डाटा इंक्रिप्शन (Data encryption) एक ऐसा तरीका है जिसकी मदद से आप किसी भी जानकारी को सुरक्षित रख सकते हैं। कोड और सिफर के साथ संवेदनशील जानकारी को सुरक्षित रखने की इस तरीकों को कई सालों से इस्तेमाल किया जा रहा है। आज के वर्तमान युग में यह एक तकनीकी कला का रूप है जो डिजिटल डाटा को सुरक्षित करता है जिसे एक जगह से दूसरी जगह भेजा जा रहा हो। या प्राप्त किया जा रहा हो या संग्रहित किया जा रहा हो। इन सभी तकनीकों के डाटा इंक्रिप्शन का इस्तेमाल किया जाता है। आज के हमारे इस लेख में हम इसी बारे में बात करेंगे कि, Data encryption क्या है? और यह कैसे काम करता है? इसी के साथी हम यह भी जानकारी लेंगे कि किसी भी वेबसाइट के लिए डाटा इंक्रिप्शन क्यों जरूरी है?
“Encryption के जरिए हम किसी भी जानकारी को डिजिटल रूप में मास्क करते हैं ताकि केवल सही Encryption key के जरिए ही इससे समझा जा सके”। किसी भी वेबसाइट में अपने उपभोक्ताओं द्वारा डाले जाने वाली जानकारी को आपको इंक्रिप्ट करके रखना है। ताकि किसी भी तरह की संवेदनशीलता जानकारी किसी हैकर तक ना पहुंच जाए। यही वजह है कि आज के समय में अत्याधुनिक वेबसाइट अपने उपयोगकर्ताओं के संवेदनशील डाटा को इंक्रिप्ट करके रखती है।
इंक्रिप्शन को समझदार महत्वपूर्ण है क्योंकि आप अपनी खुद की वेबसाइट का अगर प्रबंधन करते हैं और अपने ग्राहकों के लिए वेबसाइट और एप्स विकसित या डिजाइन करते हैं तो इस बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए। इसके अलावा, अगर आप अपने खुद का ब्लॉग या वेबसाइट चलाते हैं और खुद की वेबसाइट का प्रबंधन करते हैं तो भी आपको इस बारे में पता होना चाहिए।
Data encryption क्या है?
Data encryption ( डाटा इंक्रिप्शन) एक तरह की विधि होती है जिससे किसी भी जानकारी को पढ़ने योग्य प्रारूप से आपठनीय प्रारूप में बदल देता है। इसे पुनः पढ़ने योग्य प्रारूप मैं बदलने के लिए encryption key की जरूरत होती है।
सीधे एवं साधारण भाषा में इसे परिभाषित किया जाए तो यह एक जानकारी को सुरक्षित रखने की विधि है, जहां जानकारी को ऐनाकोड (encoded) करके रखा जाता है। जो encryption key के माध्यम से ही decrypt किया जा सकता है, और उपयोगकर्ता डाटा को एक्सेस कर पाता है। इस तरह से सिर्फ इंक्रिप्शन key के माध्यम से ही इस तरह की जानकारी को डिकोड किया जा सकता है । इस तरह के इंक्रिप्टेड डाटा को ciphertext भी जाते हैं।
किसी भी ब्लॉग या वेबसाइट पर इस तरह से जानकारी को इंक्रिप्ट करके रखने से, आप अपने वेबसाइट पर मौजूद उपयोगकर्ता की जानकारियों को cyber attacks से या किसी भी तरह से हैकर से बचा करके रखते हैं। एक बार डाटा इंक्रिप्ट हो जाने के बाद इसे पुनः डिक्रिप्ट करने के लिए इंक्रिप्ट कुंजी की आवश्यकता होती हैं यही वजह है कि ज्यादातर वेबसाइट जो अपने वेबसाइट पर मौजूद उपयोगकर्ताओं से जानकारी इकट्ठा करते हैं जैसे कि पेमेंट वेबसाइट, कॉमर्स वेबसाइट, शॉपिंग वेबसाइट, गेमिंग वेबसाइट यहां पर किसी की सहायता से डाटा को इंक्रिप्ट करके रखा जाता है।
किसी भी वेबसाइट के लिए डाटा इंक्रिप्शन क्यों जरूरी है?
किसी की वेबसाइट के लिए डाटा इंक्रिप्शन (Data Encryption) बहुत जरूरी है। क्योंकि, किसी भी वेबसाइट पर अपने उपयोगकर्ताओं की जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए आपको अपनी वेबसाइट पर डाटा इंक्रिप्शन करने की जरूरत होती है। इसीलिए अधिकतर इंटरनेट पर मौजूद वेबसाइटों पर SSL Certificate का इस्तेमाल किया जाता है।
गूगल द्वारा अपने सर्च इंजन पर उन्हीं वेबसाइट को रैंक किया जाता है जो कि अपनी वेबसाइट पर डाटा इंक्रिप्शन करते हैं। डाटा इंक्रिप्शन के लिए अधिकतर वेबसाइट एसएसएल सर्टिफिकेट का इस्तेमाल अपने वेबसाइट पर करते हैं। आप किसी भी वेबसाइट https पर खुलती है तो इसका मतलब यह है कि वह अपने उपयोगकर्ताओं द्वारा डाले जाने वाली जानकारी को सीधे इंक्रिप्शन के माध्यम से अपने सरवर तक पहुंचाती है। जिससे कि उपयोगकर्ता की सभी जानकारियां सुरक्षित रहती है।
जैसा कि हमने पहले ही इस बारे में ऊपर जानकारी दी है कि इस तरह की डाटा को फिर से डिक्रिप्ट करने के लिए encryption key की जरूरत होगी तभी इसे पुनः पढ़ा जा सकता है। किसी भी वेबसाइट या ब्लॉग पर डाटा को इंक्रिप्ट करने से आप अपने वेबसाइट पर आने वाले उपयोगकर्ताओं की जानकारी को इंटरनेट की दुनिया में हैकर्स और अन्य तरीकों से जानकारी चुराए जाने वाले तरीकों से आप इसे बचा सकते हैं।
Types of Data Encryption – डाटा इंक्रिप्शन के कितने प्रकार हैं?
इंटरनेट की दुनिया में ऐसे कई अलग-अलग इंक्रिप्शन विधियां हैं। जिनका इस्तेमाल जानकारी को इंक्रिप्ट करने के लिए किया जाता है। स्कैमबलिंग डाटा में उपयोग की जाने वाली एल्गोरिदम या cipher – जो की डिजाइनर और डेवलपर्स द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। यह जानकारी को इंक्रिप्ट करने के लिए, आपको इसे बदलने के लिए इंक्रिप्शन कुंजी की आवश्यकता होती है।
कोडिंग और डिजाइनिंग में आपको किन तरीकों का इस्तेमाल करना चाहिए? क्या भेजी या संग्रहित की जा रही जानकारी संवेदनशीलता, डाटा फाइल के आकार, डाटा कैसे भेजा जा रहा है यानी कि ईमेल या ftp के माध्यम से आपकी रिसीवर द्वारा पसंद किए जाने वाले इंक्रिप्शन मानकों पर निर्भर करेगा।
यही वजह है कि इन डाटा इंक्रिप्शन को मानकों के आधार पर वर्गीकृत किया गया है। जिसे हम नीचे कुछ बिंदुओं द्वारा बता रहे हैं।
डाटा इंक्रिप्शन क्यों जरूरी है?
किसी भी ऑनलाइन वेबसाइट या कंपनी को अपने बिजनेस को सुरक्षित बनाए रखने के लिए डाटा इंक्रिप्शन की आवश्यकता होती है। डाटा इंक्रिप्शन की मदद से वे अपने ग्राहकों के डाटा, उनके सिस्टम और उनके ब्रांड की रक्षा करते हैं। डिजाइन या विकास चरण की शुरुआत से ही सुरक्षा को ध्यान में रखना कई कारणों से महत्वपूर्ण होता है।
- हर उद्योग डेटा सुरक्षा के लिए विशिष्ट अनुपालन नियमों को अनिवार्य करता है। डिजाइन और विकास प्रक्रिया में इंक्रिप्शन को शामिल करने से एक अंतिम उत्पाद तैयार करने में मदद मिल सकती है जो जुर्माना और प्रतिबंधों के अधीन नहीं होगा।
- डाटा उल्लंघन से प्रतिष्ठा को नुकसान होता है। इंटरेक्शन उल्लंघन और परिणामी प्रतिष्ठा संबंधी क्षति से बचा सकता है।
- ग्राहक गोपनीयता को महत्व देते हैं और अस्वस्थ होना चाहते हैं कि उनका डाटा सुरक्षित है। इंक्रिप्शन अनुप्रयोगों और साइट की सुरक्षा मुद्रा में सुधार लाता है। किसी भी वेबसाइट को विश्वसनीय बनाता है।
कैसे पता करें कि कोई भी वेबसाइट डाटा इंक्रिप्शन का इस्तेमाल कर रही है या नहीं?
वर्तमान समय में सभी वेबसाइटों पर डाटा इंक्रिप्शन अनिवार्य कर दिया गया है। बिना डाटा इंक्रिप्शन के कुछ सर्च इंजन जैसे गूगल इत्यादि वे आपके वेबसाइट को इंडेक्स नहीं करते हैं।
किसी भी वेबसाइट में डाटा इंक्रिप्शन का इस्तेमाल किया जा रहा है या नहीं यह जानने के लिए आप उसके URL की जांच कर सकते हैं। अगर आप उसके वेबसाइट पर https देखें और सामने में एक लॉक (lock) का आइकन दिखाई दे तो आप यह समझ सकते हैं कि उस वेबसाइट पर सभी डाटा का इंक्रिप्शन किया गया है।
उदाहरण के लिए आप हमारे वेबसाइट के ऊपर दिए गए लिंक यार हमारे वेबसाइट के URL को ही ले लीजिए। क्या ऊपर पर आपको एक लॉक या ताले का निशान दिखाई दे रहा होगा जिसका मतलब यह है कि हमारे वेबसाइट पर डाटा का इंक्रिप्शन किया गया है। हमारे उपयोगकर्ता द्वारा डाले गए सभी डाटा एवं हमारे वेबसाइट पर मौजूद सभी डाटा इंक्रिप्शन के सहायता से सुरक्षित किया गया है। इस तरह से हम अपने वेबसाइट को डाटा इंक्रिप्शन की सहायता से सुरक्षित कर रहे हैं।
निष्कर्ष
आज के हमारे इस लेख में हमने आप सभी लोगों को इस बारे में जानकारी उपलब्ध कराई है कि, Data encryption क्या है? हमारे इस आर्टिकल द्वारा आपको यह समझ में आ गया होगा कि डाटा इंक्रिप्शन क्या होता है।
डाटा इंक्रिप्शन एक तरह की विधि है, जिसकी मदद से हम किसी भी जानकारी या डाटा को इंक्रिप्ट कर सकते हैं। इसे डिकोड करने के लिए encryption key की आवश्यकता होगी। अपने वेबसाइट पर डाटा इंक्रिप्शन की सहायता से आप अपने ग्राहक और उपयोगकर्ताओं की जानकारी को सुरक्षित रख पाने में सक्षम होते हैं। आज के हमारे इस लेख से संबंधित अगर आप ही कुछ सवाल एवं सुझाव है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बता सकते हैं।