Why Can’t Some Birds Fly? कुछ पक्षी क्यों उड़ नहीं सकते?

दुनिया भर में पक्षियों की बहुत सी प्रजातियां पाई जाती है। पक्षियों की प्रजातियों में से कुछ प्रजाति तो बेहद खूबसूरत और उड़ने में माहिर होती है। लेकिन, दुनिया में पक्षियों की कुछ ऐसी भी प्रजाति है जिनके पंख जो होते हैं। फिर भी यह पक्षी उड नहीं पाते हैं? पक्षियों की इस प्रजाति में ऐसा क्या है कि यह क्यों उड़ नहीं पाते हैं? आज के हमारे इस लेख में हम इस बारे में जानकारी लेंगे की Why Can’t Some Birds Fly? कुछ पक्षी क्यों उड़ नहीं सकते?

ऐसे पक्षी जो उड़ नहीं सकते उन्हें ‘Ratites’ पक्षी के समूह में रखा जाता है। इस समूह में शुतुरमुर्ग, कीवी, पेंग्विन इत्यादि पक्षी भी आते हैं। जो पक्षी उड़ नहीं पाते हैं आमतौर पर देखा जाता है कि उन पक्षियों में उलटना हड्डी (Keel bone) नहीं होता है। यह एक तरह की हड्डी होती है जो पंख के साथ मांसपेशियों से जुड़ी हुई होती है। जो किसी भी पक्षी को उड़ने में मदद करती है।

आज की हमारी इस लेख में हम इसी बारे में जानकारी लेंगे की Why Can’t Some Birds Fly? कुछ पक्षी क्यों उड़ नहीं सकते? इसके पीछे विज्ञान क्या कहता है?

Why Can’t Some Birds Fly? कुछ पक्षी क्यों उड़ नहीं सकते?

ऐसे पक्षी जो उड़ नहीं सकते उन्हें “Ratites” पक्षियों के समूह में रखा जाता है। ऐसे सवाल पहले से ही उठते पा रहे हैं कि कुछ पक्षी क्यों नहीं उठ पाते हैं और कुछ पक्षी बड़ी आसानी से अपने पंखों को फैला कर के उड़ सकते हैं?

जब वैज्ञानिकों द्वारा ऐसे पक्षी जो उड़ नहीं सकते उनके ऊपर अध्ययन किया गया। तो उनके पूर्वज के डीएनए को पर यह पाया गया कि इन पक्षियों में बहुत से परिवर्तन हुए हैं। आज से लगभग 65 मिलियन वर्ष पहले जब डायनासोर विलुप्त हो गए थे। उस दौरान इन पक्षियों में कई सारे परिवर्तन हुए।

जैसा कि हम सभी यह जानते हैं कि उल्का पिंडों की बौछार के कारण धरती से डायनासोर की प्रजाति लुप्त हो गई थी। इस दौरान कुछ छुटपुट पक्षियों ही बच पाई थी। उल्कापिंड ओके बौछार के कारण लगभग डायनासोर की पूरी प्रजाति समाप्त हो गई थी, इस वजह से शिकारियों का एक समूह लगभग खत्म सा हो चुका था। आकाश में रहने वाले शाकाहारी जीव जैसे कि पक्षी के लिए अब कोई भी शिकारी नहीं था। ऐसी स्थिति में जहां धरती पर उल्का पिंड की बौछार के कारण भोजन लगभग समाप्त हो चुका था और पक्षियों का शिकार करने वाला कोई भी जीव नहीं बचा था।

इन पक्षियों को अपना भोजन इकट्ठा करने के लिए, धरती पर काफी मेहनत करनी पड़ती थी। धीरे-धीरे या पक्षी जमीन पर ही अपना भोजन खोजने लगी थी। साथ ही जब कोई पक्षी उड़ान भर्ती है, तो उस पक्षी को बहुत ही अधिक मात्रा में ऊर्जा खर्च करना पड़ता था। उस समय जब पूरी दुनिया में भोजन की इतनी कमी थी तो यह पक्षी उड़ान भर कर के अपनी उर्जा क्यों खर्च करते। इसलिए इस तरह के पक्षी जमीन पर तब तक रहे जब तक कि वे अपने भोजन की तलाश नहीं कर लेते।

इन पक्षियों के वंशज का पता मसोजो़इक युग से लगाया जा सकता है, इसलिए सर डेविड एटनबरो ने उन्हें ‘ Flintstones of the Bird World” की उपाधि दी है।

नहीं उड़ सकने वाले पक्षी किस तरह से उड़ सकने वाले पक्षियों से अलग हैं?

जैसा कि हमने पहले ही इस बात पर चर्चा की है कि नहीं उड़ सकने वाले पक्षियों को रैटाइटस (Ratites) समूह में रखा जाता है। बच्चों के इन समूह के अंतर्गत शुतुरमुर्ग, कीवी, पेंग्विन, ऐमु, गुआम रेल, ताकाह, काकापो, पोकलैंड स्ट्रीमर डक, बेका, कैसोरी आदि पक्षी शामिल है।

ऐसे पक्षी जो उड़ नहीं सकते हैं इनके पंखों में कील की हड्डियां (Keel bone) नहीं होती है। यह किसी पक्षी में एक प्रकार की हड्डी होती है जो उनके कंधों को पंखों से जोड़ता है, साथ ही में पंखों से जुड़े मांसपेशियों को उड़ने के लिए मजबूती से जकड़े रहता है। लेकिन ऐसे पक्षी जो उड़ नहीं सकते उनमें यह हड्डी नहीं होती है।

इसके अलावा भी नहीं उड़ सकने वाले पक्षियों के पंखों का आकार उनकी शरीर की तुलना में छोटा होता है। उनके पंख उनके शरीर का वजन नहीं संभाल सकते। इस वजह से उनके पास उनके शरीर का वजन उठाने के लिए असमर्थ होते हैं। जिनसे यह Keel bone हड्डियां जुड़ी हुई होती है। उड़ सकने वाले पंछियों की हड्डियां खुजली होती है जो उन्हें आसानी से टेक ऑफ के लिए हल्का कंकाल प्रदान करती है। वही Ratites समूह के पक्षियों की पैरों की हड्डियां मोटे और भारी होती है। जिससे कि इस समूह के पक्षियों को टेक ऑफ करने के लिए समर्थन नहीं करती और जमीन पर जीवन के लिए इस तरह की पक्षी ज्यादा अनुकूलित होती है।

वैज्ञानिक पहलू

चार्ल्स डार्विन के विकास के सिद्धांत के बारे में जब आप पढ़ेंगे। तब आपको यह भी पढ़ने को मिलेगा की Ratites समूह के पक्षी और दूसरे पक्षी एक दूसरे के रिश्तेदार हैं। थॉमस हक्सले द्वारा उसी समय इस पर गहरी टिप्पणी की गई थी। उन्होंने कहा था कि ऐसे पक्षी है जो उड़ नहीं सकते उनके मुंह में एक तरह की लंबी हड्डी होती है जो कि केवल सरीसृप में देखने को मिलती है। वही ऐसे पक्षी जो फुर्सत ने में सक्षम होते हैं उन्हें इस तरह का कोई भी हड्डी देखने को नहीं मिलता है।

विशाल मोआ (Moa) पक्षी

विशाल मोआ, जो अब हमारी धरती पर मौजूद नहीं है। लेकिन, कभी हमारी धरती पर नहीं उड़ सकने वाले पक्षियों के पहले पूर्वज माने जाते हैं। हालांकि, इसका सबसे करीबी रिश्तेदार दक्षिणी अमेरिकी पक्षी है जो मुश्किल से खुद को जमीन से उठा सकता है। जिसे टीनमौ (Tinamou) के नाम से भी जाना जाता है।

ऐसे पक्षी जो उड़ नहीं सकते?

दुनिया में कई ऐसे पक्षियों की प्रजाति है जो पंख होने के बाद भी उड़ नहीं सकते हैं। यहां पर हम आपको ऐसे पक्षियों की एक छोटी सी सूची दे रहे हैं।

1. शुतुरमुर्ग

दुनिया के सबसे बड़े पक्षी में से एक शुतुरमुर्ग है, जो जमीन पर लगभग 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकता है। अफ्रीका और उसके आसपास के इलाकों में पाए जाते हैं। इन पक्षियों के पंख होने के बाद भी यह उड़ नहीं सकते हैं।

शुतुरमुर्ग

2. पेंग्विन

अंटार्टिका दी पर पाए जाने वाले पेंग्विन पक्षी भी नहीं सकते हैं। पेंग्विन पक्षी पानी के अंदर 7 मिनट तक रह सकती है। यह समुद्र के अंदर या पानी के अंदर 7 मिनट तक मछलियों का शिकार कर सकती है। एक व्यस्क पेंग्विन दिन भर में लगभग 500 बार पानी के अंदर गोता लगा कर के अपना शिकार पकड़ती है।

पेंग्विन

3. ऐमू

यह एक ऑस्ट्रेलियाई पक्षी है। यह पक्षी भी काफी ऊंचा होता है, इसकी ऊंचाई 1.9 मीटर तक हो सकती है। शुतुरमुर्ग के बाद यह पक्षी दुनिया का सबसे बड़ा पक्षी है।

ऐमू

4. गुआम रेल।

इस पक्षी के भी पंख होने के बावजूद भी उड़ नहीं सकती है। इस पक्षी को आप अक्सर चिड़िया घरों में देख सकते हैं।

गुआम रेल

5. ताकाह

यह पक्षी दक्षिणी दीप पर पाया जाता है। वर्ष 1948 में इस पक्षी की खोज की गई थी। इस पक्षी के पंख होने के बाद भी यह उड़ नहीं सकती है।

ताकाह

6. काकापो

काकापो को आप कभी देखेंगे तो यह कभी आपको उल्लू की तरह दिखाई देगा तो कभी तोता की तरह, इस वजह से इसे उल्लू तोता भी कहा जाता है। यह पक्षी न्यूजीलैंड में पाए जाते हैं, इसके अलावा माउथ आइसलैंड, लिटिल बैरियर आइसलैंड में भी यह देखे गए हैं।

काकापो

7. फाल्कालैंड स्टीमर डक

साउथ एंड अटलांटिक आइसलैंड में पाए जाने वाले यह पक्षी, बत्तख के परिवार से संबंध रखते हैं। इनके भी पंख होने के बावजूद यह उड़ नहीं पाते हैं।

फाल्कालैंड स्टीमर डक

8. लिटिल स्पाउट किवी

कीवी पक्षी की यह प्रजाति न्यूजीलैंड में पाई जाती है कि आपने प्रजाति की सबसे छोटी चिड़िया है। पंख होने के बावजूद भी यह उड़ नहीं पाते हैं।

Little Spotted Kiwi

निष्कर्ष

आज के हमारे इस लेख में हमने आप सभी लोगों को इस बारे में जानकारी भी उपलब्ध कराने की कोशिश की है कि Why Can’t Some Birds Fly? कुछ पक्षी क्यों उड़ नहीं सकते?

असल में ऐसे पक्षी जिनके पंख होते हैं लेकिन उड़ नहीं सकते हैं वे Ratites समूह के पक्षी होते हैं। वैज्ञानिक शोध से यह पता चला है कि यह पक्षी एवियन प्रजाति के पक्षियों से विकसित हुए हैं। जब उल्का पिंड की बौछार के बाद डायनासोर हमारी धरती से लुप्त होने लगे थे। तब इन पक्षियों ने विकास का एक नया पाठ पढ़ा, जिस वजह से यह अधिकतर समय भोजन की तलाश में धरती पर ही गुजारा करते थे। धीरे-धीरे इन में क्या परिवर्तन होता गया और यह धरती पर ही रहना पसंद करने लगे। इस समूह के पक्षियों के पंखों में एक तरह की हड्डी नहीं होती, जिस वजह से इनके पंख इनके कंधों के मांसपेशियों को कमजोर कर देता है। जिससे यह पक्षी उड़ने में सक्षम नहीं होते।

आज हम अपने चारों तरफ अगर नजर दौड़ आएंगे तो इस तरह के पक्षी आपको हर महाद्वीपों में देखने को मिल जाएंगे।

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