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15 अगस्त को ही क्यों स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है?

हर साल 15 अगस्त को भारत में स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया जाता है। आखिर 15 अगस्त को ही हम भारतीय स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाते हैं? क्या कभी आपके मन में इस तरह का सवाल आया है? आज हम अपनी इस लेख में इस बारे में चर्चा करेंगे कि हम स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को ही क्यों मनाते हैं? स्वतंत्रता दिवस का इतिहास क्या है? इन सारी चीजों के बारे में हम आज के हमारे इस लेख में चर्चा करने वाले हैं? 15 अगस्त को ही क्यों स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है?

देश में स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है। 15 अगस्त वर्ष 1947 यह हुआ दिन था जब हमें अंग्रेजों की लंबी गुलामी के बाद आजादी मिली थी। हम आपको यह बता देना चाहते हैं कि हमें आजादी 14 अगस्त की रात में मिली थी। यही वजह है कि पड़ोसी देश जैसे कि पाकिस्तान में स्वतंत्रता दिवस 14 अगस्त को ही मनाया जाता है। लेकिन हम भारतीय 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस के बारे में रोचक जानकारी

आजादी से पहले यानी कि वर्ष 1947 से पहले हम स्वतंत्रता दिवस 26 जनवरी को मनाते थे। भारत में पहले साल 1930 से लेकर के साल 1947 तक 26 जनवरी के दिन ही स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता था। उसका फैसला साल 1929 में हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अधिवेशन के दौरान किया गया था।

इस अधिवेशन में भारत ने पूर्ण स्वराज की घोषणा की थी। इस घोषणा के बाद सविनय अवज्ञा आंदोलन के लिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा भारतीय नागरिकों से इस आंदोलन में शामिल होने के लिए निवेदन किया गया था साथ ही भारत की पूर्ण स्वतंत्रता तथा आदेशों का पालन समय से करने के लिए भी कहा गया था।

उस दौरान भारत के गवर्नर लॉर्ड माउंटबेटन थे। माउंटबेटन ने ही निजी तौर पर भारत के लिए स्वतंत्रता के लिए 15 अगस्त का दिन तय करके रखा था। बताया जाता है कि इसी दिन वह अपने कार्यालय के लिए बहुत सौभाग्यशाली दिन मानते थे। इसके पीछे और एक कारण यह भी माना जाता है कि दूसरे विश्व युद्ध के दौरान 15 अगस्त 1945 को ही लॉर्ड माउंटबेटन की अगुवाई में जापानी सैनिकों ने ब्रिटेन के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।

ब्रिटिश गवर्नर लॉर्ड माउंटबेटन उस समय सभी देशों की ब्रिटिश सेना के कमांडर थे। लॉर्ड माउंटबेटन की योजना वाली 3 जून की तारीख पर स्वतंत्रता और विभाजन के संदर्भ में हुई बैठक में ही यह तय किया गया था। भारत में भारतीय ज्योतिष शास्त्री द्वारा इसका घोर विरोध भी किया गया। क्योंकि, ज्योतिष शास्त्रों का मानना था कि 15 अगस्त 1947 का दिन अशुभ और अमंगलकारी है। विकल्प के तौर पर उन्हें दूसरी तारीख भी सुझाई गई लेकिन लॉर्ड माउंटबेटन 15 अगस्त की तारीख पर अड़े रहे। तब ज्योतिषियों ने उनकी भी बात रखते हुए यह फैसला किया कि भारत को आजादी 14 अगस्त की रात दी जाए। क्योंकि वह दिन शुभ था। इस तरह 14 अगस्त और 15 अगस्त की मध्य रात्रि को भारत को पूर्ण स्वतंत्रता दे दी गई।

वही अंग्रेज यह मानते थे कि रात के 12:00 बजे के बाद नया दिन शुरू होता है। तो वहीं भारतीय ज्योतिष गणना के अनुसार दिन का आरंभ सूर्य उदय के साथ ही होता है। भारतीय ज्योतिष इस बात पर भी अड़े रहे कि सत्ता के परिवर्तन का संभाषण 48 मिनट की अवधि में संपन्न किया जाए। इसलिए यह मुहूर्त निकला कि 11 बज कर के 51 मिनट से शुरू होकर के 12:15 तक पूरे 24 मिनट तक की अवधि का था। इस पर समय सीमा में जवाहरलाल नेहरू को भाषण देना था।

ब्रिटिश सरकार द्वारा शुरुआती दौर में यह निर्णय लिया गया था कि भारत को पूर्ण स्वराज वर्ष 1948 को सत्ता हस्तांतरित करने के बाद दी जाएगी। लेकिन, 1947 में सत्ता प्राप्त करते ही लॉर्ड माउंटबेटन ने भारतीय नेताओं से आम सहमति बनाने के लिए तुरंत बातचीत शुरू कर दी और 15 अगस्त 1947 को भारत को पूर्ण स्वराज दे दिया गया।

वर्ष 1945 में ही ब्रिटिश सरकार को यह आभास हो गया था कि वह भारत में और अधिक शासन नहीं कर सकती है। 1945 वह दौर था जब विश्वयुद्ध समाप्त होने के कगार पर था। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश सरकार आर्थिक रूप से काफी कमजोर हो चुका था। इसके साथ ही ब्रिटिश सरकार अपनी खुद की सरकार यानी कि इंग्लैंड में अपना शासन चलाने के लिए भी संघर्ष कर रही थी। माना जाता है कि उस समय ब्रिटिश सरकार लगभग दिवालिया होने के कगार पर पहुंच चुकी थी। महात्मा गांधी और सुभाष चंद्र बोस की गतिविधियां इसमें अहम भूमिका निभाती है। वर्ष 1940 की शुरुआत से ही गांधी और सुभाष चंद्र बोस ने अंग्रेजो के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया था। जिसके चलते अंग्रेजों के नाक में दम मचा हुआ था। अंत में ब्रिटिश सरकार को भारत को पूर्ण स्वराज देना पड़ा।

स्वतंत्रता दिवस क्या है? What is Independence Day

भारत में स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है। इस दिन हर साल राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया है। यार वह दिन होता है जब किसी देश को आजादी मिली हो और इसे राजपत्रित छुट्टी के नाम से जाने जाता है इसे आजादी का दिन भी कहा जाता है। हर देश में इसे अलग-अलग रूप में मनाया जाता है, देश के नागरिक स्वतंत्रता दिवस को एक जश्न की तरह मनाते हैं।

भारत में स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाता है क्योंकि हमारा देश 15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश शासन से आजाद हुआ था। यह भारत का राष्ट्रीय त्योहार है और प्रति वर्ष भारत में भारत के प्रधानमंत्री द्वारा लाल किले पर प्राचीर से देश को संबोधित करते हैं और राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है।

पूरे भारतवर्ष में इस दिन विभिन्न सरकारी संस्थाएं, विद्यालयों, स्कूल एवं कॉलेज , सरकारी भवन इत्यादि जगहों पर झंडा फहराया जाता है। परेड और संस्कृति का आयोजन के साथ पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है।

हम स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाते हैं? Why we Celebrate Independence Day

स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 1947 में ब्रिटिश शासन से भारत की आजादी के याद में हर साल मनाया जाता है। 15 अगस्त को एक नए स्वतंत्रत भारत का निर्माण और जन्म हुआ। इस दिन अंग्रेजों ने भारत छोड़ और देश को नेताओं को सौंपा था इसलिए भारत के इतिहास में यह एक महत्वपूर्ण दिन है और भारतीय इस दिन को हर साल बड़ी धूमधाम से मनाते हैं।

15 अगस्त 1947, वह दिन था जिस दिन भारतीयों को अंग्रेजों की लंबी गुलामी के बाद आजादी मिली थी। ब्रिटिश सरकार ने भारत पर 200 से भी अधिक वर्षों तक शासन किया है। इतनी लंबी गुलामी के बाद ब्रिटिश हुकूमत से आजादी मिली है। 15 अगस्त को पूरे भारत में राष्ट्रीय और राजपत्रित अवकाश के रूप में घोषित किया गया है।

हम भारतीयों के लिए अंग्रेजों से स्वतंत्रता प्राप्त करना इतना भी आसान नहीं था। अंग्रेजों से स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए कई लोगों ने अपनी जान की कुर्बानी दे दी थी। कई लोगों के परिवार तबाह हो गए, तो कई सुहागन विधवा हो गई, कई लोगों ने अपने माता पिता को स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए खो दिया। इन स्वतंत्रता सेनानियों ने हमें यह स्वतंत्रता दी है।

उन्होंने पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए दोनों ही तरह के रास्ते हिंसक और अहिंसक दोनों अपनाए थे। इस तरह कड़ी संघर्ष करने के बाद हमें अंग्रेजो के खिलाफ आजादी मिली है। 15 अगस्त के दिन ना केवल हम स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं, बल्कि हम अपने उन स्वतंत्रता सेनानियों को भी याद करते हैं जिन्होंने भारत देश की आजादी के लिए अपना जान निछावर कर दिया।

इस दिन सभी राष्ट्रीय, सभी राज्य और स्थानीय सरकार के कार्यालय, बैंक, डाकघर, सरकारी संस्थाएं, व्यवसाय और संगठन आदि बंद रहते हैं। हालांकि सार्वजनिक परिवहन इस दौरान चालू रहते हैं। इस दिन भारत का हर एक नागरिक स्वतंत्रता दिवस मनाता है।

15 अगस्त 2021 को संपूर्ण भारत अपना 75 वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा। भारत में पहला स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 1947 को मनाया गया था। उस दौरान पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा स्वतंत्र देश को संबोधित किया गया था।

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