शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए Demat Account के साथ-साथ आपका ट्रेडिंग अकाउंट भी होना अति आवश्यक है. अगर आप शेयर मार्केट से शेयर खरीद करके उससे ट्रेडिंग करना चाहते हैं. तो आप केवल डिमैट अकाउंट खोल करके ऐसा नहीं कर सकते हैं. आपको शेयर की ट्रेडिंग के लिए ट्रेडिंग अकाउंट की आवश्यकता होती है. आज हम अपने इस लेख में आप लोगों को यह बताएंगे कि Share Trading Account कैसे खोलें? How to Open Share Trading Account in Hindi इसी के साथ ही, ट्रेडिंग अकाउंट से संबंधित आपको बेसिक जानकारी भी उपलब्ध करा रहे हैं.
शेयर ट्रेडिंग अकाउंट के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. शेयर मार्केट में निवेश के लिए Demat Account के साथ-साथ ट्रेडिंग अकाउंट भी होना आवश्यक होता है. बिना ट्रेडिंग अकाउंट के आप शेयर की खरीद बिक्री नहीं कर सकते हैं. इसलिए आपको ट्रेडिंग अकाउंट की पूरी जानकारी होना भी बहुत जरूरी है.
Share Trading account क्या होता है?
शेयर ट्रेडिंग अकाउंट (Share trading account) ब्रोकर के साथ खोला जाता है. शेयर ट्रेडिंग के लिए पैसों का भुगतान आप चेक, NEFT, RTGS के माध्यम से कर सकते हैं. जो आपके बचत बैंक खाते किशोरियों होता है. जो भी आप अपने शेयर को खरीदते या बेचते हैं तब आपको आपके ब्रोकर को ब्रोकरेज Brokerage देनी होती है. अगर आप शेयर मार्केट से शेयर खरीदते हैं तो 2 दिन (T+2 रोलिंग टाइम सेटलमेंट) यानी कि 2 दिन के भीतर आपके डिमैट अकाउंट पर शेयर ट्रांसफर हो जाते हैं. वहीं अगर आप शेयर बेचना चाहते हैं तो तीसरे दिन आपके अकाउंट में पैसे भी आ जाते हैं. जब आप शेयर बेचते हैं तो डिमैट अकाउंट से ब्रोकर को शेयर ट्रांसफर करना होता है.
शेयर बेचते वक्त, से ट्रांसफर करने के लिए कई बार आपको ब्लॉक कर पावर ऑफ अटॉर्नी भी साइन करनी होती है. जिससे ब्रोकर खुद-ब-खुद आपके डिमैट अकाउंट से ब्रोकर के डिमैट अकाउंट पर शेयर ट्रांसफर कर लेता है.
वहीं अगर हम Mutual Funds और ETF मे भी अगर निवेश करना चाहते हैं, तो उसके लिए भी हमारे पास में डिमैट अकाउंट होना जरूरी होता है. इसके अलावा ट्रेडिंग अकाउंट f&o, करंसी ट्रेडिंग और कॉमेडीटी के लिए भी जरूरी होता है.
जो भी आप ट्रेडिंग अकाउंट खोलने से पहले आपको इसके बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातों को ध्यान रखना चाहिए. सबसे पहले सही ब्रोकर का चुनाव करें. उसके बाद में ब्रोकर के चार्जेस और सर्विसेस का पता कर ले. आप चाहे तो आपने ब्रोकर से Brokerage और Charges की Bargaining भी कर सकते हैं. ब्रोकर एग्रीमेंट को साइन करने से पहले ध्यान पूर्वक उसे पढ़ लेना जरूरी होता है.
आपको यह बात भी ध्यान रखनी होती है कि यह एग्रीमेंट मुंबई स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के लिए अलग अलग हो सकती है. आपका ब्रोकर आपकी बिना मर्जी से किसी भी एग्रीमेंट में कोई भी बदलाव नहीं कर सकता है.
Share Trading Account कैसे खोलें?
Share Trading ( शेयर ट्रेडिंग) अकाउंट खोलने के लिए आपको वही सारे डॉक्यूमेंट की जरूरत होती है. जो कि आप किसी बैंक में अपना खाता खुलवाने के लिए जाते हैं. तब आपसे जो डॉक्यूमेंट मांगा जाता है. शेयर ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए आपको निम्नलिखित डॉक्यूमेंट की आवश्यकता पड़ सकती है, जिसकी एक सूची हमने नीचे बनाई है:- How to Open Share Trading account in Hindi
- एड्रेस प्रूफ और आईडी प्रूफ जिसमें आप वोटर आईडी, पासपोर्ट या फिर आधार कार्ड दे सकते हैं.
- पैन कार्ड देना जरूरी होता है.
- बैंक स्टेटमेंट बैंक स्टेटमेंट को आप एड्रेस प्रूफ में भी दे सकते हैं.
- डिमैट अकाउंट स्टेटमेंट
- अकाउंट होल्डर की दो फोटो
- नॉमिनी की डिटेल और एक फोटोग्राफ
शेयर बाजार में खरीदारी के लिए हमें ट्रेडिंग अकाउंट की आवश्यकता होती है. और यह हमें SEBI द्वारा रजिस्टर डिपॉजिटरी प्रतिभागी यानी शेयर ब्रोकर के पास में खुलवाना होता है. इसे बैंक खाते और डिमैट अकाउंट से लिंक किया जाता है. ट्रेडिंग अकाउंट के जरिए ही शेयर की खरीद बिक्री की जाती है. इस ट्रेडिंग अकाउंट के बिना हम शेयर बाजार से खरीदने और बेचने का काम नहीं कर सकते हैं. प्रत्येक ट्रेडिंग अकाउंट के लिए एक अलग ट्रेडिंग यूजर आईडी और एक पासवर्ड होता है. इसके लिए एक इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग सिस्टम (Trading Terminal Software) होता है, जिससे हमें ब्रोकर उपलब्ध कराता है. जिसके इस्तेमाल से लेनदेन किया जाता है. जिससे आपको शेयर खरीदने और बेचने के लिए शारीरिक रूप से उपस्थित होने की जरूरत नहीं होती है. बल्कि हम कहीं से भी कंप्यूटर के माध्यम से आसानी से व्यापार या फिर ट्रेडिंग कर सकते हैं. सरल भाषा में अगर कहा जाए तो ट्रेडिंग अकाउंट ही शेयर बाजार में शेयरों के लेनदेन करने का एक साधन, माध्यम और एकमात्र जरिया है. How to Open Share Trading account in Hindi
लेकिन आज के डिजिटल युग में हमें अकाउंट खोलने के लिए शेयर ब्रोकर की वेबसाइट पर जाकर के ऑनलाइन अकाउंट खोलने का फॉर्म और केवाईसी डॉक्यूमेंट की प्रतिलिपि को अपलोड करना होता है, इसके बाद कोरियर या डाक की मदद से अपनी self-attested केवाईसी डॉक्यूमेंट और ओरिजिनल फॉर्म शेयर ब्रोकर के पास भेज देते हैं. इसके बाद शेयर ब्रोकर हमारे डॉक्यूमेंट को वेरीफाई करने के बाद हमारा ट्रेडिंग अकाउंट खोल देता है.
ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से जब भी हम शेयर बाजार से शेयर की खरीद बिक्री करते हैं तो हमारा शेयर ब्रोकर हमारे आर्डर को स्टॉक एक्सचेंज तक पहुंचाता है और हमारा आर्डर कंपलीट होने पर शेयर ब्रोकर हमें आर्डर कंपलीट होने का कन्फर्मेशन और जानकारी भेज देता है. खरीदे के शेयर हमारे डीमैट खाते में जमा हो जाती है. और शेयर के मूल्य के साथ-साथ टैक्स तथा ब्रोकरेज चार्ज भी हमारे अकाउंट से कट जाता है. वही शेयर बेचते वक्त शेयर हमारे डीमैट खाते से ट्रेडिंग अकाउंट में ट्रांसफर हो जाते हैं. ट्रेडिंग के लिए पैसे की निकासी और जमा बैंक खाते के जरिए होता है.