Most Expensive Diamond in India जो भी हमारे मन में भारत की सबसे कीमती हीरे की बात आती है तो हम सबसे पहले कोहिनूर हीरे के बारे में सोचते हैं। लेकिन, कोहिनूर का हीरा भारत का सबसे कीमती हीरा नहीं है। दुनिया भर में हीरो की खदानों का पता चलने से पहले भारत का गोलकुंडा के खान का हीरा दुनिया भर में काफी प्रसिद्ध हुआ करता था। इसी गोलकुंडा की खान से भारत का सबसे कीमती हीरे को निकाला गया है। जोकि 787 कैरट का था। अगर इसकी तुलना कोहिनूर हीरे से की जाए तो कोहिनूर हीरे से यह हीरा 6 गुना अधिक भारी था। आज के हमारे इस लेख में हम इसी हीरे के बारे में बात करने वाले हैं।
भारत का सबसे कीमती हीरा
18 वीं शताब्दी में दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में हीरो की खानों का पता लगने से पहले, भारत का गोलकुंडा की खान विश्व भर में हीरो की खान के लिए प्रसिद्ध थी। गोलकुंडा की खान से निकाली गई अधिकांश हीरो का आज तक कोई अता पता नहीं है, तो वही कुछ विदेशी संग्रहालय की शोभा बढ़ा रहे हैं।
भारत के सबसे वजन वाले हीरे और सबसे कीमती हीरे की बात करें तो ग्रेट मुगल द्वारा गोलकुंडा की खान से वर्ष 1650 में एक हीरा निकाला गया था। जोकि 787 कैरेट का था। अगर इसकी तुलना कोहिनूर के हीरे से की जाए, तो यह हीरा कोहिनूर की हीरे से 6 गुना अधिक भारी था। Most Expensive Diamond in India
यह भी कहा जाता है कि भारत का प्रसिद्ध कोहिनूर हीरा मुगल का ही अंश है। जिसकी तुलना ईरानियन क्राउन में जड़े बेशकीमती दरिया ए नूर हिरे से की जाती है। साल 1665 में फ्रांस के कुछ हीरो के व्यापारियों ने इसे अपने समय का सबसे बड़ा रोज कट हीरा बताया था।
नादिरशाह के खजाने की शान यह हीरा आज के समय में पर जिस करके 280 कैरेट का हो चुका है। वर्तमान समय में यह हीरा कहां है किसके पास है इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं है।
लंबे समय तक गुमनाम भारतीय हीरो की सूची में आगरा का मशहूर आगरा हीरा और अहमदाबाद का मशहूर अहमदाबाद डायमंड भी शामिल है। अहमदाबाद की राय के बारे में कहा जाता है कि बाबर ने वर्ष 1526 में पानीपत की लड़ाई के बाद ग्वालियर के राजा विक्रमजीत को हराकर हासिल किया था। तब यह हीरा 71 कैरेट के थे। तब इसकी तुलना दुनिया के 14 बेशकीमती हीरो में शुमार था।
हल्की गुलाबी रंग की आभा और 32.2 कैरेट के आगरा डायमंड के हीरो की ग्रेडिंग करने वाले दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित संस्थान जोमो लॉजिकल इंस्टिट्यूट ऑफ अमेरिका ने इससे vs2 ग्रेड दिया है।
आखरी बार इस दुर्लभ हीरे को साल 1990 में लंदन की कृषले ऑक्शन हाउस की नीलामी में देखा गया था। तब हांगकांग की शिवा कॉर्पोरेशन ने इसे बोली लगाकर के लगभग 34 करोड रुपए जोकि अमेरिकी डॉलर में 6.9 मिलियन डॉलर होते हैं खरीदा था।
द रिजेंट नाम का हीरा, के पीछे की कहानी भी कुछ ऐसी है। व्हाट्स 1702 के आसपास या हीरा गोलकुंडा की खान से निकाला गया था। तब इस हीरे की वजन लगभग 410 कैरेट के आसपास थी। मद्रास के तत्कालीन गवर्नर विलियम पित्त के हाथों से होता हुआ यह हीरा फ्रांसीसी क्रांति के बाद नेपोलियन के पास पहुंचा था। नेपोलियन का यह हीरा इतना पसंद आया कि उसने इसे अपनी तलवार की मुठ में जुड़वा दिया था। अब यह हीरा मात्र 140 कैरेट का हो चुका है यह हीरा पेरिस के लेबो रे म्यूजियम में रखा गया है।
गुमनाम भारतीय हीरो की लिस्ट में अलग नाम आता है ब्रो लिटी ऑफ इंडिया का। यह हीरा लगभग 90.8 कैरेट के ब्रो लिटी को कोहिनूर हीरे से भी पुराना बताया जाता है। लगभग बार भी शताब्दी के आसपास फ्रांस की महारानी ने इसे खरीदा था। कई सालों तक गुमनाम रहने के बाद यह हीरा साल 1950 में सामने आया। जब न्यूयॉर्क के जूलर हेनरी विंस्टन ने इसे भारत के किसी राजा से खरीदा। आज यह हीरा यूरोप में कहीं है।
इन सारे हीरो के अलावा भारत में ऐसे और भी हीरे मिले हैं जिनका आज तक कोई अता पता नहीं है। कोहिनूर हीरे को ब्रिटिश क्रॉउन में जगह मिलने के कारण यह पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। इसी वजह से जब भी हम भारत की सबसे कीमती हीरे की बात करते हैं तो हमारे जहन में सबसे पहले कोहिनूर के हीरे का ख्याल आता है। कोहिनूर के हीरे को देश में वापस लाने की मांग भी समय-समय पर उठती रही है। लेकिन कोहिनूर को छोड़कर के बाकी सभी भारतीय हीरो की किस्मत इतनी अच्छी नहीं रही। तो यह तो रही भारत की सबसे कीमती हीरो की बात। हम नीचे भारत के कुछ गुमनाम भारतीय हीरो की सूची दे रहे हैं।
भारत के गुमनाम हीरे
- ग्रेट मुगल का हीरा 280 कैरेट
- ओरलोव का हीरा 200 कैरेट
- द रिजेंट 140 कैरेट
- ब्रॉ लिटी ऑफ इंडिया 90.8 कैरेट
- अहमदाबाद डायमंड 78.8 कैरेट
- द ब्लू हॉप 45.52 कैरेट
- आगरा डायमंड 32.2 कैरेट
- द नेपाल 79.41 कैरेट