आज के हमारे इस लेख में हम लोग झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के जीवनी के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। हेमंत सोरेन एक युवा नेता के रूप में जाने जाते हैं। इन्होंने साल 2019 में झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की है। Biography of Hemant Soren in Hindi -हेमंत सोरेन की जीवनी
भारतीय राजनीति में आपको एक से बढ़कर एक दिग्गज नेता देखने को मिलेंगे,जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान पूरे भारतवर्ष में अपने नाम के झंडे लहराए हैं जिनमें से एक है झारखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज हम लोग अपने इस लेख में हेमंत सोरेन की जीवनी के बारे में जानेंगे।
हेमंत सोरेन बचपन से ही प्रतिभा के धनी थे। हेमंत सोरेन को राजनीति विरासत में मिली है। बचपन में उनकी शिक्षा-दीक्षा आम बच्चों की तरह ही हुई है। हेमंत सोरेन बड़े होकर के engineer बनना चाहते थे। इसलिए उन्होंने 12वीं की परीक्षा उत्तर इन होने के बाद, इंजीनियरिंग की तैयारी की और झारखंड के जानी-मानी इंजीनियरिंग कॉलेज BIT Mishra (Birla institute of technology) पूर्व में बिहार वर्तमान में रांची में दाखिला लिया।
लेकिन पिताजी शिबू सोरेन की राजनीति में अधिक बढ़ चढ़कर के हिस्सा लेने और राजनीतिक परिवार में बड़े होने के चलते, उन्हें राजनीति जीवन से लगाव होने लगा। इस चलते उन्हें अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का जीवन काफी उतार-चढ़ाव से भरा पड़ा है। तो चलिए जानते हैं हेमंत सोरेन के जीवन के बारे में।
हेमंत सोरेन की जीवनी – Biography of Hemant Soren in Hindi
झारखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का जन्म 10 अगस्त 1975 को नेमरा, रामगढ़ जिला, बिहार (वर्तमान झारखंड) में हुआ था। उनके पिताजी जिन्हें पूरे झारखंड में दिशूम गुरुजी के नाम से भी जाना जाता है, शिबू सोरेन है और उनकी माता का नाम रूपी सोरेन है।
हेमंत सोरेन के पिताजी यानी कि शिबू सोरेन भी एक राजनीतिज्ञ है। हेमंत सोरेन ने पटना हाई स्कूल से बारहवीं तक की पढ़ाई की है। इसके बाद वह एक इंजीनियर बनना चाहते थे, इसलिए उन्होंने रांची में मौजूद BIT बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉज (Birla institute of Technology), जो कि रांची के बीआईटी मेसरा के नाम से भी जाना जाता है। वहां पर दाखिला लिया। लेकिन ज्यादा राजनीति की तरफ झुकाव होने के चलते वे अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर सके। और उन्होंने बीच में ही अपनी पढ़ाई छोड़ दी। उनके दो भाई हैं दुर्गा सोरेन और बसंत सोरेन, उनकी एक बहन भी है जिनका नाम अंजलि सोरेन है।
हेमंत सोरेन का राजनीतिक जीवन – Political career of Hemant Soren
हेमंत सोरेन ने राजनीतिक जीवन की शुरुआत साल 2005 में की थी। हेमंत सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेता है, और झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष भी है।
साल 2005 में उन्होंने अपनी राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी, और पहली बार विधानसभा चुनाव में खड़े हुए थे। उस दौरान वे स्टीफन मरांडी से हार गए थे। साल 2009 में उन्हें राज्यसभा के सदस्य के रूप में चयन किया गया।
साल 2010 में हुए झारखंड के विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन दुमका जिले से विधानसभा चुनाव में खड़े हुए थे। पहली बार विधानसभा चुनाव उन्होंने यहीं से जीता था। और बाद में उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया।
दुमका से जीतने के बाद 11 सितंबर 2010 को व उप मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किए गए थे। 13 जुलाई 2013 को, उन्हें झारखंड के पांचवे मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था। लेकिन उनकी झारखंड मुक्ति मोर्चा की यह सरकार ज्यादा दिनों तक झारखंड में सरकार नहीं चला पाई।
2014 के झारखंड के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बहुमत प्राप्त हुआ। इसके बाद उन्हें 2015 में विपक्ष के नेता के रूप में नामांकित किया गया था। 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन दोबारा दो जगहों से चुनाव लड़े, दोनों ही जगहों से उन्होंने जीत हासिल की। वर्तमान समय में वे झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में पद ग्रहण किए हुए हैं।