TamilRocker (तमिलरॉकर्स) आजकल काफी चर्चा में है। ऐसा नहीं है कि तमिल रॉकर वेबसाइट की चर्चा हाल ही के दिनों में इंटरनेट पर काफी ज्यादा हो रही है। तमिलेरॉकर्स वेबसाइट पहले भी काफी ज्यादा सुर्खियों में रह चुकी है। लेकिन ऐसा क्या है? की तमिलरॉकर्स वेबसाइट इतनी ज्यादा लोगों के बीच में चर्चा का विषय बनी हुई है। आज के हमारे इस लेख में हम इस बारे में जानकारी लेंगे की Who are TamilRocker? – तमिलरॉकर्स वेबसाइट इतनी चर्चा में क्यों? इसके साथ ही इस वेबसाइट की शुरुआत कैसे हुई और लोगों के बीच में इतनी चर्चा क्यों बटोरे हुए हैं। इन सारी चीजों के ऊपर आज हम अपने इस लेख में बात करने वाले हैं।
बहुत हैं हमारे, पाठक इस बारे में जानकारी रखते हैं कि अगर वह इंटरनेट का इस्तेमाल फिल्म देखने के लिए करते हैं तो कभी ना कभी उन्होंने भी TamilRockers के वेबसाइट पर जाकर के फिल्म में जरूर देखी होगी।
इस वेबसाइट को साल 2011 में बनाया गया था और बाद में यह एक सार्वजनिक वेबसाइट बन गया। जो इंग्लिश डब फिल्मों के साथ-साथ क्षेत्रीय भाषा में डब की गई हॉलीवुड की फिल्मों की पायरेटेड फिल्में परोसा करता है। इसने ही काफी ज्यादा भारत में तहलका मचाया था। क्योंकि, इस वेबसाइट पर ऐसी फिल्में भी पायरेटेड करके रिलीज कर दी गई थी। जिन्हें अब तक सिनेमाघरों में दिखाया भी नहीं गया था। इस तरह के कई सारे अफवाह विवादों में फंसी यह वेबसाइट लोगों के बीच में काफी सुर्खियां बटोर चुका है। आज के हमारे इस लेख में हम इसी बारे में जानकारी लेने वाले हैं कि Who are TamilRocker? – तमिलरॉकर्स वेबसाइट इतनी चर्चा में क्यों?
What is TamilRockers? क्या है तमिल रॉकर्स?
TamilRockers (तमिल रॉकर्स) एक टॉरेंट वेबसाइट है जो कॉपीराइट सामग्री के अवैध वितरण की सुविधा देती है। जिसके अंतर्गत टेलीविजन शो, हॉलीवुड फिल्में, बॉलीवुड की फिल्में, दक्षिणी भारत की फिल्में, संगीत और वीडियो शामिल है।
कोई व्यक्ति जब तमिल रॉकर्स की वेबसाइट पर पहुंचता है तो वह दिए गए लिंक, टॉरेंट फाइल की सहायता से कॉपीराइट की गई सामग्रियों को खोजने और डाउनलोड करने की अनुमति देती है। जिसमें किसी भी विजिटर को पियर-टु- पियर फाइल साझा करने की सुविधा भी प्रदान किया जाता है।
भारत में तमिल रॉकर वेबसाइट को प्रतिबंधित किया गया है। लेकिन फिर भी यह वेबसाइट नए वेब पतों की श्रृंखला पर स्विच करके ऑपरेशन जारी रखता है। पायरेटेड वेबसाइट और होस्टिंग प्रदाताओं की अपनी परम पारीक सूची के अलावा, फिल्म उद्योग समूह अब इस वेबसाइट को पायरेटेड फिल्मों के बाजार में एक रूप से सूचीबद्ध भी करता है।
तमिल रॉकर्स एक पायरेसी वेबसाइट है जो अवैध रूप से फिल्में डाउनलोड करने के लिए पायरेटेड लेटेस्ट तमिल, तेलुगु मलयालम और बॉलीवुड की फिल्में ऑनलाइन उपलब्ध कराती है। तमिल रॉकर्स एक अवैध वेबसाइट है जो दक्षिण भारतीय फिल्म प्रशंसकों के बीच बेहद लोकप्रिय है।
देखा जाए तो पिया अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुख्यात ‘ पायरेटेड बे’ (Pirated Bay) वेबसाइट की एक देसी संस्करण मान सकते हैं। जहां से यह एक टॉरेंट क्लाइंट के माध्यम से मुफ्त में ज्यादातर दर्शनीय भारतीय फिल्में और अन्य सामग्री डाउनलोड कर सकते हैं। विभिन्न लोकप्रिय तमिल, तेलुगु मलयालम और यहां तक की बॉलीवुड की फ़िल्में नियमित रूप से इस वेबसाइट पर अपलोड की जाती है। हालांकि भारत जैसे देश में इस वेबसाइट को प्रतिबंधित किया गया है। इन सबके बावजूद लोग वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क और प्रोक्सी की मदद से इसके सरवर तक आसानी से एक्सेस करके फिल्में देखते हैं।
टॉरेंट वेबसाइट की सूची में तमिल रॉकर्स वेबसाइट दुनिया भर में लोकप्रिय 10 सबसे बेहतर टॉरेंट वेबसाइट के टॉप लिस्ट में शुमार है। साल 2018 को इस साइट के पीछे रहने वाले 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। जिसमें से एक इस वेबसाइट का एडमिन भी माना जाता है। इसके बाद साल 2019 को कोयंबटूर में तमिल रॉकर्स के बहुत सारे मेंबर्स को भी गिरफ्तार किया गया था।
तमिलेरॉकर्स वेबसाइट के ऊपर कई बार प्रतिबंध लगाया गया
ऐसी बात नहीं है कि इस वेबसाइट की शुरुआत साल 2011 के बाद इस वेबसाइट के ऊपर प्रतिबंध ना लगाया गया हो। नक़ल कसने के तमाम जतन के बावजूद तमिलेरॉकर्स वेबसाइट फिर नए नाम और नए लिंक के साथ इंटरनेट पर अपनी जगह बना ही लेती है।
भारत सरकार से लेकर के कई सारे अंतरराष्ट्रीय देशों में तमिल रॉकर वेबसाइट को प्रतिबंधित किया गया है। सरकारी दस्तावेज में तमिलेरॉकर्स का डोमेन नेम से लेकर के URL तक सभी चीजें प्रतिबंधित की गई है। इन सब के बावजूद पायरेटेड कंटेंट के शौकीन लोग उसका पता ढूंढ ही लेते हैं। तमिल्हड्रॉकर्स पायरेटेड कंटेंट की दुनिया में अब एक विचार बन चुकी है, इस नाम से आपको इंटरनेट पर कई सारे और भी बहरूपिया वेबसाइट देखने को मिल जाएंगे।
हालाकी, तमिल रॉकर्स वेबसाइट की शुरुआत कैसे हुई इसके बारे में इंटरनेट पर कहीं भी कोई भी जानकारी मौजूद नहीं है। लेकिन, बहुत सारे मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो इस वेबसाइट का अस्तित्व साल 2011 के आसपास हुआ था।
वही एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री पर पैनी नजर रखने वाली चर्चित वेबसाइट ‘फिल्म कम्पैनियन’ ने अलग-अलग सोर्स के हवाले से बताया था कि तमिल रॉकर्स जैसी वेबसाइट का गठन साल 2007 या 2011 में दोस्तों के एक छोटे समूह द्वारा शुरू किया गया था। वर्तमान समय में इस वेबसाइट के सदस्य कई देशों में फैले हुए हैं। ऐसा माना जाता है कि तमिलरॉकर्स वेबसाइट से जुड़े हुए मेंबर्स कि कुछ लोग फिल्म रिकॉर्डिंग सोर्संग करते हैं, तो कुछ मेंबर्स वेबसाइट पर वीडियोस अपलोड करने का काम करते हैं। ऐसा भी माना जाता है कि tamilrockers साइट केवल भारत में ही ऑपरेट नहीं करती बल्कि यह भारत से बाहर भी ऑपरेट करती है।
भारत में से कई बार प्रतिबंधित किया गया लेकिन बहुत से प्रोक्सी सर्वर की मदद से यह बार-बार दूसरे नाम के साथ लोगों को पायरेटेड कंटेंट परोसने का काम करती आ रही है। शुरुआती समय में यह वेबसाइट अज्ञात थी क्योंकि वह उस समय केवल तमिल फिल्में ही अपलोड किया करते थे। जैसलमेर से उनकी लोकप्रियता बढ़ती चली गई वैसे-वैसे व अन्य भाषाओं की पायरेटेड फिल्में भी अपलोड करने लगे। इस तरह इस वेबसाइट ने दुनिया भर में काफी नाम कमाया और पायरेटेड कंटेंट बेच करके काफी पैसा भी बनाया है।
तमिलरॉकर्स वेबसाइट ने पायरेटेड कंटेंट के जरिए कितना पैसा कमाया?
यह क्या पाना बेहद मुश्किल है? की tamilrockers वेबसाइट ने पायरेटेड कंटेंट बेच करके कितना पैसा कमाया है? हालांकि हम में से ज्यादातर लोग यह सोचते हैं कि फिल्म तो हम पायरेटेड मुफ्त में देख ले लेते हैं। ऐसे में तमिलरॉकर्स वेबसाइट ने कैसे पैसे कमाए होंगे। लेकिन इंटरनेट पर ऐसे कई माध्यम है जिसके जरिए से पैसे कमाए जा सकते हैं। जैसे कि एडवरटाइजमेंट, पॉप अंडर एड, इत्यादि चीजों से एडवर्टाइजमेंट के जरिए यह वेबसाइट काफी अच्छा खासा रकम इकट्ठा कर लेते हैं।
इस तरह से देखा जाए तो अगर हम एक साधारण वेबसाइट की तुलना करें जो इस तरह का कंटेंट परोसा जाता है, उस वेबसाइट पर प्रतिदिन लगभग 4 मिलियन विजिटर आते हैं। इस तरह का वेबसाइट प्रतिदिन लगभग $400 से लेकर के $1000 प्रतिदिन कमाते हैं। अगर इसका एक औषध भी निकाला जाए तो कम से कम इस तरह के वेबसाइट $600 प्रतिदिन कमाते होंगे। इस हिसाब से यह महीने में $18000 से लेकर के $30000 के आसपास इनकी कमाई होती होगी। अगर आप इसे भारतीय रुपयों में देखें तो लगभग दो से तीन करोड़ रुपए आराम से 1 महीने में कमा लेते हैं।
तमिलरॉकर्स चर्चा में क्यों है?
तमिल रॉकर्स एक ऐसी वेबसाइट है जहां गैर कानूनी तौर पर फिल्मों की पायरेसी की जाती है। यानी फिल्में रिलीज होने से पहले ही डाउनलोड करने के लिए इंटरनेट पर उपलब्ध कर दी जाती है। 2011 में इसकी शुरुआत किया गया था।
ऐसा माना जाता है कि यह दुनिया की एकमात्र ऐसी पायरेटेड मूवी वेबसाइट है जो सबसे जल्दी नई रिलीज फिल्मों को अपने पोर्टल पर अपलोड करती है। यह दक्षिण भारतीय फिल्मों के अलावा हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं की फिल्में भी उपलब्ध कराती है। यह से किसी भी तरह की फिल्मों को डाउनलोड किया जा सकता है।
लेकिन सबसे बड़ा सवाल, वर्तमान समय में तमिल रॉकर्स इतनी चर्चा में क्यों है। सोनी लिव एप्प द्वारा तमिलरॉकर्स नाम की वेब सीरीज 19 अगस्त 2022 को अपने प्लेटफार्म पर स्ट्रीम की गई। यह इस वेब सीरीज का पहला सीजन है जिसमें कुल मिलाकर के 8 एपिसोड है। भारतीय फिल्म इंडस्ट्री की पायरेसी एक अभिशाप है।
इस वेब सीरीज में पायरेसी के हर पहलू को दिखाने की कोशिश की गई है। तमिल रॉकर्स दक्षिण भारतीय सिनेमा इतिहास में एक दाग माना जाता है। एक जमाने में तमिल रॉकर वेबसाइट के पीछे की गैंग की कहानी को इस वेब सीरीज के माध्यम से दिखाया गया है। तमिल रॉकर्स किसी भी फिल्म को रिलीज डेट के पहले सफलतापूर्वक लीक करने में महारत थे। बहुत से लोग तमिल रॉकर वेबसाइट को इंटरनेशनल सिंडिकेट से भी जोड़ करके देखते हैं।
Sony Liv , पर प्रसारित की गई यह वेब सीरीज सच्ची घटना से प्रेरित है। लेकिन फिर भी इस वेब सीरीज के डिस्क्लेमर मे कहा गया है कि यह फिल्म काल्पनिक कहानी पर आधारित है, और कहानी बनाने में कलात्मक स्वतंत्रता ली गई है।
इस वेब सीरीज के चलते हैं, तमिलरॉकर्स वेबसाइट एक बार फिर से चर्चा में आ गई है। यही वजह है कि आज तक न्यूज़ पोर्टल पर tamilrockers वेबसाइट की काफी चर्चा चल रही है। भले ही कुछ भी हो, लेकिन तमिल रॉकर वेबसाइट इंटरनेट की दुनिया में विचार बन गई है। आज भी बहुत सारे लोग तमिलरॉकर्स वेबसाइट की नकल और उसके जैसी कामयाबी भी पाना चाहते हैं।
निष्कर्ष
आपके हमारे इस लाइफ में हमने आप सभी लोगों को इस बारे में जानकारी उपलब्ध कराई है कि Who are TamilRocker? – तमिलरॉकर्स वेबसाइट इतनी चर्चा में क्यों?
तमिल रॉकर्स वेबसाइट पायरेटेड कंटेंट परोसने वाली वेबसाइट है। जिसे भारत सहित दूसरे देशों में भी प्रतिबंधित किया गया है। इस वेबसाइट को किसने बनाया इस बारे में इंटरनेट पर किसी भी तरह की कोई भी जानकारी नहीं है। लेकिन, विभिन्न मीडिया स्रोत यह मानते हैं कि तमिल रॉकर्स वेबसाइट को साल 2011 में बनाया गया था। साल 2018 और 2019 में इस से जुड़े तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था।