ाई को छूते हैं तो आपके हाथ जल जाएंगे। इस उदाहरण में कड़ाई से गर्मी आपके हाथों में स्थानांतरित होती है।

संवहन – Convection

यह ज्यादातर तरल पदार्थ मैं गर्मी को हस्तांतरित करने का प्रमुख कारण होता है। यह घनत्व के आधार पर अणुओं की गति द्वारा ऊष्मा का स्थानांतरण करती है। गर्म हवा ऊपर उठती है और ठंडी हवा संवहन के कारण नीचे आती है।

रेडिएशन – Radiation

रेडिएशन विद्युत चुंबकीय विकिरण के रूप में गर्मी का हस्तांतरण करती है। इसके लिए किसी भी तरह के मीडियम की आवश्यकता नहीं होती है। इसलिए रेडिएशन के माध्यम से भी एक वैक्यूम के अंदर उस्मा का हस्तांतरण करना मुमकिन होता है। जैसे कि सूर्य रेडिएशन के माध्यम से ही पूरे अंतरिक्ष को गर्म रखता है।

देखा जाए तो गर्म और ठंडा शब्द वास्तव में गर्मी का ही वर्णन करते हैं। गर्मी खोने वाले शरीर ठंडे हो जाते हैं जबकि गर्मी पाने वाले शरीर गर्म हो जाते हैं। इसलिए जब आपको ठंडी लगती है तो आप केवल गर्मी खो रहे होते हैं।

इन्हीं तीनों सिद्धांतों का उपयोग करते हुए आपको इग्लू के अंदर में गर्मी महसूस होती है। यानी कि इग्लू के अंदर इन्हीं तीनों सिद्धांतों का इस्तेमाल किया जाता है।

इनुइटस कौन है? Who are Inuits?

इग्लू पारंपरिक रूप से अलास्का, कनाडा और ग्रीनलैंड के आरकेटी क्षेत्र की स्वदेशी आबादी से जुड़े हुए हैं। इन्हें इनुइटस (Inuits) भी कहा जाता है।

इनूइट या एस्किमो द्वारा बनाया गया इग्लू

इन्हीं के द्वारा इग्लू का निर्माण सबसे पहले किया गया था। जिनका उपयोग शीतकालीन घर के रूप में या शिकार अभियान के लिए किया जाता है।

इग्लू जैसे घर का निर्माण करने के लिए कंप्रेस्ड बर्फ (Compressed Snow) का इस्तेमाल होता है। इस तरह के घर इंसुलेटर का काम करते हैं। जिसके अंदर 95 फ़ीसदी तक फंसी हुई हवा और आधे जमे हुए पानी के अलावा कुछ नहीं होता है।

छोटे बर्फ के क्रिस्टल के बीच फंसी हवा के अनु जब एयर पॉकेट बनाते हैं तो यह एक बहुत ही बढ़िया इंसुलेटर के रूप में काम करना शुरू कर देता है। संवहन के कारण गर्मी को बाहर के ठंडे वातावरण में जाने से रोक देती है।

बर्फ मूल रूप से जमे हुए पानी होते हैं और इसमें ज्यादा मात्रा में हवा या एयर पॉकेट नहीं होते हैं। जो इसे एक खराब इंसुलेटर बनाते हैं। इस प्रकार इग्लू के निर्माण के लिए बर्फ को प्राथमिकता दी जाती है।

ताजा गिरी हुई बर्फ पतली नरम और खस्ता होती है। जिसका इस्तेमाल आप मजबूत संरचना बनाने के लिए नहीं कर सकते हैं। इसलिए पहाड़ी इलाकों में गिरी हुई बर्फ को काट कर के इग्लू जैसे घरों का निर्माण किया जाता है।

How Does an Igloo Keep You Warm? इग्लू आप को कैसे गर्म रखता है?

मानव शरीर हमारे द्वारा उपयोग किए जाने वाले भोजन से ऊर्जा को उस्मा के रूप में बदल देता है। यह ऊष्मा ऊर्जा हमारे शरीर से बाहर वातावरण में Conduction, Convection और रेडिएशन के माध्यम से बाहर निकल जाती है।

बची हुई गर्मी संवहन के जरिए इग्लू के चारों ओर घूमती रहती है और इसके अंदर की कुछ हवा को गर्म रखती है। जो की ठंडी हवा गर्म हवा की तुलना में घनी होती है। इस वजह से ठंडी हवा इग्लू के फर्श पर नीचे बैठ जाती है। जबकि गर्म हवा पूरे इग्ले को गर्म रखती है।

यही वजह है कि इग्लू जैसे घर का निर्माण करते वक्त इस बात का ध्यान रखा जाता है कि बिस्तर छत की तरफ ऊपर हो। जहां गर्म हवा होती है। वही नीचे खाना पकाने, बर्तन रखने जैसे काम किए जाते हैं। इंसुलेटिंग बर्फ की दीवारें शरीर की गर्मी को इग्लू के अंदर ही रखती है बाहर हस्तांतरित करने से रोक देती है।

इस तरह से देखा जाए तो इग्लू अंदर और बाहर के तापमान को नियंत्रित करके इसे गर्म रखता है।

इग्लू कितना गर्म हो सकता है?

बर्फीले ठंडी इलाके में अगर आप इस तरह के घर का निर्माण करते हैं तो यह काफी गरम हो सकता है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इसके अंदर तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक आपके शरीर के गर्मी का इस्तेमाल करते हुए रखा जा सकता है।

एक शोध के दौरान यह पाया गया कि इग्लू के अंदर लोगों के शरीर के तापमान लगभग 36 डिग्री सेल्सियस के आस पास था। वही बाहर का तापमान लगभग 16 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था। वही इग्लू के दीवारों का तापमान 1 डिग्री सेल्सियस था। अगर यहां पर और भी लोग होते तो शायद इस का तापमान और भी बढ़ सकता था।

भले ही 16 डिग्री सेल्सियस और 1 डिग्री सेल्सियस एक आरामदायक तापमान नहीं है। लेकिन, इतनी तापमान आपको अंटार्टिका या आर्टिक जैसे क्षेत्र में बचाने के लिए काफी है। क्योंकि इन क्षेत्रों का तापमान रात के समय -40 ℃ से -50 ℃ तक पहुंच जाता है। ऐसी स्थिति में आपके पास इग्लू में शरण लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता है।

निष्कर्ष

यह बहुत ही आश्चर्यजनक है कि किस तरह से एस्किमो द्वारा कितनी गणित और भौतिकी का इस्तेमाल करते हुए इस तरह के इग्लू घर का निर्माण किया होगा। इसलिए हम यह कह सकते हैं कि एक लो एक सरल प्रकार का निर्माण है स्थानीय वस्तु कला का एक आदर्श उदाहरण है।

हमने यहां पर आप सभी लोगों को इस बारे में जानकारी दी है कि How Does an Igloo Keep You Warm? इग्लू आप को कैसे गर्म रखता है? आपको इसके बारे में सही जानकारी मिल गई होगी। अगली बार जब भी आप किसी बर्फीले इलाके या आर्टिक में फंस जाएं तो आपको तुरंत अपने लिए इग्लू जैसे घर का निर्माण कर लेना है। ताकि आप रात में होने वाली कड़ाके की ठंड से बच सके।

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दोस्तों में, facttechno.in का संस्थापक हूं। मैं अपनी इस ब्लॉग पर टेक्नोलॉजी और अन्य दूसरे विषयों पर लेख लिखता हूं। मुझे लिखने का बहुत शौक है और हमेशा से नई जानकारी इकट्ठा करना अच्छा लगता है। मैंने M.sc (Physics) से डिग्री हासिल की है। वर्तमान समय में मैं एक बैंकर हूं।

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