What is Portfolio in Share Market – शेयर बाजार में पोर्टफोलियो क्या है?

What is Portfolio in Share Market – शेयर बाजार में पोर्टफोलियो क्या है? अक्सर शेयर बाजार में आपने पोर्टफोलियो के बारे में जिक्र जरूर सुना होगा। अगर आप एक नए निवेशक हैं, तो आपके मन में यह सवाल तो अवश्य ही आया होगा कि पोर्टफोलियो का मतलब क्या है? (What is Portfolio in Share Market)

शेयर बाजार में पोर्टफोलियो कैसे काम करता है? आज के हमारे इस लेख में हम जानेंगे कि पोर्टफोलियो क्या होता है? इसके साथ ही आज के हमारे इस लेख में हम यह भी जानकारी लेने की कोशिश करेंगे कि पोर्टफोलियो का क्या लाभ होता है?

What is Portfolio in Share Market – शेयर बाजार में पोर्टफोलियो क्या है?

पोर्टफोलियो (Portfolio)  स्टॉक (stock), बॉन्ड (Bond), Commodities, नकद और नकद समकक्ष जैसे वित्तीय निवेशों का एक संग्रह होता है। जिसमें क्लोज एंड फंड और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड शामिल होते हैं।

आमतौर पर लोग यह मानते हैं कि स्टॉक, बांड और नकद में पोर्टफोलियो का मूल शामिल होता है। हालांकि अक्सर ऐसा होता है, यह नियम होने की आवश्यकता नहीं है। एक पोर्टफोलियो में अचल संपत्ति, और निजी निवेश सहित संपत्ति की एक विस्तृत श्रृंखला हो सकती है।

आप अपने पोर्टफोलियो को खुद मैनेज कर सकते हैं या फिर किसी पोर्टफोलियो मैनेजर की सहायता ले सकते हैं। एक मनी मैनेजर, वित्तीय सलाहकार या किसी अन्य वित्तीय पेशेवर को अपने पोर्टफोलियो का प्रबंधन करने के लिए अनुमति दे सकते हैं।

ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि पोर्टफोलियो कोई रॉकेट साइंस हो, उसे आप समझ ना पाए। पोर्टफोलियो को आसानी से आप भ समझ करके का प्रबंधन कर सकने में सक्षम है।

चलिए हम एक उदाहरण द्वारा पोर्टफोलियो को समझने की कोशिश करते हैं:-

उदाहरण :- पोर्टफोलियो को समझने के लिए हम यहां पर एक उदाहरण दे रहे हैं। चलिए मान लेते हैं कि दीपक, दिनेश और राजेश तीनों के पास में लगभग ₹500000 है। दीपक ₹500000 में से 4.5 लाख रुपए अलग-अलग कंपनी पर निवेश करके शेयर खरीदना है। बाकी बचे ₹50000 को बाहर टाइम डिपॉजिट कर देता है। इस तरह से दीपक ने अपने पास मौजूद ₹500000 का निवेश किया है। जिसके चलते उसका पोर्टफोलियो कुछ इस तरह होगा।

पोर्टफोलियो का उदाहरण

इसी तरह से, दिनेश के मामले में दिनेश के पास भी ₹500000 है, जिसमें से  ₹300000 वह अलग-अलग कंपनियों के शेयर पर निवेश करता है। जिसमें से वह ₹100000 म्यूच्यूअल फंड पर निवेश करता है बाकी के ₹100000 से वाह किसान विकास पत्र खरीदता है। जिससे कि उसका पोर्टफोलियो कुछ इस तरह से दिखाई देगा।

पोर्टफोलियो का उदाहरण दिनेश

ऊपर दिया गया उदाहरण से आपको यह समझ में आ गया होगा कि पोर्टफोलियो और कुछ नहीं बल्कि एक सूची होती है। जिसमें आपके द्वारा निवेश किए गए, पैसों का आकलन किया जाता है। इसके अलावा उसने भी से हमें कितना लाभ या रिटर्न मिल रहा है यह लिखा होता है। ताकि कुल निवेश में कितना लाभ मिल रहा है, इसके बारे में जानकारी एक ही जगह पर मिल जाए।

आपको ऊपर दिए उदाहरण से या समझ में आ गया होगा कि पोर्टफोलियो का इस्तेमाल आप किस तरह से कर सकते हैं। बहुत से लोग अपना पोर्टफोलियो खुद बनाते हैं, इससे किसी भी निवेशक को अपने द्वारा किए गए निवेश से होने वाले अर्जित लाभ या रिटर्न के बारे में जानकारी एक ही जगह में मिल जाती है। पोर्टफोलियो, का यह भी लाभ है कि आप अपना पोर्टफोलियो देख कर के यहां पता लगा सकते हैं कि आपने कुल कितना निवेश किया है। इसके अलावा आप अपने पोर्टफोलियो से यह भी जानकारी ले सकते हैं कि आपने किन किन कंपनियों के शेयर, म्यूच्यूअल फंड, नकद बाजार पर किस-किस कंपनी पर निवेश एवं कितने रुपए किए हैं।

पोर्टफोलियो कितने प्रकार के होते हैं? – Types of Portfolio

अगर पोर्टफोलियो के प्रकार के बारे में बात करें, तो पोर्टफोलियो बहुत सारे प्रकार के हो सकते हैं। लेकिन हम यहां पर केवल उन्हीं पोर्टफोलियो के बारे में बात करेंगे जिनका इस्तेमाल ज्यादातर फाइनेंशियल सेक्टर पर किया जाता है:-

  • व्यक्तिगत पोर्टफोलियोIndividual Portfolio
  • कंबाइंड पोर्टफोलियोCombined Portfolio
  • डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियोDiversified Portfolio
  • उच्च जोखिम पोर्टफोलियोHigh Risk Portfolio
  • कम जोखिम वाले पोर्टफोलियोLess Risk Portfolio
  • मध्यम जोखिम पोर्टफोलियोModerately Risky Portfolio

व्यक्तिगत पोर्टफोलियोIndividual Portfolio : – अगर कोई व्यक्ति से अपने निवेश का पोर्टफोलियो बनाता है, तो उसे व्यक्तिगत पोर्टफोलियो कहते हैं। जैसे कि ऊपर के उदाहरण में हमने समझाया है। जिसमें आपको दीपक, दिनेश और राजेश के पोर्टफोलियो के बारे में बताया था। इसके अंतर्गत तीनों की निवेश की राशि ₹500000 है और वे अलग-अलग कंपनी एवं अलग-अलग जगह पर निवेश करते हैं। इस तरह से देखा जाए तो यह एक व्यक्तिगत पोर्टफोलियो का उदाहरण है।

कंबाइंड पोर्टफोलियोCombined Portfolio :- अगर एक या उससे अधिक व्यक्ति मिलकर के अलग-अलग जगह पर निवेश करते हैं। जैसे कि दोनों पार्टनरशिप में निवेश करते हैं। कृष्ण दोनों के लिए एक सामान्य पोर्टफोलियो बनाया जाता है। जिसे कंबाइंड (Combined) पोर्टफोलियो कहते हैं।

इसका सबसे बेहतरीन उदाहरण म्यूचुअल फंड के पोर्टफोलियो है, क्योंकि म्यूच्यूअल फंड ए एक से अधिक लोग निवेश करते हैं। यानी कि एक से अधिक लोगों के पास से लगे हुए होते हैं।

डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियोDiversified Portfolio :- डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो के अंतर्गत अलग-अलग लोग अलग-अलग विकल्पों में अपने पैसों का निवेश करते हैं, तो उसे डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियोDiversified Portfolio कहते हैं। हालांकि, ऐसा कुछ निश्चित नहीं है, कितने निवेशक को द्वारा कितना विकल्प का चुनाव किया गया। आपके पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो कहते हैं। इस तरह के पोर्टफोलियो में निवेशक अपने हिसाब से निवेश के विकल्प की संख्या चुनते हैं।

उच्च जोखिम पोर्टफोलियोHigh Risk Portfolio :- इसके के नाम चाहिए आपको इस बारे में पता चल गया होगा मिश्रा का पोर्टफोलियो निवेश विकल्प बहुत ही जोखिम भरा है और लंबे समय में ज्यादा रिटर्न देने वाला होता है। उदाहरण के तौर पर विभिन्न इक्विटी शेयर पर निवेश किया गया धन। इसमें कोई निवेशक अधिक जोखिम वाले कंपनी, म्यूच्यूअल फंड और शेयर पर निवेश करता है। जिसके चलते भविष्य में उसे हाई रिटर्न प्राप्त होती है।

कम जोखिम वाले पोर्टफोलियोLess Risk Portfolio :- अगर कोई व्यक्ति अपनी पैसों को इस तरह से निवेश करता है कि जिसमें उसे काफी कम जोखिम उठाना पड़ता है। निवेश के पैसों से उसे उतना अधिक लाभ भी नहीं होता है। लेकिन उसका लाभ जोखिम भरा नहीं होता, इस तरह के पोर्टफोलियो को कम जोखिम वाले पोर्टफोलियो में रखा जाता है।

मध्यम जोखिम वाले पोर्टफोलियो :- अगर कोई व्यक्ति अपने निवेश लायक पैसों को इस तरह से निवेश करता है जिससे कि उसका जोखिम ना तो बहुत ज्यादा और सुना तो बहुत कम होता है, तो ऐसे निवेश के पोर्टफोलियो को मध्यम जोखिम वाले पोर्टफोलियो कहते हैं।

म्यूच्यूअल फंड के लिए किस तरह का पोर्टफोलियो होता है?

जैसे कि हमने इस बारे में ऊपर जिक्र किया है कि कोई भी पोर्टफोलियो इस तरह से निवेश की सूची होती है। वैसे ही म्यूच्यूअल फंड का पोर्टफोलियो, ठीक वैसे ही होता है जिसमें आप अलग म्यूच्यूअल फंड के विकल्पों पर निवेश करते हैं।

जैसे कि अगर आपने इक्विटी म्युचुअल फंड पर निवेश किया है, तो इक्विटी म्यूचुअल फंड के अंतर्गत आपने किन-किन कंपनियों के म्यूच्यूअल फंड पर निवेश किया है इसके बारे में जानकारी दी जाती है।

वहीं अगर आप हाइब्रिड फंड होगा तो कौन से शहर में और कौन सी निश्चित ब्याज वाली प्रतिभूतियों में आपने निवेश किया है इसकी जानकारी मिलती है।

निष्कर्ष

आज के हमारे इस लेख में हमने आप लोगों को What is Portfolio in Share Market – शेयर बाजार में पोर्टफोलियो क्या है? इसके बारे में जानकारी उपलब्ध कराई है। इसके अलावा हमने अपने इस लेख में आप लोगों को अलग-अलग उदाहरण के जरिए पोर्टफोलियो के बारे में जानकारी उपलब्ध कराया है।

उम्मीद करता हूं कि आपको हमारे इस आर्टिकल से जरूर कुछ नया सीखने को मिला होगा। इससे संबंधित अगर आप के कुछ सवाल एवं सुझाव है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बता सकते हैं। What is Portfolio in Share Market

पोर्टफोलियो से संबंधित सवाल – Frequently Asked Questions (FAQ’s)

1. पोर्टफोलियो क्या होता है?

उत्तर :- पोर्टफोलियो से हमारा मतलब खरीदी गई अनेक प्रकार की यूनिट, शेरों एवं प्रतिभूतियों के सूची या समूह से है। यानी कि विभिन्न प्रकार की खरीदी गई यूनिट, शेयर या प्रतिभूति के समूह को पोर्टफोलियो कहा जाता है।

2. शिक्षा के संदर्भ से पोर्टफोलियो क्या होता है?

उत्तर :- विद्यार्थी द्वारा किए गए कार्यों का उद्देश्य पूर्ण व्यवस्थित संकलन जो विद्यार्थी के उत्तम प्रयासों को दर्शाता है। उसे विद्यार्थी का पोर्टफोलियो कहते हैं। यह एक फाइल, पैकेट और बैग आदि के कार्य का हो सकता है। जिसमें विद्यार्थी से संबंधित कार्यों को सुरक्षित रखा जाता है।

3. पोर्टफोलियो कितने प्रकार के होते हैं?

उत्तर :- 1. रक्षात्मक पोर्टफोलियो 2. संतुलित पोर्टफोलियो 3. आक्रमक पोर्टफोलियो

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दोस्तों में, facttechno.in का संस्थापक हूं। मैं अपनी इस ब्लॉग पर टेक्नोलॉजी और अन्य दूसरे विषयों पर लेख लिखता हूं। मुझे लिखने का बहुत शौक है और हमेशा से नई जानकारी इकट्ठा करना अच्छा लगता है। मैंने M.sc (Physics) से डिग्री हासिल की है। वर्तमान समय में मैं एक बैंकर हूं।

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