अपना खुद का घर, और एक बड़ी सी गाड़ी हर व्यक्ति का सपना होता है। किसी भी व्यक्ति के पास का उसके जीवन को आरामदेह बनाने के साथ-साथ हाई स्टेटस का भी प्रतीक है। लोग अपने के लिए कार खरीद करके अपनी जीवन की बहुत सी मुश्किलों को कम करने की कोशिश करते हैं। पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन का इस्तेमाल करना बहुत से लोगों के लिए मुसीबत का काम होता है। देखा जाए तो कोविड-19 के बाद लोगों के बीच में अपना खुद का कार या गाड़ी लेने की होड़ मची है। आज हम अपने इस लेख में इस बारे में बात करने वाले हैं कि आप किस तरह से कार लोन ले सकते हैं। How to take a car loan
पहले कार लेना या खरीदना किसी भी व्यक्ति के लिए बहुत बड़ी बात होती थी, क्योंकि उस दौरान आपको गाड़ी या कार खरीदने के लिए एक बार में पूरी रकम चुकता करनी पड़ती थी। लेकिन, अब बहुत से बैंक सस्ती ब्याज दर में आपको कार लोन मुहैया करवाते हैं। इसी वजह से है लोग अब अपना खुद का कार बड़ी आसानी से ले सकते हैं।
भारत में मौजूद वित्तीय संस्थान या बैंक या गैर बैंकिंग कंपनियां भी आसान मासिक किस्त पर कार लोन मुहैया करवाने मे सबसे आगे है। कार लोन लेने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप अपने बजट के मुताबिक कार ले सकते हैं। जिस वजह से आपका मासिक बजट भी नहीं गड़बड़ आता है। मासिक किस्त पर आप अपने सपनों की गाड़ी खरीद सकते हैं।
कार लोन कैसे लें? How to take a car loan?
भारत में वित्तीय संस्थान और बैंक या गैर बैंकिंग कंपनियां दोनों ही तरह के कार पर लोन How to take a car loan देने का कार्य करती है। सीधे शब्दों में कहा जाए तो अगर आप मार्केट से नई गाड़ी खरीदना चाहते हैं तो इसके लिए भी आपको आसानी से लोन मिल जाएगा। यदि आप चाहते हैं कि आप पुरानी गाड़ी खरीद करके उससे ड्राइविंग सीखे और बाद में फिर से नई गाड़ी खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो फिर भी आपको सेकेंड हैंड गाड़ी के लिए भी इन वित्तीय संस्थानों द्वारा लोन मुहैया करवाया जाता है। दोनों ही तरह के कार पर दिए जाने वाला लोन का ब्याज दर अलग अलग होता है।
अगर आप बाजार से नहीं गाड़ी लोन पर लेना चाहते हैं तो इस पर लगने वाला ब्याज दर 9.25% से 13.75% की ब्याज दर के साथ में लोन मुहैया करवाया जाता है। नई गाड़ी खरीदने के लिए अधिकतम रीपेमेंट पीरियड 7 वर्षों का होता है। वही पुरानी कारों को अगर आप लोन के अंतर्गत खरीदना चाहते हैं तो इस में लगने वाला ब्याज दर 12.50% से 17.50% के आसपास बैंक द्वारा ब्याज वसूला जाता है। पुरानी गाड़ियों पर अधिकतम रीपेमेंट पीरियड 2 वर्ष से 5 वर्ष के बीच होती है।
कार लोन के लिए कैसे अप्लाई करें? How to Apply for Car Loan?
कार लोन के लिए अप्लाई या आवेदन करने के लिए कुछ नियम एवं शर्तें हैं। कार लोन के लिए अप्लाई करने से पहले इन नियम एवं शर्तों को आपके द्वारा पूरा किया जाना चाहिए। इन नियम एवं शर्तों के मुताबिक इसमें आपकी उम्र, आपको मिलने वाला वेतन, आपके द्वारा किए जाने वाले नौकरी या व्यवसाय का प्रकार और आपके आवासीय प्रमाण पत्र इत्यादि चीजें शामिल होती है।
आप किसी भी वित्तीय संस्थान में अगर कार लोन के लिए आवेदन देते हैं तो ऊपर दिए गए सारे दस्तावेज आपको बैंक में जमा करने या वित्तीय संस्थान में जमा करने की आवश्यकता होती है। इन सब चीजों के अलावा निम्नलिखित दस्तावेज आपको कार लोन लेते वक्त जरूरत पड़ती है। जिस की सूची हम नीचे दे रहे हैं:-
- पहचान प्रमाण पत्र – इसके अंतर्गत आप पैन कार्ड, पासपोर्ट, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस इत्यादि चीजें जमा कर सकते हैं।
- आवासीय प्रमाण पत्र – इसके अंतर्गत आप आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, डिस्टिक कलेक्टर या दूसरे अधिकारी द्वारा जारी किया गया आवासीय प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं।
- आयु प्रमाण पत्र – आयु प्रमाण पत्र के अंतर्गत आप अपना मैट्रिक का सर्टिफिकेट या पैन कार्ड जिस पर आप की जन्मतिथि लिखी हो जमा कर सकते हैं।
- फोटोग्राफ आप अधिकतम 6 महीनों के अंदर खींची गई फोटो दे सकते हैं।
- संबंधित कंपनी से प्राप्त कोटेशन बीएफ लोन लेते वक्त जमा कर सकते हैं।
- तीन महीनों की सैलरी स्लिप या 6 महीनों का बैंक स्टेटमेंट या आयकर रिटर्न जिसमें आपके आमदनी के सबूत हैं इत्यादि चीजें भी आप जमा कर सकते हैं।
- कुछ वित्तीय संस्थान कार के इंश्योरेंस की कॉपी और ड्राइविंग लाइसेंस के बिना लोन मुहैया नहीं करवाते हैं। इसलिए कोशिश करें कि आप अपना ड्राइविंग लाइसेंस अवश्य रूप से बनवा लें।
कार का हाइपोथैकेशन क्या होता है? What is car hypothecation?
जब भी आप किसी वित्तीय संस्थान द्वारा कार लोन लेते हैं, तो यह कर्ज देने वाली कंपनी के पास गिरवी रहती है। इसमें उनके पास या अधिकार होता है कि वह किसी भी व्यक्ति द्वारा लोन नहीं चुका पाने की स्थिति में आपकी संपत्ति यानी गाड़ी को जप्त करने का अधिकार देती है। सीधे शब्दों में कहे तो अगर आप लिए गए कार लोन की मासिक किस्त सही समय पर नहीं चुका पाते हैं तो ऐसी स्थिति में वित्तीय संस्थानों के पास हाइपोथैकेशन के अंतर्गत यह अधिकार होता है कि वह आपकी गाड़ी को या आपकी संपत्ति को जप्त कर सकते हैं।
हाइपोथैकेशन लेटर कार के रजिस्ट्रेशन प्रोसेस का भी हिस्सा होता है एक बार जब आप कार लोन चुका देंगे तो आप रजिस्ट्रेशन पेपर से लोन देने वाली कंपनी का हाइपोथैकेशन हटा सकते हैं। हाइपोथैकेशन हटाने के लिए आपको संबंधित रजिस्ट्रेशन ट्रांसपोर्ट ऑफिस में नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट, कार के इंश्योरेंस के पेपर और एड्रेस प्रूफ के साथ जमा करने की आवश्यकता होती है।
यहां या ध्यान रखना जरूरी है कि कार लोन देने वाली कंपनी से आप जब भी कार की किस्त चुकता करें, यानी कि आप अपने कार का लोन समाप्त करें तो एनओसी (NOC) लेना जरूर याद रखें। इसी के बाद इसे इंश्योरेंस कंपनी को देकर अपने मालिक के नाम से इंसुरेंस पेपर जारी कर दें।
कार लोन पर आपको कितनी राशि मिलेगी?
यदि आप अपने लिए नई गाड़ी खरीदने के लिए कार लोन के लिए अप्लाई करते हैं। तो कानून के अंतर्गत मिलने वाली राशि इस बात पर निर्भर करती है कि आपकी उम्र और आमदनी कितनी है। यह चीज वित्तीय संस्थानों के ऊपर निर्भर करती है। वर्तमान समय में ज्यादातर विद्या संस्थान आप की सालाना कमाई का 4 से 6 गुना तक कार लोन के अंतर्गत राशि मुहैया करवाती है।
ज्यादातर वित्तीय संस्थानों द्वारा कार लोन के अंतर्गत 80 से 90% तक कार की कुल कीमत तक का फाइनेंस देती है। वहीं बाजार में मौजूद कुछ वित्तीय संस्थान 100 फ़ीसदी तक भी कार लोन मुहैया करवाती है। यह धन राशि एक्स शोरूम प्राइस या ऑन रोड प्राइस पर निर्भर करता है।
एक्स शोरूम प्राइस किसी डीलर को कार खरीदने के बदले चुकाए जाने वाली रकम होती है। जिसके अंतर्गत रजिस्ट्रेशन फीस, इंश्योरेंस फीस, रोड टैक्स आदि चुकाने के बाद कार सड़क पर चलने के लिए लाते हैं तो यह ऑन रोड प्राइस होता है।
वही जब आप कोई सेकंड हैंड गाड़ी खरीदते हैं। या किसी वित्तीय संस्थान द्वारा आप सेकंड हैंड गाड़ी के लिए कार लोन लेते हैं, तो दोबारा रजिस्ट्रेशन में आने वाला खर्च लोन के अंतर्गत कवर नहीं किया जाता है।
कार लोन के अंतर्गत लगने वाली ब्याज दर
भारत जैसे देश में कार लोन की रकम पर कर्ज देने वाली कंपनियां मार्जिनल कॉस्ट ऑफ़ फंड (MCLR) के अलावा भी अन्य चार्ज भी जुड़ती है। आमतौर पर यहां फिक्स्ड चार्ज होता है। जिस वजह से आपको मासिक किस्त के रूप में लोन चुकाना आसान हो जाता है।
अगर आपको ऐसा लगता है कि आने वाले भविष्य में कार पर लगने वाले ब्याज दर में कमी आ सकती है तो आप फ्लोटिंग रेट पर भी कार लोन ले सकते हैं। लेकिन, मेरे खुद के अनुभव के मुताबिक ऐसा होना थोड़ा नामुमकिन है। ज्यादातर मामलों में कार पर लगने वाला ब्याज दर स्थिर ही रहता है। वर्तमान समय में ज्यादातर वित्तीय संस्थानों द्वारा 10.3% से लेकर के 15.25% तक कार लोन पर ब्याज दर लेती है।
वित्तीय संस्थानों द्वारा महिलाओं को किसी भी तरह के लोन पर ब्याज दर में विशेष छूट भी देती है। इसलिए अगर आप एक पुरुष है और शादीशुदा है तो कोशिश करें कि आप अपनी धर्म पत्नी के नाम पर कार लोन ले।
वहीं अगर आप सेकंड हैंड कार लोन के तौर पर लेना चाहते हैं तो आपको इस बात को ध्यान रखना है कि इस पर लगने वाला ब्याज दर नई कार की तुलना में अधिक होता है। साथ ही साथ लोन को चुकता करने के लिए दिए जाने वाला रीपेमेंट पीरियड भी कम होता है।
वित्तीय संस्थानों द्वारा लिए जाने वाला फीस
जब आप कार लोन किसी भी वित्तीय संस्थान या बैंक से लेते हैं तो आपको वित्तीय संस्थानों द्वारा लगाए जाने वाले फीस के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए। किसी भी बैंक द्वारा या वित्तीय संस्थान द्वारा निम्नलिखित फीस चार्ज वसूली जाती है।
- बैंक या वित्तीय संस्थानों द्वारा लोन पर प्रोसेसिंग फीस वसूली जाती है।
- प्रोसेसिंग फीस कुल कार लोन का 0.4% से 1% के बीच हो सकता है।
- अगर आप समय से पहले लोन चुका देते हैं तो भी बैंक आपसे फीस वसूल ती है।
- बहुत से बैंक एवं वित्तीय संस्थान इस पर 5 से 6% तक चार्ज ले लेती है। तो वहीं कुछ बैंक इसके लिए किसी भी तरह का चार्ज नहीं लेते हैं।
कुछ वित्तीय संस्थान कार लोन चुकाने के लिए पार्ट पेमेंट की सुविधा भी उपलब्ध कराते हैं। सीधे शब्दों में कहा जाए तो जब आपके पास पैसे हो आप लोन का एक हिस्सा चुका सकते हैं। कार लोन लेने के 6 महीने के अंदर आप लोन का प्रीपेमेंट नहीं कर सकते हैं।
निष्कर्ष
अगर आप यह सोच रहे हैं कि आप अपने लिए एक नई गाड़ी खरीदेंगे। इसके लिए आप बैंक से कार लोन कैसे अप्लाई करेंगे? इसके बारे में हमने यहां पर संपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराई है। आज के हमारे इस लेख में हमने आप लोगों को यह जानकारी दी है कि आप किस तरह से How to take a car loan? कार लोन कैसे लें? बताया है। यहां आपको अलग से कुछ गिरवी रखने की भी जरूरत नहीं है। कार के साथी लोन सुरक्षित होता है। कार खरीदते वक्त आप अपने बजट का भी ध्यान रखें।