Google के सुंदर पिचाई से लेकर के, Microsoft के सत्या नडेला, Adobe के शांतनु नारायण से लेकर के आईबीएम जैसी बड़ी कंपनी में अरविंद कृष्ण, देखा जाए तो दुनिया की दिग्गज कंपनियों में भारतीय आदरणीय भूमिका निभा रहे हैं। भारत दुनिया के सबसे बड़े प्रवासी और आईटी विशेषज्ञता का एक विशाल स्रोत अपने अंदर समेटे हुए हैं। दुनिया के कुछ सबसे प्रतिष्ठित कंपनियों में भारतीयों का ही दबदबा है। आज के हमारे इस लेख में हम ऐसे ही एक भारतीय Parag Agrawal Biography – टि्वटर के सीईओ (CEO) पराग अग्रवाल की जीवनी के बारे में जानकारी लेंगे।
सोशल मीडिया पर लोग 29 नवंबर 2021 को काफी गदगद हो गए, क्योंकि इस सूची में एक और हीरो शामिल हो गया। जी हां जब ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी ने सोमवार को अचानक अपना पद छोड़ दिया, तो उन्हें एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर पराग अग्रवाल (Parag Agarwal) को सारी बागडोर सौंप दी, जिन्होंने कंपनी के भविष्य को स्थापित करने में जैक डोर्सी के साथ मिलकर के काफी सारा काम की ट्विटर जैसी कंपनी को आगे बढ़ाने के लिए किया है।
आज के बाद इस लेख में हम वर्तमान समय में फ्यूचर पे मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी का बागडोर संभालने वाले पराग अग्रवाल के जीवन के बारे में हम जानेंगे। इसके अलावा हम उनकी निजी जिंदगी एवं उनकी कुल संपत्ति इसके अलावा अन्य और भी पहलुओं पर चर्चा करने वाले हैं।
Parag Agrawal Biography – टि्वटर के सीईओ (CEO) पराग अग्रवाल की जीवनी
पराग अग्रवाल का जन्म भारत में वर्ष 1976 में हुआ है। उनकी पत्नी का नाम विनीता अग्रवाल है। उनकी एक बेटी भी है जिनका नाम अनामिका अग्रवाल है। पराग अग्रवाल ने परमाणु ऊर्जा केंद्रीय विद्यालय से अपनी प्राथमिक की शिक्षा शुरू की। बारहवीं कक्षा तक यहां पर पढ़ने के बाद वह इंजीनियरिंग की तैयारी में जुट गया। इसके बाद उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) से इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान से इंजीनियरिंग करने के लिए उन्हें मुंबई की यात्रा करनी पड़ी। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई से ही उन्होंने अपनी कंप्यूटर इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की है।
हाल ही में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई ने अपने पूर्व छात्रों को प्रौद्योगिकी की दुनिया में अनेक योगदान के लिए मान्यता दी है और उन्हें महत्व भी दिया है। वह कॉलेज से स्नातक होने के बाद पीएचडी की डिग्री हासिल करने के लिए स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय चले गए। स्टैनफोर्ड में रहते हुए, पराग अग्रवाल ने माइक्रोसॉफ्ट, याहू और at&t लैब्स जैसे विभिन्न प्रौद्योगिकी दिग्गजों में इंटर्नशिप की और उद्योग का अच्छा अनुभव प्राप्त किया।
पराग अग्रवाल ने माइक्रोसॉफ्ट और याहू जैसी बड़ी कंपनियों के लिए एक छात्र के रूप में काम करने के बाद वर्ष 2011 में ट्विटर पर काम करना शुरू किया। शुरुआत में पराग अग्रवाल ने विज्ञापन संबंधी सामानों पर ध्यान केंद्रित किया। बाद में फ्री आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में चले गए। 8 मार्च, दो हजार अट्ठारह को पराग अग्रवाल को ट्विटर के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (CTO) के रूप में ट्विटर के लिए काम करने का मौका मिला।
मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी के रूप में उन्होंने ट्विटर में काम करते हुए सबसे पहले ट्विटर टाइम लाइन में ट्वीट की और प्रसंगिकता में सुधार के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करने की ओर ध्यान केंद्रित किया। कंपनी में शामिल होने के ठीक 10 साल बाद पराग अग्रवाल को ट्विटर का अगला मुख्य कार्यकारी अधिकारी घोषित कर दिया गया।
पराग अग्रवाल की कुल संपत्ति एवं तनख्वाह
पराग अग्रवाल की कुल संपत्ति 1.52 बिलियन डॉलर आंकी गई है। उनकी मूल आए और बोनस में उल्लेखनीय वृद्धि के कारण वे कुछ ही समय में लाखों डॉलर का हो जाएगा। कंपनी के अनुसार पराग अग्रवाल को ट्विटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में 1 मिलियन डॉलर वार्षिक तनख्वाह दी जाएगी। इसके अलावा उन्हें 12.5 मिलीयन स्टॉक मुआवजे के रूप में दिया जाएगा।
जब उन्होंने ट्विटर कंपनी के मुख्य पदाधिकारी के पद का पदभार संभाला दोनों ने अपने कर्मचारियों को एक ईमेल में कहा कि जब उन्होंने शुरुआत की थी तब कंपनी में 1000 से कम कर्मचारी थे। उन्होंने लिखा, ” मैं आपके जूते में चला गया हूं, मैंने उतार-चढ़ाव, कठिनाइयों और बाधाओं, सफलताओं और अपनी भूलो को देखा है।”
जैसे-जैसे ट्विटर विकसित होने में सुस्त होने के लिए एक प्रतिष्ठा को हिला देने की कोशिश करता है, वह मशीन सीखने और अन्य तकनीकी सफलताओं पर ध्यान केंद्रित कर रहा है जिसने इसे नई सुविधाओं और उत्पादों को और अधिक तेजी से लाने की अनुमति दी है।
पराग अग्रवाल का सफर ट्विटर के साथ
पराग अग्रवाल का जन्म राजस्थान के अजमेर जिले में हुआ है। बाद में वह मुंबई चले गए जहां उनके पिता भारतीय परमाणु ऊर्जा विभाग में एक वरिष्ठ अधिकारी के रूप में कार्य करते थे। पराग अग्रवाल की माता एक सेवा निर्मित स्कूल शिक्षिका है। उन्होंने परमाणु ऊर्जा केंद्रीय विद्यालय से अपनी प्राथमिकी शिक्षा हासिल की। पराग अग्रवाल वर्ष 2021 में तुर्की में आयोजित अंतरराष्ट्रीय भौतिक ओलंपियाड में उन्होंने स्वर्ण पदक भी जीता है। उन्होंने वर्ष 2000 में संयुक्त प्रवेश परीक्षा में 77 वां रैंक हासिल किया था। 2005 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई से उन्होंने कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद, पीएचडी की डिग्री लेने के लिए स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर विज्ञान में दाखिला लिया और अमेरिका चले गए।
वर्ष 2011 में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में उन्होंने ट्विटर में काम करना शुरू किया। ट्विटर में काम करने से पहले अपराध अग्रवाल माइक्रोसॉफ्ट और याहू जैसी बड़ी कंपनियों में काम कर चुके थे। ट्विटर में काम करते हुए उन्हें वर्ष 2017 में ट्यूटर का मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (CTO) नियुक्त किया गया। दिसंबर 2019 में ट्विटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) जैक डोर्सी ने घोषणा की कि प्राग अग्रवाल प्रोजेक्ट ब्लू सीक के प्रभारी होंगे।
पराग अग्रवाल से जुड़े रोचक तथ्य
- पराग अग्रवाल एक मशीन लर्निंग विशेषज्ञ है, जिन्होंने ट्विटर द्वारा प्रौद्योगिकी को अपनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- उनके थीसिस सलाहकार के अनुसार पराग अग्रवाल का जन्म मुंबई में हुआ था और उन्हें गणित का अच्छा ज्ञान होने के साथ-साथ बड़े पैमाने पर डाटा सेट के साथ काम करने का अनुभव भी है।
- सिलिकॉन वैली के अंदरूनी सूत्रों का हवाला देते हुए न्यूयॉर्क टाइम्स की एक कहानी के अनुसार, पराग अग्रवाल जैक डोर्सी की तरह शांत, विनम्र ,तकनीकी और एक ऐसे इंटरनेट के बारे में भावुक है जहां लोगों को शक्ति और नियंत्रण वापस दिया जा सकता है।
- 2001 में तुर्की में अंतरराष्ट्रीय भौतिकी ओलंपियाड में, पराग अग्रवाल ने स्वर्ण पदक जीता था।
- प्राग एक साहसी व्यक्ति है जिसे स्किइंग और हाइकिंग करना पसंद है। इसके साथ ही उन्हें नए नए व्यंजन आजमाने और तरह-तरह के खाने का शौक भी है।
- पराग भले ही अमेरिका में रहता है, लेकिन वह होली और दिवाली जैसे सभी प्रमुख भारतीय त्योहारों को मनाता है।
- बॉलीवुड की मशहूर गायिका श्रेया घोषाल को कथित तौर पर पराग अग्रवाल की सहपाठी के रूप में जाना जाता है।
- अग्रवाल को क्रिकेट काफी पसंद है और स्टेडियम में क्रिकेट मैच देखना वह काफी ज्यादा पसंद करते हैं।
- अज्ञात स्रोतों के अनुसार, पराग अग्रवाल ने IIT JEE की परीक्षा में 77 वां रैंक हासिल किया था।
पराग अग्रवाल को ट्विटर का सीईओ क्यों नियुक्त किया गया?
एक ऐसे समय में जब ट्विटर जैसी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म सोशल मीडिया कंपनी अपने उपयोगकर्ता आधार का विस्तार करने के लिए नए-नए तरीकों की तलाश कर रहा था। उसी दौरान पराग अग्रवाल ने ट्विटर के लिए काम करना शुरू किया। वर्ष 2023 के अंत तक कंपनी को 315 मिलियन दैनिक सक्रिय उपयोगकर्ता होने की उम्मीद थी। जोकि ट्विटर जैसी कंपनी के वार्षिक राजस्व को दोगुना से अधिक होने की उम्मीद की जा सकती थी।
ऐसे समय में उन्होंने टि्वटर कंपनी के रूप में मुख्य कार्यकारी अधिकारी का पदभार संभाला है। जब 2023 तक योजना की घोषणा को प्रेरित करते हुए, वर्ष में एक नया मुद्रीकरण योग्य उत्पाद बनाने में विफल रहने के लिए निगम के निवेशकों द्वारा आलोचना भी की गई थी। जैक डोर्सी द्वारा इस्तीफा देने के बाद यह निर्णय लिया गया कि पराग अग्रवाल को ट्विटर का मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किया जाए।