साल 2022 में, कर्मचारी भविष्य निधि योजना के तहत दिए जाने वाले ब्याज दर में कटौती का प्रस्ताव मंत्रालय के पास रखा गया है। इसके अंतर्गत ब्याज दर 8.5% से घटाकर के 8.1% कर दी गई है। इस वजह से बहुत सारे इन लोगों को एवं कर्मचारियों को काफी बड़ा झटका लगा है। इन सब के बावजूद अगर हम कर्मचारी भविष्य निधि योजना में मिलने वाले ब्याज दर की तुलना दूसरे बचत योजना में मिलने वाले ब्याज दर से करें, तो या काफी अधिक है। आज के हमारे इस लेख में हम इस बारे में बात करने वाले हैं कि How to Take Loan From PPF – पीपीएफ से लोन कैसे ले? इसके अलावा हम किस से जुड़ी सारी पहलुओं पर भी अपने इस लेख में बात करने वाले हैं।
कर्मचारी भविष्य निधि के फायदे के साथ-साथ सरकारी कर्मचारियों को और भी बहुत सारे सुविधा भी मुहैया करवाई जाती है। जिसके अंतर्गत लोन सुविधा, इंश्योरेंस से लेकर के, इनकम टैक्स में कटौती का लाभ भी मिलता है। हम अपने लेख में इन सारे पदों पर एक ही करके बात करेंगे। इसके साथ ही हम यह भी जानकारी देंगे कि आप अपने PPF पर लोन कैसे ले सकते हैं?
What is PPF? पीपीएफ क्या है?
PPF का फुल फॉर्म पब्लिक प्रोविडेंट फंड (Public Provident Fund) होता है, जिसे हिंदी में कर्मचारी भविष्य निधि या सामान्य भविष्य निधि के नाम से भी जाना जाता है। यह एक बचत योजना है जिसमें लंबी अवधि के लिए निवेश किया जाता है।
यह बचत योजना सभी भारतीयों के बीच काफी लोकप्रिय बचत तरीकों में से एक है। यह निवेश का एक सुरक्षित विकल्प है जो उन्हें अस्थाई और आकर्षण रिटर्न प्राप्त करने की गारंटी देता है। अगर कोई व्यक्ति नियमित तौर पर इसमें निवेश करता है तो वह कुछ सालों में पीपीएफ के जरिए अच्छी खासी दौलत इकट्ठा कर सकता है।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड या पीपीएफ सरकार द्वारा चलाई गई एक योजना है। जो ज्यादा यील्डस वाली स्मॉल सेविंग स्कीम है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य रिटायरमेंट के बाद निवेशकों के लिए लंबी अवधि की दौलत तैयार करना होता है। पीपीएफ निवेश के टैक्स फ्री माध्यम के तौर पर भी काम करती है।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड अकाउंट को कोई भी भारतीय नागरिक खुलवा सकता है। इसे एक नाबालिग के नाम पर भी खुलवाया जा सकता है। पीपीएफ अकाउंट कभी भी जॉइंट अकाउंट में नहीं खुलवाया जा सकता है लेकिन इसके लिए नॉमिनी बनाया जा सकता है। कोई भी व्यक्ति अपने नाम पर एक से ज्यादा पीपीएफ अकाउंट नहीं रख सकता है। भले ही वो व्यक्ति अपना पीपीएफ अकाउंट पोस्ट ऑफिस में खुलवाया है या फिर किसी बैंक में।
पीपीएफ खाते को बैंक और पोस्ट ऑफिस दोनों ही जगह पर आप आसानी से मिलवा सकते हैं। लेकिन, ध्यान रहे आप एक से अधिक पीपीएफ अकाउंट पर नहीं खुलवा सकते हैं। पीपीएफ खाते के अंतर्गत एक वित्तीय वर्ष के अंदर न्यूनतम ₹500 और अधिकतम 1.5 लख रुपे का निवेश किया जा सकता है। पीपीएफ अकाउंट का मेच्योरिटी पीरियड 15 साल का होता है। मेच्योरिटी पीरियड खत्म होने से पहले अकाउंट को बंद नहीं कराया जा सकता लेकिन कुछ विशेष परिस्थितियों में ऐसा हो सकता है। साल 2016 में पीपीएफ नियमों में हुए संशोधन के बाद पीपीएफ अकाउंट को गंभीर बीमारी का इलाज, बच्चों की उच्च शिक्षा आदि जैसे जरूरतों पर समय से पहले बंद कराया जा सकता है।
एक व्यक्ति के नाम सिर्फ एक पीपीएफ अकाउंट हो सकता है?
इस बार में हम पहले ही ऊपर जिक्र कर चुके हैं। कोई भी व्यक्ति, अपने नाम पर सिर्फ एक पीपीएफ अकाउंट खुलवा सकता है। पहले से आप के नाम पर कोई पीपीएफ अकाउंट है, तो फिर ना तो आप अपने नाम पर दूसरा अकाउंट खोल सकते हैं। और ना ही किसी के साथ ज्वाइंट अकाउंट खोल सकते हैं। हालांकि, आप अपने बच्चे के लिए पीपीएफ अकाउंट खुलवाना चाहते हैं तो आप उसके अभिभावक के रूप में नॉमिनी के अंतर्गत शामिल हो सकते हैं।
अगर कभी आपके नाम पर कोई भी दूसरा पीपीएफ खाता खुला मिलता है तो तुरंत दूसरा खाता निष्क्रिय कर दिया जाएगा। इसके साथ ही दूसरे खाते पर मिलने वाले ब्याज दर का लाभ भी आपको नहीं दिया जाएगा।
पीपीएफ खाते पर कितनी ब्याज दर मिलती है?
पीपीएफ खाता पर समय-समय पर आपको सालाना ब्याज दर मिलती है। वर्तमान समय में पीपीएफ खाते पर आपको 7.1% सालाना के हिसाब से ब्याज मिलती है। यह ब्याज दर अन्य बचत योजना जैसे कि फिक्स डिपॉजिट या रिकरिंग डिपॉजिट की ब्याज दरों की तुलना में काफी ज्यादा अधिक है।
अगर आप किसी बैंक में फिक्स डिपॉजिट 5 वर्षों के लिए करवाते हैं तो उसमें आप को अधिकतम ब्याज दर 6.7% और अगर आप रिकरिंग डिपॉजिट 5 वर्षों के लिए कल आते हैं तो उसमें आपको ब्याज दर 5.8% तक मिलती है।
भारत सरकार, एवं राज्य सरकार सभी बचत योजनाओं के साथ-साथ हर तिमाही के पहले पीपीएफ खाते की नई ब्याज दर की घोषणा करते हैं। लेकिन अप्रैल 2020 के बाद की सभी तिमाहियों में पीपीएफ की ब्याज में किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है। तब से इस खाते पर आपको 7.1% सालाना ब्याज दर मिल रहा है।
पीपीएफ खाते में कितना पैसा जमा करना पड़ता है?
पीपीएफ खाता खुलवाने के लिए आपको कम से कम ₹500 जमा करने पड़ते हैं। खाता खुलवाने के बाद हर साल आप कम से कम ₹500 जमा करने की आवश्यकता होती है। आप अपने पीपीएफ खाते में 1 साल में अधिकतम 1.50 लाख रुपए तक जमा कर सकते हैं।
पीपीएफ खाते में पैसे जमा करने की न्यूनतम एवं अधिकतम सीमा
अगर किसी वित्तीय वर्ष के दौरान आप न्यूनतम ₹500 जमा नहीं कर पाते हैं तो फिर आपका खाता बंद हो जाएगा। किसी भी एक वित्तीय वर्ष यानी कि 1 साल के अंदर आप अधिकतम 1.50 लाख रुपए से अधिक जमा नहीं कर सकते हैं।
अगर आप एक वित्तीय वर्ष के अंदर न्यूनतम ₹500 जमा नहीं कर पाते हैं तो आपका खाता बंद कर दिया जाता है। लेकिन, अपने खाते को फिर से चालू करने के लिए आपको ₹50 पेनल्टी के साथ न्यूनतम सीमा राशि जो कि ₹500 है जमा करनी पड़ती है।
अगर आपका पीपीएफ खाता न्यूनतम जमा राशि ना होने के कारण कई वर्षों तक बंद रहता है तो फिर उन सभी वर्षों के लिए ₹50-₹50 पेनल्टी और बकाया न्यूनतम राशि जो कि ₹500 है जमा करनी पड़ती है।
साल में कितनी राशि आप जमा कर सकते हैं? :- पीपीएफ खाते के नए नियमों के मुताबिक अब आप कितने भी बार इसमें पैसा जमा कर सकते हैं। बस इस बात का ध्यान रखना होता है कि कोई भी एक बार की जमा राशि ₹50 से कम नहीं होनी चाहिए। इसके ऊपर 50 के गुणांक में कितनी भी रकम आप अपने पीपीएफ खाते में जमा कर सकते हैं। लेकिन यह भी ध्यान में रखें कि किसी एक वित्तीय वर्ष में 1.50 लाख रुपए से अधिक आप जमा नहीं कर सकते हैं।
Benefits of PPF Account – पीपीएफ खाते के लाभ
पीपीएफ खाते पर आपको बहुत से लाभ मिलते हैं। अगर आप अपने पीपीएफ खाते में लंबे समय की अवधि के लिए पैसा जमा करते हैं। तो आपको लंबे समय की अवधि पर अच्छा रिटर्न मिलता है। इन सबके अलावा भी पीपीएफ खाते में आपको बहुत से लाभ मिलते हैं जो कि निम्नलिखित हैं :-
- पीपीएफ अकाउंट पर आप लोन ले सकते हैं।
- पीपीएफ अकाउंट पर आपको मुफ्त बीमा का लाभ मिलता है।
- पीपीएफ अकाउंट के जरिए आपकी टैक्स की बचत होती है।
- होम लोन फॉर होम लोन प्रीपेमेंट पर भी लाभ मिलता है।
- पीपीएफ अकाउंट से आप इमरजेंसी में निकासी भी कर सकते हैं।
- पीपीएफ अकाउंट पर आपको पेंशन का लाभ भी मिलता है।
How to Take Loan From PPF – पीपीएफ से लोन कैसे ले?
पीपीएफ खाते से लोन लेने का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि यह पर्सनल लोन के मुकाबले सस्ता पड़ता है। क्योंकि सरकार ने इस लोन की ब्याज दर को पीपीएफ खाते में मिलने वाले ब्याज दर से लिंक कर के रखा है।
असल में पीपीएफ, खाते के अंतर्गत दिए जाने वाले लोन का ब्याज दर, पीपीएफ खाते में मिलने वाले ब्याज दर से केवल 1% ज्यादा होती है। इसे हम ऐसे समझ सकते हैं। वर्तमान समय में पीपीएफ खाते पर मिलने वाला ब्याज दर 7.1% है तो पीपीएफ के जरिए मिलने वाला लोन पर लगने वाला ब्याज दर 8.1% होगा।
इस तरह से अगर आप इसकी तुलना बैंक द्वारा दिए जाने वाले पर्सनल लोन के ब्याज दर से करते हैं तो आप यह पता चलेगा की ब्याज दर में कितना अंतर है। आमतौर पर किसी भी बैंक में लिए जाने वाले पर्सनल लोन की ब्याज दर 10 से 15% के बीच होती है।
PPF लोन पर Mortgage की आवश्यकता नहीं होती है?
पीपीएफ अकाउंट पर लोन ठीक वैसे ही मिलता है जैसे कि आप पर्सनल लोन लेते हैं। इस लोन को लेने के लिए आपको किसी भी चीज को गिरवी रखने की आवश्यकता नहीं होती। जो भी आप किसी बैंक से पर्सनल लोन लेते हैं तो इसके लिए आपको कमाई का सबूत मांगा जाता है लेकिन यहां उसकी भी जरूरत नहीं होती। पीपीएफ खाते में मिलने वाला लोन आपके पीपीएफ खाते में कितनी रकम है इस पर निर्भर करता है।
अगर आप पीपीएफ खाते से लोन लेते हैं। तो यह पूरी तरह से सुरक्षित लोन है। इसलिए लोन की वसूली के लिए कोई भी रिकवरी एजेंट आपको परेशान भी नहीं करेगा। क्योंकि, लोन आपके पीपीएफ बैलेंस पर से लिया गया होता है। इसलिए सरकार भी इसकी वसूली के लिए शक्ति नहीं करती है।
पीपीएफ से लोन लेने की आवेदन प्रक्रिया ? How to Apply for PPF Loan?
पीपीएफ खाते से पर लोन लेने के लिए आपको अपने बैंक से संबंधित ब्रांच से संपर्क करना होगा। इसके लिए आप अपने ब्रांच मैनेजर से मिल सकते हैं। वहां पर आपको एक फॉर्म भर करके देना होता है।
पीपीएफ खाते पर लोन लेने के लिए आपको बैंक द्वारा Form D दिया जाता है। जिसे भरकर के आपको बैंक में जमा करना होता है। आवेदन में लोन की रकम और उसे चुकता करने की अवधि भी भरनी पड़ती है। अगर आपने कभी लोन लिया है तो उसके बारे में भी जानकारी देनी होती है। आपको आवेदन के साथ पीपीएफ खाते का पासबुक भी देना होगा। आमतौर पर ज्यादातर बैंक में बीपीएल पर दिया जाने वाला लोन 1 हफ्ते के अंदर पास कर दिया जाता है।
पीपीएफ लोन लेने के लिए नियम एवं शर्तें?
पीपीएफ अकाउंट पर लोन लेने से पहले आपको इन नियम एवं शर्तों के बारे में भी अवश्य रूप से पता होना चाहिए। आप इन मापदंडों के अंतर्गत आते हैं या नहीं इसी के अंतर्गत आपको पीपीएफ खाते पर लोन दिया जाएगा या नहीं यह निर्धारित किया जाता है।
- बिल्कुल नया पीपीएफ खाते पर लोन नहीं दिया जाता है।
- पीपीएफ खाते पर 5 साल पूरे होने के बाद लोन नहीं दिया जाता है।
- पीपीएफ खाते से मिलने वाला लोन आपके खाते में बैलेंस के 25% से ज्यादा नहीं हो सकता।
- पीपीएफ खाते से लिए जाने वाला लोन की अधिकतम रीपेमेंट की अवधि 36 महीने होती है।
- पीपीएफ खाते से आप लोन साल में सिर्फ एक बार ही ले सकते हैं। भले ही आप ने 1 साल के अंदर उस लोन खुद चुकता क्यों ना कर दिया हो, उस साल आपको उन लोगों ने नहीं दिया जाएगा।
- पीपीएफ खाते के अंतर्गत हर साल पैसा जमा करना अनिवार्य होता है जो कि न्यूनतम राशि ₹500 होती है।
बिल्कुल नया खाते पर लोन नहीं दिया जाता
ऐसा इसलिए है क्योंकि, पीपीएफ खाते पर दिया जाने वाला लोन आपके पीपीएफ अकाउंट पर जमा राशि के 25% तक दिया जाता है। आपने नया खाता खुलवाया और दो-तीन महीने के अंदर ही आप बैंक के पास लोन मांगने चले गए। ऐसी स्थिति में बैंक आप को लोन देने से मना कर सकती है। इसीलिए लोन के लिए न्यूनतम अवधि की शर्त रखी गई है।
लोन के लिए अप्लाई करने से पहले बैंक द्वारा निर्धारित न्यूनतम अवधि के बारे में भी आपको जानकारी होना आवश्यक है। ज्यादातर बैंकों में यह न्यूनतम सर्च एक वित्तीय वर्ष पुराना पीपीएफ अकाउंट पर ही पीपीएफ लोन दिया जाता है।
पीपीएफ खाते पर 5 साल पूरे होने के बाद लोन नहीं
5 साल पूरे होने के बाद पीपीएफ खाते से आप एडवांस पैसे निकालने की सुविधा भी मिलती है। इस वजह से 5 साल से अधिक पुराने खातों पर बैंक द्वारा लोन नहीं दिया जाता है। 5 साल से कम एवं 1 साल से अधिक पुराने खाते पर भी लोन दिया जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि एडवांस पैसे निकालने की सुविधा आपको 5 साल के बाद ही मिलती है।
यानी कि आप अपने पीपीएफ खाते से 5 साल बाद ही पैसे निकाल सकते हैं। पीपीएफ खाते पर 5 साल का लॉक इन पीरियड होता है जिस वजह से कोई भी व्यक्ति उससे पैसे नहीं निकाल सकता।
पीपीएफ खाते पर लोन की लिमिट
पीपीएफ की यह सर्च सबसे परेशान करने वाली है। क्योंकि इस नियम के तहत आप को दिया जाने वाला लोन इसी लिमिट में होना चाहिए। पीपीएफ खाते पर दिया जाने वाला लोन आपके खाते में बैलेंस के 25% से ज्यादा नहीं हो सकता है। अकाउंट बैलेंस भी पिछली 31 मार्च के दिन का चेक किया जाएगा। यानी कि पिछले वित्तीय वर्ष के आखिरी दिन में आपके पीपीएफ खाते में जितनी रकम थी उसका 25% ही आपको लोन के रूप में दिया जाएगा।
साल में सिर्फ एक बार लोन और रीपेमेंट पीरियड
अगर आप किसी एक वित्तीय वर्ष में पीपीएफ पर लोन लेते हैं। तो उसी वित्तीय वर्ष के अंतर्गत आप दोबारा पीपीएफ पर लोन अप्लाई नहीं कर सकते हैं। भले ही आपने उसी वित्तीय वर्ष के अंतर्गत अपना लोन क्यों ना चुकता कर दिया हो।
पीपीएफ खाते पर 1 साल में आप को एक ही बार लोन दिया जाता है। एक वित्तीय वर्ष के अंतर्गत केवल एक ही बार पीपीएफ लोन के लिए आवेदन दे सकते हैं।
निष्कर्ष
दोस्तों आज के हमारे इस लेख में हमने इस बारे में जानकारी उपलब्ध कराई है कि आप How to Take Loan From PPF – पीपीएफ से लोन कैसे ले? ले सकते हैं। इसके अलावा हमने अपने इस लेख में पीपीएफ अकाउंट से संबंधित विभिन्न विषयों पर भी चर्चा किया है।
पीपीएफ अकाउंट पर मिलने वाला लोन का ब्याज दर पर्सनल लोन पर लगने वाले ब्याज दर से काफी कम होता है। वर्तमान समय पर पीपीएफ अकाउंट पर जो ब्याज मिलता है वह 7.1% है वहीं अगर आप बैंक से पीपीएफ अकाउंट पर लोन लेते हैं तो इसमें ब्याज दर 8.1% ही बैंक आपसे वसु लेगा।
उम्मीद करता हूं कि आज का हमारा यह लेख आपको पसंद आया होगा इससे संबंधित अगर आपके सवाल एवं सुझाव है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बता सकते हैं।