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खाली पेट शराब क्यों नहीं पीना चाहिए?

क्या खाली पेट शराब पीना नुकसान दायक होता है? Why Shouldn’t You Consume Alcohol On An Empty Stomach? हां खाली पेट शराब पीना आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है। शराब का सेवन करने वाले अधिकांश लोग जानते हैं कि शराब उनके सोचने, महसूस करने और कार्य करने के तरीके को प्रभावित करते हैं। लेकिन, शराब पीने वाले व्यक्ति में से ऐसे बहुत ही कम व्यक्ति होंगे जिन्हें यह पता होगा कि शराब पीने के बाद शराब हमारे शरीर में कैसे काम करता है? जिससे कि हमे नशा आने लगता है। कम अल्कोहल वाले ड्रिंक की तुलना में अधिक अल्कोहल वाले ड्रिंक का हमारे शरीर में क्या प्रभाव पड़ता है? आज के हमारे इस लेख में हम इस बारे में जानकारी लेने वाले हैं।

खाली पेट शराब क्यों नहीं पीना चाहिए? Why should one not drink alcohol on an empty stomach?

खाली पेट शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक होता है। बहुत सारे सच में या सामने आया है कि जब आप शराब पीते हैं तो शरीर शराब को कैसे अवशोषित करता है।

  • जब आप शराब पीते हैं तो उसका बहुत ही कम प्रतिशत आपकी जीब और मुंह में मौजूद छोटी रक्त कोशिकाओं द्वारा अवशोषित किया जाता है।
  • जब शराब आपके पेट में पहुंचती है तो उसका 20% तक का हिसाब रक्त द्वारा अवशोषित हो जाता है।
  • जब शराब आपकी छोटी आत में पहुंचती है तो शेष बचे हुए शराब का 75 से लेकर के 80% तक अल्कोहल आपके रक्त कोशिकाओं द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है।

जब शराब आपके नसों में दौड़ने शुरू कर देती है तो धीरे-धीरे यह आपके शरीर के अलग-अलग अंग तक पहुंचने लगती है। जिसके चलते आपके शरीर के रक्त प्रवाह को शराब प्रभावित करने लगता है।

शराब पीने से आपके रक्त प्रवाह प्रभावित होने के साथ-साथ या आपके शरीर में सभी अंगों तक पहुंचने लगती है। 80 से 90% तक पानी, कार्बन डाइऑक्साइड और ऊर्जा में बदल देता है, जिससे कि शरीर डिहाइड्रेट होना शुरू कर देता है। शराब को तोड़ने के लिए लीवर, एंजाइम का उपयोग करता है।

आपके शरीर में मौजूद किडनी भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। किडनी में फिल्ट्रेशन का काम शुरू हो जाता है। आपके शरीर में तरलता मात्रा को संतुलित करने के लिए पेशाब के जरिए शरीर से अपशिष्ट उत्पादों को निकालना शुरू कर देता है। ऐसी स्थिति में शराब आपकी किडनी को अधिक मेहनत करने के लिए मजबूर करता है। इसलिए अत्यधिक शराब पीने वाले व्यक्ति के शरीर में किडनी खराब होने की समस्या रहती है।

शराब पीने के 5 से 10 मिनट के भीतर रक्त प्रवाह से अल्कोहल आपके पूरे शरीर से मस्तिक तक पहुंच जाती है। जिससे आपके मूड में बदलाव आना शुरू हो जाता है। बहुत से व्यक्तियों में सोचने समझने की क्षमता खत्म हो जाती है। यहां तक कि बहुत से लोग ब्लैक आउट हो जाते हैं।

अत्यधिक मात्रा में शराब के सेवन से त्वचा संबंधी बीमारियां भी हो सकती है। शराब की एक छोटी मात्रा त्वचा की सतह के नीचे की महीन रक्त वाहिकाओं से वाष्पित हो जाती है। वही गर्भवती महिलाओं में अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन मां एवं बच्चे दोनों के लिए काफी हानिकारक होता है।

हर कोई शराब को अलग दर से अवशोषित करता है। महिलाएं, युवा लोग, और जो लोग छोटे होते हैं वे पुरुषों और शरीर के आकार में बड़े और बड़े लोगों की तुलना में अधिक तेजी से शराब को अवशोषित करते हैं।

लेकिन आपका शरीर शराब को कैसे हैंडल करता है, इसमें खाने की एक बहुत बड़ी भूमिका होती है। शराब सबसे जल्दी छोटी आंत द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है। पेट में जितनी देरी तक शराब रहती है वह उतनी ही धीमी अवशोषित होती है और इतनी धीमी या शरीर को प्रभावित करती है।

शराब शरीर में जाकर के भोजन को आपकी छोटी आत में जल्दी जाने से रोक देती है। जब शराब पीने से पहले आपके पेट में भोजन होता है तो शराब अधिक धीरे-धीरे अवशोषित होता है। जब आप खाली पेट शराब पीते हैं तो शराब जल्दी आपकी छोटी आंत में चली जाती है। जहां से शराब की अधिकांश मात्रा और रक्त प्रवाह में अवशोषित कर लिया जाता है।

खाली पेट अधिक मात्रा में शराब पीना चिंता का कारण बन सकता है। इससे उल्टी, गंभीर मछली और बुरा सिरदर्द हो सकता है। यहा ” हैंगओवर” का कारण भी बन सकता है।

खाली पेट शराब पीने से आपके नींद में भी कमी आ सकती है जिससे कि आप प्रकाश और ध्वनि के प्रति संवेदनशीलता, अत्यधिक प्यास और स्पष्ट रूप से सोचने में विफलता का कारण बन सकता है।

शराब और हमारा मेटाबॉलिज्म

हमारे द्वारा शराब के सेवन के दौरान शराब के 10% हमारे पसीने, मूत्र और सांस के माध्यम से निकल जाता है। यही कारण है कि शराब पीने के बाद आपको थोड़ी सी दुर्गंध आ सकती है। यह आपका शरीर इससे छुटकारा पा रहा है। यही कारण है कि पीने के दौरान आप अपने पूरे शरीर में गर्मी महसूस करते हैं। बहुत सारे व्यक्तियों में शराब पीने के बाद उनके पसीने छूटने लगते हैं।

शराब के सेवन के बाद 90% तक का शराब हमारे किडनी, छोटी आत, बड़ी आंत और रक्त प्रवाह द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है। लिवर में मौजूद एंजाइम अल्कोहल डिहाइड्रेशन, अल्कोहल को अन्य रसायनों में तोड़ देता है। जिससे कि कार्बन डाइऑक्साइड और पानी का उत्पादन करने के लिए यह टूट जाते हैं और कचरे पदार्थ के रूप में शरीर से बाहर निकाल दिए जाते हैं।

दिलचस्प बात यह है कि शराब एक मूत्रवर्धक है, जो किडनी को अधिक तेज गति से कार्य करने के लिए मदद करता है। शरीर से अल्कोहल मेटाबॉलिज्म के उत्पादों को बाहर निकालने के लिए किडनी को अधिक मूत्र को फिल्टर करना पड़ता है।

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यह सब अवशोषण का खेल है। शरीर को उपभोग की गई शराब को अवशोषित करने और मेटाबॉलिज्म को बनाए रखने के लिए समय देने की जरूरत होती है।

जब भी आप कभी ऐसी स्थिति में पड़ जाए तो आप इस बात का ध्यान रखें कि आप अपने भोजन में कुछ कार्बोहाइड्रेट जैसे कि चावल, इत्यादि जरूर थोड़ी बहुत खा ले। या आप शराब पीते वक्त दोनों काम साथ में कर सकते हैं।

अगर आपके पास खाने के लिए कुछ नहीं है। तो आप शराब को अधिक से अधिक पानी डालकर के पी सकते हैं। इससे शराब आपके शरीर में इतनी ज्यादा तेजी से अवशोषित नहीं होगी। कोशिश करें कि आप शराब धीरे-धीरे पिए। ताकि अल्कोहल का प्रभाव आपके शरीर में अधिक ना हो।

निष्कर्ष

अंत में पीने से कम से कम 1 घंटे पहले अपना पेट आंशिक या पूर्ण रूप से भर ले। मजे करो, लेकिन अपने शरीर को वह करने के लिए पर्याप्त समय दो जोक उसे चाहिए। इसके अलावा दिलचस्प बात यह है कि शराब के सुखद प्रभाव भोजन के साथ या जब इस प्रिंटेड अल्कोहल को पतला किया जाता है तो सबसे अच्छा होता है। जो आपके शरीर और स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होती है।

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