ज्यादातर इंटरनेट उपयोगकर्ता, इंटरनेट पर विभिन्न तरह के ब्राउज़िंग करते समय अपनी गोपनीयता और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का इस्तेमाल करना सबसे सुरक्षित और उपयोगी मानते हैं। एक वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क का इस्तेमाल करते समय ऐसे कई सारे कारक है जो कि आपके इंटरनेट कनेक्शन को धीमा कर सकते हैं। आज के हमारे इस लेख में हम इसी बारे में बात करेंगे कि किस तरह से How Do VPNs Affect Your Internet Speed?
VPN को वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क के नाम से भी जाना जाता है। यह उन लोगों के बीच में काफी लोकप्रिय है जो कि अपनी गोपनीयता और सुरक्षा को इंटरनेट की दुनिया में अत्यधिक ध्यान रखते हैं। लेकिन, आमतौर पर सामान्य इंटरनेट उपयोगकर्ता इन सारी चीजों पर उतना ध्यान नहीं देते हैं। लेकिन इंटरनेट पर ब्राउज़िंग करते वक्त आपको अपनी गोपनीयता एवं सुरक्षा के लिए वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क का इस्तेमाल अवश्य रूप से करना चाहिए। बहुत से लोगों के लिए यह एक ऑनलाइन सुरक्षा सेवा है जो ग्रह को इंटरनेट तक पहुंच प्रदान करती है जिससे कि वह एक निजी नेटवर्क से जुड़े हो। इस तरह के इंटरनेट संचार में प्राथमिक अंतर इंक्रिप्टेड इंटरनेट संचार और गोपनीयता होती है। बहुत से लोगों द्वारा इंटरनेट पर ब्राउजिंग करते वक्त गोपनीयता और सुरक्षा की एकत्रित जोड़ने के लिए वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क का उपयोग किया जाता है जो आज के समय में पब्लिक इंटरनेट पर गोपनीयता और सुरक्षा के लिए सबसे बेहतरीन ऑनलाइन टूल्स की गिनती में आती है।
How Do VPNs Affect Your Internet Speed? – कैसे वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) आपके इंटरनेट स्पीड को धीमा कर सकता है?
VPN जिसे वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क भी कहते हैं आपके इंटरनेट स्पीड को कम या ज्यादा करने के पीछे कई सारे कारण हो सकते हैं। वैसे तो वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क यानी कि वीपीएन का इस्तेमाल करते समय ऐसे कई सारे कारक है जिनके कारण आपकी इंटरनेट की गति प्रभावित होती है।
इसके निम्नलिखित कारण हो सकते हैं जिसे हम नीचे कुछ बिंदुओं के द्वारा बता रहे हैं:-
- आपके VPN, server की लोकेशन कहां है। यह कारक सबसे मुख्य कारक में से एक है। अगर आप अपने वर्चुअल प्राइवेट सर्वर की लोकेशन आपके लोकेशन से अधिक दूर रखेंगे तो इससे भी आपके इंटरनेट की स्पीड पर प्रभाव पड़ता है।
- आपकी वर्चुअल प्राइवेट सर्वर पर इस्तेमाल किए जाने वाला इंक्रिप्शन किस लेवल का है और किस प्रकार का है यह भी आपके इंटरनेट की स्पीड को प्रभावित कर सकता है।
- क्या आपके द्वारा उपयोग किए जाने वाले वेब सर्वर में बैंडविथ प्रतिबंध तो नहीं है। क्योंकि कई बार ऐसा देखा गया है कि अगर किसी वेबसाइट पर पर बैंडविथ पर प्रतिबंध होता है तो भी इससे इंटरनेट की गति प्रभावित होती है।
किसी भी VPN से इंटरनेट की गति इन्हीं कुछ कारणों के चलते प्रभावित हो सकती है। इनमें से सबसे पहला कारण यही है कि आपके वेब सर्वर यानी कि वर्चुअल प्राइवेट सर्वर की लोकेशन किस जगह पर है। अगर यह अपने यूजर के लोकेशन से अधिक दूर होगा तो इस चलते भी इंटरनेट की गति प्रभावित होना तय है।
VPN के जरिए अपने इंटरनेट की स्पीड बढ़ाएं?
अगर आप अपने लोकेशन पर इंटरनेट की धीमी गति के चलते काफी परेशान रहते हैं। तो आप वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क का इस्तेमाल करके अपने इंटरनेट की गति बढ़ा सकते हैं। अपने लोकेशन पर इंटरनेट की गति को चेक करने के लिए आप कई तरह के ऑनलाइन टूल्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। जिनकी मदद से आप उस लोकेशन पर इंटरनेट की स्पीड का टेस्ट कर सकते हैं।
वर्चुअल प्राइवेट सर्वर एक उपाय, हो सकता है। अगर आप मेरे जैसा है एक डेवलपर है तो आप अपने खुद का VPN वेब सर पर बना सकते हैं। ऑल इंटरनेट पर अपने जानकारी एवं गोपनीयता को बनाए रख सकते हैं।
कई बार ऐसा भी देखा गया है कि अगर आप इंटरनेट का इस्तेमाल करने के लिए वर्चुअल प्राइवेट सर्वर का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि आपके वर्चुअल प्राइवेट सर्वर से डिस्कनेक्ट करने से वास्तव में आपकी इंटरनेट की स्पीड में तेजी आ सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि एक वर्चुअल प्राइवेट सर्वर आप के डाटा को इंक्रिप्ट करता है और आपकी कनेक्शन को धीमा कर सकता है। लेकिन आप, वर्चुअल प्राइवेट सर्वर से डिस्कनेक्ट हो करके इंक्रिप्शन को बाईपास कर सकते हैं और तेज कनेक्शन का आनंद उठा सकते हैं।
अपना खुद का वर्चुअल प्राइवेट सर्वर स्थापित करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको इसकी बैंडविथ के लिए किसी कंपनी द्वारा प्रदत वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क की तुलना में अधिक बैंडविथ मिलता है। इसके साथ ही साथ आप अपने मन मुताबिक इसमें अपने परिवार वालों और अन्य लोगों को जोड़ सकते हैं ताकि वह भी वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क से जुड़ कर के इंटरनेट पर safe ब्राउजिंग कर सके।
How VPN Work? वीपीएन कैसे काम करता है?
वर्चुअल प्राइवेट सर्वर (VPN) लोगों के लिए अपने इंटरनेट ट्रैफिक की सुरक्षा करना और अपनी पहचान को ऑनलाइन निजी रखने का सबसे आसान और प्रभावी तरीकों में से एक में गिना जाता है।
जैसे ही आप किसी वर्चुअल प्राइवेट सर्वर से जुड़ते हैं, आपका इंटरनेट ट्रैफिक एक इंक्रिप्टेड टनल से होकर के जाता है जिसे कोई भी नहीं देख सकता है। जिसमें हैकर्स, सरकार है और आपका इंटरनेट सेवा प्रदाता शामिल होता है।
लोगों द्वारा वर्चुअल प्राइवेट सर्वर का इस्तेमाल अपनी ऑनलाइन गतिविधि को निजी रखने और यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है इसलिए उनका इंटरनेट अनुभव बाहरी हस्तक्षेप से मुक्त हो सके।
बहुत सारी कंपनियां दूरदराज के कर्मचारियों को जोड़ने के लिए वर्चुअल प्राइवेट सर्वर का भी इस्तेमाल करती है। जिससे कि वे सभी एक केंद्रीय कार्यालय में एक ही स्थानीय नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहे हो। लेकिन व्यक्तिगत वीपीएन की तुलना में व्यक्तियों के लिए कम लाभ के साथ ऐसा उपलब्ध होता है।
एक वर्चुअल प्राइवेट सर्वर का इस्तेमाल करते हुए आप अपने इंटरनेट के आईपी पते को बदल सकते हैं। आदित्य संख्या जो आपको और दुनिया में आपके राजस्थान की पहचान करती है जब आप कनेक्ट करते हैं तो या एक नई आईपी ऐड्रेस होती है जो आपको उससे कनेक्ट करती है।
निष्कर्ष
आज के हमारे इस लेख में हमने इस बारे में जानकारी उपलब्ध कराई है कि, How Do VPN Affect Your Internet Speed? वीपीएन के इस्तेमाल से आपके इंटरनेट की स्पीड पर क्या प्रभाव पड़ता है? इस बारे में जानकारी उपलब्ध कराई है। एक वीपीएन को वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क के नाम से भी जाना जाता है। अगर आप अपने इंटरनेट ब्राउजिंग एक्सपीरियंस को और अधिक सुरक्षित और गोपनीयता बनाए रखना चाहते हैं तो आपको वीपीएन का इस्तेमाल अवश्य ही करना चाहिए।
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