हर कोई आ जाता है कि समय के साथ एक विशाल पोर्टफोलियो बना करके शेयर बाजार में निवेश करके अमीर बनना सबसे आम तरीका है। दूसरी ओर, यह विचार की शेयर में निवेश करना अत्यधिक जटिल है, व्यक्तियों को ऐसा करने से रोकता है। आप ऑनलाइन डीमेट और ट्रेडिंग अकाउंट आसानी से खोल सकते हैं। शुरुआती निवेशक शेयर बाजार में निवेश को लेकर के आशंकित है क्योंकि उनका मानना है कि यह काफी जोखिम भरा, और अधिक समय लेने वाला जटिल प्रक्रिया है। लेकिन आज डिजिटल युग में आप घर बैठे बड़ी आसानी से How to open Demat and Trading Account online? – अपना डिमैट ट्रेडिंग अकाउंट ऑनलाइन कैसे खोलें? खोल सकते हैं।
आज के हमारे इस लेख में हम आप लोगों को इस बारे में जानकारी देंगे कि किस तरह से आप अपने घर में ही बैठे ऑनलाइन तरीके से अपना डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते हो। तो चलिए फटाफट यह जानते हैं कि ऑनलाइन डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने की क्या प्रक्रिया है?
How to open Demat and Trading Account online? – अपना डिमैट ट्रेडिंग अकाउंट ऑनलाइन कैसे खोलें?
अगर आप घर बैठे ऑनलाइन डिमैट एंड ट्रेडिंग अकाउंट खोलना चाहते हैं तो उसके लिए सबसे पहले आपके पास में कुछ डाक्यूमेंट्स होना बेहद जरूरी होता है। जिस की सूची हम नीचे दे रहे हैं।
- आपके पास पैन कार्ड (PAN Card) होना चाहिए।
- इसके बाद आपको एक स्टॉक ब्रोकर का चुनाव करना है।
- अपना डीमेट और ट्रेडिंग अकाउंट को सेट अप कीजिए।
- डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट की भूमिका
- UNI नंबर के लिए पंजीकरण
अपना डीमेट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए, आपके पास में
➣ 1. अगर आपके पास पैन कार्ड नहीं है तो आप पहले अपना पैन कार्ड बनवा लें।
सभी भारतीय नागरिकों के पास वित्तीय लेनदेन के लिए पैन कार्ड होना अनिवार्य होता है। जैसे कि टैक्स का भुगतान करना, बैंक खाता खोलना, म्यूचुअल फंड में निवेश करना आदि।
कर विभाग कर देनदारी यों को निर्धारित करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को 10 अंकीय अल्फान्यूमैरिक कोड आवंटित करती है। अगर आपके पास पैन कार्ड नहीं है तो आप वित्तीय लेनदेन नहीं कर सकते हैं।
अगर आपके पास पैन कार्ड नहीं है तो आप एनएसडीएल (NSDL) के जरिए ऑनलाइन पैन कार्ड के लिए भी यह आवेदन दे सकते हैं। और यह प्रक्रिया बहुत ही आसान है। बस आपको वहां जाकर के अपनी कुछ जानकारी बनी पड़ती है। और e-Kyc के माध्यम से अगर आपका आधार कार्ड आपके मोबाइल नंबर से जुड़ा है और आधार कार्ड पर आपने अपना ईमेल एड्रेस भी जोड़ रखा है तो यह काम आप ऑनलाइन आराम से कर सकते हैं। नए पैन कार्ड के लिए आवेदन का शुल्क 100 से ₹150 लगता है जिसे आप ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं।
डीमेट या ट्रेडिंग अकाउंट ऑनलाइन खोलने से पहले आप यह सुनिश्चित कर लें कि आपके पास में पैन कार्ड मौजूद है। तभी आप अपना ऑनलाइन डिमैट एंड ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते हैं।
➣ 2. उसके बाद एक स्टॉक ब्रोकर का चुनाव कीजिए
स्टॉक ब्रोकर वह होता है जो कि आपको शेयर बाजार से जोड़ता है। इसे आप दूसरे भाषा में दलाल भी कह सकते हैं। दलाल SEBI द्वारा पंजीकृत कोई कंपनी या व्यक्ति हो सकता है। ऑनलाइन आपको बहुत सारे स्टॉक ब्रोकर मिल जाएंगे।
स्टॉक ब्रोकर की आवश्यकता हमें क्यों होती है? यह सवाल अवश्य रूप से आपके मन में आ रहा होगा। कोई भी व्यक्ति ही सीधे BSE या NSE से स्टॉक या शेयर नहीं खरीद या बेच सकता है। ऐसी स्थिति में हमें स्टॉक ब्रोकर की आवश्यकता होती है।
एक स्टॉक ब्रोकर एक व्यक्ति या निगम हो सकता है जिसके पास स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदने और बेचने का अधिकार होता है। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) देश के शेयर बाजारों की देखरेख का प्रभारी है। व्यक्तियों और कंपनियों को सेबी द्वारा स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदने और बेचने का लाइसेंस दिया जाता है। स्टॉक ब्रोकर ऐसे व्यक्ति या कंपनी है जिनके पास यह लाइसेंस होता है।
➣ 3. अपना स्टॉक ब्रोकर का चुनाव करने के बाद अपना डीमेट और ट्रेडिंग अकाउंट सेटअप करें।
एक स्टॉक ब्रोकर ( व्यक्ति, कंपनी या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म) सुनने के बाद आपको एक डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना पड़ता है। एक डीमैट खाता आपके नाम पर स्टॉक और शेयरों के लिए एक डिजिटल स्टोरेज के रूप में काम करता है। इसे वर्चुअल स्टॉक पोर्टफोलियो आप मान सकते हैं। भौतिक प्रारूप में स्टॉक को डिमैट खाते में नहीं रखा जा सकता है। यह केवल उन शेयरों को धारण कर सकता है जिन्हें डीमैटरिलाइज किया गया है। इसी चलते इसका नाम डीमेट अकाउंट रखा गया है।
आपके द्वारा बाजार से खरीदे गए सभी शहर आपके नाम पर आपके डीमैट खाते में जमा हो जाते हैं। स्टॉक बिकते ही आपका डीमैट खाता खत्म हो जाता है। ठीक या उसी तरह काम करता है जिस तरह से आप अपने पैसे को बैंक खाते में रखते हो। ट्रेडिंग अकाउंट के जरिए आप शेयर की खरीद बिक्री का कार्य करते हो। आपका ट्रेडिंग अकाउंट आपके हैं बचत बैंक खाते से जुड़ा हुआ होता है।
मान लेते हैं कि आपके पास एक डीमैट अकाउंट है और उससे जुड़ा एक ट्रेडिंग अकाउंट भी है। जब आप अपने स्टॉकब्रोकर की सहायता से शेयर पर निवेश करते हैं तो ट्रेडिंग अकाउंट के जरिए यह कार्य किया जाता है। आपके द्वारा खरीदे गए शेयर के मूल्य के आधार पर आपके ट्रेडिंग अकाउंट से जुड़ा बचत बैंक खाता से पैसे काट दिए जाते हैं। आपके शेयर आपके डीमेट अकाउंट पर जमा हो जाता है। वही जवाब अपने द्वारा खरीदे गए शेयरों को बेचना चाहते हैं। तो डिमैट अकाउंट से आपके शेयर काट दिए जाते हैं। उससे मिलने वाला पैसा ट्रेडिंग अकाउंट की सहायता से आपके बचत बैंक खाते में चली जाती है।
यानी कि जब भी आप शेयर मार्केट में शेयर की खरीद बिक्री करते हैं तो डीमेट और ट्रेडिंग अकाउंट की सहायता से पूरी प्रक्रिया होती है। और आपके पैसे आपके खाते और शेयर डिमैट अकाउंट मे जमा हो जाता है।
➣ 4. डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट की भूमिका
डीमेट और ट्रेडिंग खाते के अलावा, एक और सब्जी से आपको शेयर बाजार में व्यापार शुरू करने से पहले परिचित होना चाहिए। यह वह भागीदार है जिसके पास डिपॉजिटरी होती है। हमारे देश में दो डिपॉजिटरी है।
यह दोनों डिपॉजिटरी डिपॉजिटरी प्रतिभागियों को आपने शेयर को अपने कब्जे में रखने की अनुमति देता है। इस तथ्य के बावजूद भी डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट आपके दिमाग खाते के समान लगता है, ऐसा बिल्कुल भी नहीं है।
डीमैट खाता आप के स्वामित्व वाले शेयर की मात्रा प्रदर्शित करता है। जबकि ट्रेडिंग खाता आपके खाते में खरीद और बिक्री की गतिविधि को प्रदर्शित करता है। आपके द्वारा खरीदे और बिक्री किए गए शेयर डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट के पास होते हैं।
जब आप अपने लिए डीमेट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलते हैं, तो अधिकांश ब्रोकर आपको डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट के रूप में ही पंजीकृत करेंगे।
➣ 5. Unique Identification Number (UNI) नंबर के लिए पंजीकरण
यह वैकल्पिक होता है। इसकी आवश्यकता आपको तब होती है जब आप स्टॉक मार्केट यार शेयर बाजार में ₹100000 से अधिक का निवेश करते हैं। तब आपको यूनीक आईडेंटिफिकेशन नंबर (UNI) की आवश्यकता होती है। आप अपने ब्रोकर से UIN नंबर प्राप्त कर सकते हैं।
यदि आप नौसिखिया है तो आपको यूआईएन नंबर की आवश्यकता नहीं है। यदि आप अपने व्यापार में बहुत सारा पैसा निवेश करने का निर्णय लेते हैं तो आप बाद में इसके लिए साइन अप कर सकते हैं।
ट्रेडिंग शुरू करने का समय आ गया है। अपने सफलता पूर्वक अपना डीमेट और ट्रेडिंग अकाउंट खोल लिया है। अब जब आपने सब कुछ सेट कर लिया है। आप ऑनलाइन ट्रेडिंग करने के लिए यानी कि शेयर की खरीद बिक्री करने के लिए तैयार है। इसके बाद आप शेयर बाजार के कुछ मूल सिद्धांतों को भी जरूरी रूप से सीखिए।