List of Government Banks in India – भारत में सरकारी बैंकों की सूची हाल ही फिलहाल में भारत में बहुत सारे बैंकों का मर्जर दूसरे बैंकों के साथ कर दिया गया है। जिसके चलते बैंकों की संख्या भारत में घट गई है। बैंक एक वित्तीय संस्थान है, जो अपने ग्राहकों को धन प्राप्त करने और उन्हें विभिन्न प्रकार के ऋण एवं वित्तीय संबंधी सेवाएं प्रदान करती है।
इसके अलावा किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाती है। बैंक अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए कई सारे कार्य सरकार के द्वारा संचालित करती है। जैसे कि किसान क्रेडिट लोन (KCC), DBT, यह आम नागरिकों के लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं हो। इन सारे योजनाओं को एक आम नागरिक तक पहुंचाना है बैंक का ही कार्य होता है। इन सबके अलावा जैसे कि धन प्रबंधन, मुद्रा विनिमय, बचत खाता, वित्तीय सेवाएं, धन की सुरक्षा और निवेश करना आदि होता है।
भारत के वित्त मंत्री वर्तमान समय में निर्मला सीतारमण ने भारत में बैंकिंग के क्षेत्र में सुधार और आर्थिक विकास को गति देने के लिए कुछ बैंकों का विलय करके अन्य बैंकों में विलय करने की घोषणा की थी। जिसके तहत भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSU Banks) की संख्या अब घट करके कुल 12 रह गई है। वहीं अगर बात करें तो साल 2017 तक भारत में कुल बैंकों की संख्या 27 थी। अगर भारतीय बैंकों के इतिहास के बारे में बात करें तो भारत में बैंकिंग व्यवस्था ब्रिटिश शासन काल में शुरू हुआ था।
भारत में वर्तमान समय में बैंकों की कुल संख्या जिन्हें आप सरकारी बैंक क्या सकते हैं 12 है, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया इन बैंकों का केंद्रीय प्राधिकरण है जो भारत में सभी बैंकिंग कार्यों का प्रबंधन करता है। आइए जानते हैं वर्तमान समय में भारत में कुल राष्ट्रीयकृत बैंकों की संख्या कितनी है? List of Government Banks in India – भारत में सरकारी बैंकों की सूची
List of Government Banks in India – भारत में सरकारी बैंकों की सूची
सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक में बैंक होता है जो सरकार के स्वामित्व में आता है या जिस बैंक में सरकार की 51 फ़ीसदी से अधिक का शेयर धारक होता है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया वर्ष 1955 के अधिनियम के तहत भारत में पहला राष्ट्रीय कृत बैंक बना था। यह भारत के कुल राष्ट्रीय कृत बैंक की जानकारी दी गई है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा बैंकिंग क्षेत्र को नियंत्रित किया जाता है। विलय होने से बैंकॉक द्वारा आवंटित की जाने वाली लोन की संख्या एवं NPA (Non-Performing Assets) की संख्या में कमी आएगी। इसी के साथ ही बैंकों की उत्पादकता, दत्ता बढ़ाने और 6 साल की कम अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। पिछले वर्ष 10 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का विलय करके चार बैंक में मिला दिया गया था। अब देश में कुल 12 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक है।
पंजाब नेशनल बैंक
पंजाब नेशनल बैंक (PNB), स्थापना 12 अप्रैल, 1805 को लाहौर से ₹200000 की पूंजी और ₹20000 की कार्यशील पूंजी (Working Capital) के साथ अपना परिचालन शुरू किया था। पंजाब नेशनल बैंक भारत का पहला स्वदेशी बैंक है। पंजाब नेशनल बैंक की स्थापना भारतीयों की मदद से की गई थी। अब इसका ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया में विलय कर दिया गया है।
इंडियन बैंक ऑफ इंडिया
इंडियन बैंक की स्थापना 15 अगस्त 1907 को किया गया था। इंडियन बैंक भी भारत का एक स्वदेशी बैंक है। इलाहाबाद बैंक इंडियन बैंक के साथ में विलय कर दिया गया है। इलाहाबाद बैंक के साथ विलय होने के साथ ही इंडियन बैंक भारत में एक बड़ी बैंक के रूप में उभरकर के सामने आया है.।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI)
भारतीय स्टेट बैंक भारत का सबसे बड़ा वाणिज्य बैंक है और इसका इतिहास 200 वर्ष पुराना है। भारतीय स्टेट बैंक संपत्ति, जमा, लाभ, शाखाओं, ग्राहकों और कर्मचारी आदि के मामले में भारत का सबसे बड़ा बैंक है। भारतीय स्टेट बैंक में सरकार की हिस्सेदारी 50% है।
List of Government Bank in India – भारत में सार्वजनिक बैंकों की संख्या एवं सूची
- भारतीय स्टेट बैंक
- पंजाब नेशनल बैंक ( ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स तथा यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के विलय होने के बाद)
- इंडियन बैंक ( इलाहाबाद बैंक से विलय के बाद)
- केनरा बैंक ( सिंडिकेट बैंक से विलय के बाद)
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ( आंध्रा बैंक तथा कॉरपोरेशन बैंक के विलय के बाद)
- इंडियन ओवरसीज बैंक
- यूको बैंक
- पंजाब तथा सिंध बैंक
- सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया
- बैंक ऑफ बड़ौदा
- बैंक ऑफ महाराष्ट्र
- बैंक ऑफ इंडिया