What are the Benefits of SIP? एसआईपी के क्या फायदे हैं?

हम भारतीय किसी भी चीज पर निवेश करने से पहले उसके बारे में हर एक जानकारी लेना पसंद करते हैं। चाहे वह साधारण सा इंश्योरेंस को या फिर हम शेयर मार्केट में या फिर मैं कल फंड में इन्वेस्ट करने वाले हो। हम संपूर्ण जानकारी लेने के बाद ही किसी भी चीज पर निवेश करना पसंद करते हैं। आज हम अपने इस लेख में बात करने वाले हैं SIP ( Systematic Investment plan) के बारे में। इसके अलावा आज के हमारी इस लेख में हम यह भी जानेंगे कि What are the Benefits of SIP? एसआईपी के क्या फायदे हैं?

एसआईपी के जरिए आप स्टॉक मार्केट में अप्रत्यक्ष रूप से अपने पैसों को निवेश करते हैं। आप अपने पैसों को पूरी तरह से सिस्टमैटिक तरीके से निवेश करते हैं। यही वजह है कि एसआईपी का प्रचलन भारत जैसे देश में काफी बढ़ गया है। SIP के जरिए लोग काफी ज्यादा पैसे अब स्टॉक मार्केट में लगा रहे हैं।

अगर आप भी यह सोच रहे हैं कि SIP पर आपको अपने पैसों का निवेश करना चाहिए कि नहीं? तो आप सही जगह आए हैं हम यहां पर आपको एसआईपी से होने वाले फायदे के बारे में बताने वाले हैं। हम यहां पर जो जानकारी आप लोगों को उपलब्ध करा रहे हैं। उससे आपको यह समझ में आ जाएगा कि आप SIP पर निवेश करना चाहिए कि नहीं। इसके अलावा हम अपने इस लेख में इस बारे में भी जानकारी उपलब्ध कराएंगे की एसआईपी में निवेश करने से कौन से नफा एवं नुकसान आपको हो सकते हैं।

Table of Contents

What are the Benefits of SIP? एसआईपी के क्या फायदे हैं?

आगे बढ़ने से पहले आपको इस बारे में जानकारी होनी चाहिए कि SIP क्या होती है? क्योंकि बिना उसकी जानकारी के आप यह निश्चय नहीं कर सकते कि आप को इस पर निवेश करना चाहिए कि नहीं? चलिए फटाफट हम यह जान लेते हैं कि एसआईपी क्या होती है ? What is SIP?

What is SIP? एसआईपी क्या होती है?

एसआईपी (SIP – SYSTEMATIC INVESTMENT PLAN) होता है। यह किसी तरह का निवेश का प्लान नहीं बल्कि या स्टॉक व फंड में निवेश करने का एक जरिया होता है। म्यूचुअल फंड में अनेक निवेशकों के पैसे को मिला करके एक फंड तैयार किया जाता है जिसे प्रोफेशनल फंड मैनेजर द्वारा संचालित किया जाता है। जिसे एसआईपी (SIP) कहते हैं।

म्यूचुअल फंड में एसआईपी के द्वारा ही निवेश कर सकते हैं जो कि एक नियमित निवेश के रूप में होता है। म्यूच्यूअल फंड स्कीम में आप एक निश्चित अवधि या अंतराल के दौरान सामान्यता हर महीने पैसे जमा करते हो। एक निश्चित अवधि के बाद आपके द्वारा निवेश किए गए पैसों पर आपको अच्छी खासी धनराशि प्राप्त होती है। यह है एसआईपी।

एस आई पी क्या होता है? इसके बारे में आपको थोड़ी बहुत जानकारी मिल गई होगी। हम नीचे इस बारे में जानकारी लेंगे की एसआईपी के क्या-क्या फायदे होते हैं? इसके साथ ही हम इस बारे में भी जानकारी लेंगे की एसआईपी पर आपको निवेश करना चाहिए कि नहीं।

एसआईपी के क्या-क्या फायदे हैं? Benefits of SIP (Systematic Investment Plan)

किसी भी चीज पर निवेश करने से पहले, आपको इस बारे में जानकारी होना बेहद जरूरी है कि जहां किसी चीज से आपको फायदा होता है। तो वहीं उसके नफा नुकसान भी होते हैं। इसलिए एसआईपी पर निवेश करने से पहले आपको इस बात का ज्ञान होना बेहद जरूरी है कि एसआईपी में निवेश के जहां फायदे हैं, वही उसके नुकसान भी हैं।

एसआईपी (SIP) के क्या फायदे हैं?

एसआईपी से होने वाले फायदे के बारे में हमने निम्नलिखित बिंदु द्वारा आपको समझाने की कोशिश की है।

  1. एसआईपी करने के लिए आपको कम राशि की आवश्यकता होती है?
  2. एसआईपी में आपको कम जोखिम उठाना पड़ता है।
  3. भविष्य में एसआईपी आपको बेहतरीन रिटर्न देती है।
  4. एसआईपी पर निवेश करने से आपको प्रोफेशनल फंड मैनेजर की सुविधा मिलती है।
  5. एसआईपी पर आपको कंपाउंडिंग बेनिफिट की सुविधा भी मिलती है।
  6. Rupee Cost averaging का फायदा भी मिलता है।
  7. डायवर्सिफाइड विनिवेश की सुविधा भी मिलती है।
  8. एसआईपी पर आपको फ्लैक्सिबिलिटी मिलती है
  9. SIP पर लिक्विडिटी की सुविधा भी मिलती है।
  10. आप इस पर स्वचालित निवेश कर सकते हैं।
  11. बहुत ही कम लागत में आप निवेश कर सकते हैं।
  12. एसआईपी सुरक्षित निवेश का साधन है।

चलिए इन सारी फायदों के बारे में हम नीचे विस्तृत रूप से जानकारी लेते हैं। हमने ऊपर आपको एसआईपी से होने वाले फायदों के बारे में बताया है।

1. एसआईपी पर कम लागत की जरूरत

जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया कि एसआईपी के जरिए आप अप्रत्यक्ष रूप से स्टॉक मार्केट में अपने पैसों को लगाते हो। इस तरह का निवेश शुरू करने के लिए आप को अधिक राशि की आवश्यकता नहीं होती है। बल्कि, बेहद ही कम राशि से आप इस निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।

बड़े-बड़े स्टॉक मार्केट में कोई भी व्यक्ति बड़ी आसानी से निवेश नहीं कर पाता। लेकिन SIP के जरिए आप कम राशि से भी स्टॉक मार्केट पर निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। अगर आपके पास मात्र ₹500 भी है तो आप हर महीने ₹500 लगा कर के एसआईपी पर निवेश कर सकते हैं।

2. एसआईपी कम जोखिम भरा होता है।

जैसे कि अगर आप सीधे तौर पर स्टॉक मार्केट में निवेश करते हैं। जिसमें आपको ज्यादा जोखिम उठाना पड़ता है। सीधे स्टॉक मार्केट पर निवेश करने से आप अपने फंड को खुद मैनेज करते हैं। इस वजह से इसमें अत्यधिक जोखिम होती है। लेकिन, SIP के जरिए अगर आप स्टॉक मार्केट में अपने पैसों को निवेश करते हैं। तो पेशेवर फंड मैनेजर द्वारा इन्हें मैनेज किया जाता है। जिस वजह से इसमें जोखिम कम हो जाती है।

म्यूच्यूअल फंड के इक्विटी और डेबिट दोनों में आप एसआईपी कर सकते हैं। डेबिट फंड की एसआईपी में जोखिम की मात्रा काफी कम होती है। वही स्टॉक मार्केट में निवेश के कारण इक्विटी फंड में थोड़ी बहुत जोखिम तो होती ही है।

लेकिन, लंबी अवधि के दौरान अगर आप निवेश करते हैं तो इसमें जोखिम ना के बराबर होती है। इसलिए जब भी आप एसआईपी के जरिए म्यूच्यूअल फंड पर निवेश कर रहे हो। तो, आप यह सुनिश्चित कर लें कि आप लंबे समय की अवधि के लिए निवेश कर रहे हो।

3. एसआईपी (SIP) पर बेहतरीन रिटर्न मिलता है।

अगर आप लंबी अवधि के दौरान अनुशासित रूप से एसआईपी के द्वारा निवेश करते हैं। लंबी अवधि के दौरान किए गए निवेश पर आपको बेहतरीन रिटर्न प्राप्त होता है। जो कि कोई भी सरकारी स्कीम या अन्य स्कीम की तुलना में काफी ज्यादा होता है।

कई निवेश विकल्प तो मुद्रास्फीति के बराबर भी रिटर्न नहीं दे पाते हैं। लेकिन एसआईपी के द्वारा लंबी अवधि पर निवेश करने से औसत मुद्रास्फीति की दर से कहीं अधिक रिटर्न आप प्राप्त कर सकते हैं।

10 वर्ष या इससे अधिक के अवधी पर निवेश करने से एसआईपी पर आपको 10% से 20% तक का रिटर्न मिल सकता है। अलग-अलग फंड के प्रदर्शन के आधार पर आपको मिलने वाली राशि थोड़ी बहुत ऊपर नीचे हो सकती है। हम यहां पर कुछ आंकड़े दे रहे हैं जोकि अंतिम 10 वर्ष में एसआईपी के द्वारा रिटर्न दिया गया है।

  • Kotak small cap fund – 17.8 to percent return
  • SBI Contra fund – 11.44% return
  • Nippon India focused equity fund – 15.78% return
  • Myhre asset emerging Bluechip fund – 22.25% return

हमने जो ऊपर आंकड़े दिए हैं, इन कंपनियों ने गत 10 साल के अंतर्गत अपने निवेशकों को यह रिटर्न दिया है।

4. एसआईपी (SIP) पर पेशेवर फंड मैनेजर की सुविधा

अगर आप एसआईपी के जरिए निवेश करते हैं, आपके द्वारा निवेश किए गए पैसों को प्रोफेशनल फंड मैनेजर द्वारा मैनेज किया जाता है। इस वजह से आपके नुकसान कम होने की चांसेस रहते हैं। सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में आपको यह सुविधा मिलती है। जिससे कि आप निवेश करके कम जोखिम उठाते हैं।

वहीं अगर आप प्रत्यक्ष या सीधे तौर पर स्टॉक मार्केट पर निवेश करते हैं तो आप अपने फंड को खुद मैनेज करते हैं। इस वजह से आपको संबंधित फंड के बारे में काफी अधिक रिसर्च करना पड़ता है। इसके अलावा आप नियमित रूप से स्टॉक मार्केट से संबंधित जानकारी से आपको अपडेट रहना पड़ता है।

लेकिन, अगर आप एक ऐसे निवेशक हैं जिसके पास इतना समय नहीं कि वह स्टॉक मार्केट के बारे में अधिक से अधिक एनालिसिस करें। और स्टॉक मार्केट से संबंधित जानकारी हमेशा अपडेट रहे। तो, एसआईपी से बेहतरीन आपके लिए और कोई निवेश नहीं हो सकता है।

म्यूचुअल फंड में आपको प्रोफेशनल फंड मैनेजर की सेवाएं मिलती है। यह फंड मैनेजर मार्केट एक्सपर्ट होते हैं जो काफी अनुभवी होते हैं। इस वजह से आपके द्वारा निवेश किए गए पैसों को यह सही जगह निवेश करते हैं। यह एक बड़े फंड को मैनेज करते हैं। इस वजह से एसआईपी में आपको निवेश करने के लिए कम लागत पड़ता है।

5. एसआईपी में आपको कंपाउंडिंग बेनिफिट की सुविधा मिलती है

Compounding Benefits का मतलब यह होता है कि कमाए हुए रिटर्न पर भी आपको रिटर्न प्राप्त होता है। यानी कि आपके द्वारा निवेश किए गए पैसों पर जो ब्याज आपको मिलता है। कंपाउंडिंग बेनिफिट के जरिए उस पर भी आपको रिटर्न प्राप्त होता है।

एसआईपी में आपको जबरजस्त कंपाउंडिंग बेनिफिट देखने को मिलती है। लंबी अवधि के दौरान किए गए निवेश में आपको मेच्योरिटी अमाउंट पर अच्छा खासा रिटर्न प्रदान करती है। यह कंपाउंडिंग आपके गोलिया लक्ष्यों के लिए भी बहुत ही अच्छी तरीके से कार्य करती है।

किस तरह से आपको कंपाउंडिंग बेनिफिट पर फायदा होता है। इसे हम एक उदाहरण एवं डाटा द्वारा समझाना चाहते हैं। यहां हमने मात्र ₹500 की मासिक एसआईपी (SIP) के जरिए आपको यह समझाने की कोशिश की है कि जिस पर आपको 12% वार्षिक रिटर्न मिल रहा है। उस पर आपको कितना कंपाउंडिंग बेनिफिट मिलेगा।

इस उदाहरण में आप अच्छी तरह से देखते है कि जैसे से निवेशक रहने का समय बढ़ता जा रहा है उसमें मिलने वाला रिटर्न की राशि भी बढ़ती जा रही है। अगर आप 35 वर्षों तक ₹500 प्रति माह जमा करते हैं तो इस तरह से मैच्योरिटी पर मिलने वाली राशि 3.25 करोड रुपए हो जाती है। इन अच्छा रिटर्न्स को प्राप्त करने के लिए आपको चाहिए कि आप जल्द से जल्द एसआईपी की शुरुआत करें। चाहे यारा सी कम ही क्यों ना हो?

मान लेते हैं कि अगर आप की उम्र 20 वर्ष है और आप मात्र ₹500 प्रति माह से एसआईपी की शुरुआत करते हैं। तो मान लीजिए जब आपकी आयु 60 वर्ष की होगी तब आपने कुल निवेश 49 लाख रुपए किए होंगे जिस पर आपको मेच्योरिटी अमाउंट 5 करोड़ से भी अधिक मिलेगा।

6. Rupee Cost Averaging का भी फायदा मिलता है

SIP मैं अगर आप निवेश करते हैं तो रूपी कॉस्टिंग एवरेजिंग का भी फायदा आपको मिलता है। एसआईपी में आपको अपने निवेश के अनुसार वर्तमान नाव के आधार पर यूनिट को आवंटित की जाती है।

जब स्टॉक मार्केट ऊपर चढ़ता है तो आपको कम यूनिट प्राप्त होता है। इसी तरह से अगर मार्केट डाउन होता है तो आपको ज्यादा यूनिट मिलता है। इस तरह से देखा जाए तो आपकी निवेश की लागत हमेशा औसत रहती है।

अगर आप म्यूचल फंड में lump – sum अमाउंट एसआईपी करते हैं तो निश्चित थी आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि आपने अपने निवेश हाई मार्केट में तो नहीं कर दिया है। साथ में एसआईपी में आपको कभी भी मार्केट में टाइम करने की जरूरत नहीं पड़ती है।

7. SIP के जरिए आप डायवर्सिफाइड इन्वेस्टमेंट करते हैं।

अगर आप एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड पर निवेश करते हो। तो आप एक तरह से निकल फंड के अलग-अलग पोर्टफोलियो मैं अपने पैसों का निवेश करते हो। जैसे कि स्टॉक मार्केट, गवर्नमेंट बॉन्ड, कॉरपोरेट बॉन्ड इत्यादि।

इस सब का फायदा आपको एसआईपी में एक साथ मिलता है जो कि आपके पोर्टफोलियो को और भी अधिक विविधता देने का कार्य करती है।

8. SIP मे आपको Flexibility भी मिलती है।

फ्लैक्सिबिलिटी का अर्थ है, अभी आपको अपने निवेश का प्ररूप बदलना है तो आप उसे आसानी से कर सकते हैं। यदि आप सिक्स लॉक इन पीरियड वाले विकल्प जैसे कि PPF, ULIP आदि में निवेश करना चाहते हैं तो आप एसआईपी के इन विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं।

इसके अलावा आप एसआईपी में अपने इच्छा अनुसार आप अपना निवेश रिडीम करवा सकते हैं। साधारण शब्दों में कह दो एसआईपी में कोई भी लॉक इन पीरियड या फिक्स्ड प्रिया डर नहीं होता है। केवल, ELSS के अलावा। आप अपने द्वारा निवेश किए गए एसआईपी को पूरी तरह से या Partially रूप में कभी भी रिडीम करवा सकते हो। हम तौर पर देखा जाता है कि अगर आपने 1 साल के भीतर इसे रिडीम करवाया तो आम तौर पर 1% एग्जिट लोड देना होता है।

एक साल के बाद यानी कि आप कभी भी इस से रिडीम करवाते हैं तो आपको किसी भी तरह का शुल्क अदा नहीं करना पड़ता। एसआईपी जैसे निवेश में आप एसआईपी अमाउंट से संबंधित फ्लैक्सिबिलिटी भी आपको मिलती है। आप जब चाहे अपनी एसआईपी की राशि को परिवर्तित कर सकते हैं।

9. एसआईपी (SIP) तुरंत लिक्विडिटी (Liquidity) की सुविधा देती है

अगर आप एसआईपी के द्वारा निवेश करते हैं तो इसमें आपको तुरंत लिक्विडिटी की सुविधा भी मिलती है। जब भी आपको पैसों की आवश्यकता हो या कोई इमरजेंसी हो तो आप तुरंत अपने पैसों को अपने खाते में ट्रांसफर करवा सकते हैं। आमतौर पर 2 से 3 दिनों में या पैसे आपके बैंक खाते में आ जाते हैं।

आसानी से लिक्विडिटी होने की वजह से यह बहुत सारे निवेशकों के बीच में काफी लोकप्रिय भी है। इस वजह से ज्यादातर निवेशक एसआईपी में निवेश करना पसंद करते हैं।

10. एसआईपी (SIP) स्वचालित निवेश की सुविधा भी देता है

एसआईपी में निवेश करने का निवेशकों को सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप को अपने निवेश में पैसे ट्रांसफर करने के लिए अतिरिक्त समय नहीं निकालना पड़ता। ना ही आप बार-बार ट्रांजैक्शन करते हो अपनी किस्त की भुगतान करने के लिए। ना ही इसके लिए आपको बैंक जाने की आवश्यकता होती है।

बस आपको एक बार अपनी SIP scheme को ECS (Electronic clearing System) या बैंक मैंडेट करवानी होती है इसके बाद आपका किस्त का भुगतान खुद ब खुद ड्यू डेट पर आपके द्वारा चुने गए निवेश पर निवेदित हो जाता है।

11. बहुत ही कम लागत से आप एसआईपी में निवेश कर सकते हो।

एसआईपी में निवेश करने की बहुत ही कम लागत होती है। यह लागत एक्सपेंस रेशियो के रूप में आपके रिटर्न से सीधे काट ली जाती है। यहां एक्सपेंस रेशियो 1% से 2% के आसपास हो सकती है।

म्यूचल फंड जैसे सीधे निवेश प्लान में यह एक्सपेंस रेशियो और भी कम हो जाता है। इसके अतिरिक्त आपको किसी भी तरह का शुल्क अदा नहीं करना होता। वहीं अगर आप एसआईपी की शुरुआत करना चाहते हैं तो आप मात्र ₹500 से एसआईपी की शुरुआत कर सकते हैं।

12. एसआईपी एक सुरक्षित निवेश भी है।

कई निवेशकों को चिंता रहती है कि वह जिस प्लेटफॉर्म के माध्यम से एसआईपी कर रहे हैं वह कुछ वर्षों बाद बंद हो जाएगा या फिर वह आपके पैसों को लेकर के भाग जाएगा ऐसे में आपके द्वारा निवेश किए गए पैसों का क्या होगा?

इस स्थिति में आपको बिल्कुल भी घबराने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह प्लेटफार्म SEBI द्वारा पंजीकृत और रेगुलेटेड होते हैं। आपको इस बारे में जानकारी होना अति आवश्यक है कि इस तरह के प्लेटफार्म या मोबाइल एंड्राइड ऐप अपने पास किसी भी तरह का पैसा नहीं रखती है। आपके द्वारा निर्देशित की गई राशि तुरंत संबंधित फंडा हाउस के पास भेज दी जाती है। इस प्रकार देखा जाए तो एसआईपी एक सुरक्षित निवेश का तरीका है।

एसआईपी (SIP) पर निवेश कैसे करें?

एसआईपी (SIP) या म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए यह जरूरी नहीं है कि आप निवेश करने के लिए बड़ी रकम खर्च करें। आप महज ₹100 की छोटी बचत से भी एसआईपी कर सकते हैं। बाजार में ऐसे बहुत सारे म्यूच्यूअल फंड स्कीम भी मौजूद है जिसमें आप महज ₹100 मंथली एसआईपी के जरिए निवेश प्रारंभ कर सकते हैं।

एसआईपी में अगर आप लॉन्ग अवधि के लिए निवेश करते हैं तो इसमें आपको अवश्य रूप से कंपाउंडिंग का जबरदस्त फायदा मिलता है। बाजार में ऐसे कई ऐसे एसआईपी स्कीम है जिन्होंने मंथली निवेश से करोड़ों का फंड बना दिया है। जैसे कि ICICI प्रूडेंशियल वैल्यू डिस्कवरी फंड, जब यह एसआईपी पढ़ना शुरू की गई थी तो इसमें मात्र ₹10000 मंथली का एसआईपी निवेश 17 साल में 1.00 करोड़ रुपए का फंड हो गया था। यह एसआईपी म्यूचुअल फंड साल 2004 में लांच किया गया था।

म्यूच्यूअल फंड या एसआईपी में निवेश की क्या प्रक्रिया है?

म्यूच्यूअल फंड या फिर आप एसआईपी में निवेश करना चाहते हैं तो यह काफी ही आसान है। इसके लिए आपको संबंधित प्लेटफार्म या android.app में अपना KYC ( नो योर कस्टमर) पूरा करना होता है। आप यह प्रक्रिया भी बहुत ही आसानी से कर सकते हैं। अगर आपका आधार आपके मोबाइल नंबर से जुड़ा है तो आप आसानी से ऑनलाइन केवाईसी की प्रक्रिया को अपना सकते हैं और कुछ ही मिनटों में आपका केवाईसी हो जाएगा।

एसआईपी में निवेश के लिए आप किसी भी पेमेंट मोड को अपनी सुविधा जनक तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं। पूरा प्रोसेस यहां डिजिटल और कांटेक्टलेस होता है। बस आपको आपकी मंथली निवेश की लिमिट के लिए फंड हाउस को हर महीने कुछ पैसे देने होते हैं। जिससे आप ऑटोमेटिक पेमेंट मैंडेट के जरिए अपने बैंक से करवा सकते हैं। इसके अलावा आजकल कई सारे मोबाइल एप आपको ऑनलाइन पेमेंट करने की सुविधा भी देते हैं।

एसआईपी में निवेश पूरी तरह से ट्रांसपेरेंसी यानी पारदर्शिता के साथ होती है। यहां पर आप अपने फंड मैनेजर द्वारा आपका पैसा किस किस स्टॉक में लगाया जा रहा है, इसे आप जब चाहे ऑनलाइन देख सकते हैं। इसके अलावा आप अपने स्कीम की परफॉर्मेंस हर रोज चेक कर सकते हैं।

एसआईपी (SIP) के लिए कौन-कौन से कंपनियां अच्छी है?

ऐसे तो डिजिटल क्रांति आने के बाद, इंटरनेट की दुनिया में कई सारे ऐसी कंपनियां आ गई है जो एसआईपी जैसी निवेश की सुविधा प्रदान करती है। लेकिन फिर भी ज्यादातर निवेशक द्वारा निम्नलिखित कंपनियों पर अधिक विश्वास किया जाता है।

  • Zerodha
  • Groww
  • 5Paisa
  • Angel Broking
  • Upstox
  • Motilal OswL
  • ICICI Direct
  • IIFL/India Info line

SIP पर निवेश करके आपके पैसे किस तरह से बढ़ते हैं?

जब भी आप एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड पर निवेश करते हैं तो आपको इसके बदले में कुछ यूनिट्स आलोट की जाती है। चलिए इसे हम एक उदाहरण के जरिए समझते हैं। चलिए मान लिया कि मैंने किसी XYZ कंपनी के SIP पर निवेश किया है। कंपनी के म्यूच्यूअल फंड का NAV (Net Asset Value) वर्तमान समय में ₹20 है।

मान लेते हैं कि हमने ₹1000 का निवेश किया, जिससे की एक यूनिट की कीमत लगभग ₹20 है। उस हिसाब से हमें 50 यूनिट्स आलोट कर दी जाती है। अगर हम कुछ सालों बाद इसमें निवेश करते हैं और XYZ कंपनी के एसआईपी NAV ₹30 हो जाती है तो आपको 50 यूनिट की कीमत बढ़ कर के ₹1500 हो जाएगी। ऐसे में आप यह साफ तौर पर देख सकते हैं कि अगर आप एसआईपी लंबी अवधि के लिए करते हैं तो निश्चित ही रूप से इसमें आपको फायदा मिलने वाला है।

एसआईपी में निवेश करने के कुछ अन्य फायदे।

  • अगर आप एसआईपी में निवेश करके एक नियमित आय पाना चाहते हैं तो आप एसआईपी में डिविडेंड प्लान को चुन सकते हैं। इस तरह की एसआईपी में आपको समय-समय पर डिविडेंड मिलता है।
  • आप म्यूचल फंड की ELSS स्कीम में निवेश करके अपना टैक्स की बचत भी कर सकते हैं। इसमें आपको इनकम टैक्स की धारा 80 (c) के अंतर्गत 1.50 लाख रुपए तक निवेश में छूट दी जाती है।
  • अगर आप अपने पैसों को बचत करने के लिए बैंक में एफडी इत्यादि करते हैं। तो हम आपको यह बता देना चाहते हैं कि अधिकतर बैंक अपनी आईडी पर मुद्रास्फीति से भी कम रिटर्न देती है। ऐसे में आपके लिए एसआईपी एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
  • आप कभी भी अपनी एसआईपी बंद करवा सकते हैं और इसके लिए आपको किसी भी तरह का जुर्माना या हर्जाना नहीं भरना पड़ता।
  • अगर आपके पास में पैसों की कमी है तो आप अपने एसआईपी की किस्त को एक 2 महीने के लिए रोक भी सकते हैं।
  • टाइपिंग में निवेश करने के लिए पैसों की कोई भी सीमा नहीं होती है। आप अपना सामर्थ्य के अनुसार इसमें निवेश कर सकते हैं। यहां तक कि आप एसआईपी ₹100 से भी शुरुआत कर सकते हैं।

SIP मे आपको निवेश करना चाहिए या नहीं?

आज का हमारा यह लेख पढ़कर के आपको यह समझ में आ गया होगा कि आपको एसआईपी में निवेश करना चाहिए या नहीं? हमने यहां पर एसआईपी से होने वाले फायदे के बारे में आपको भली भांति जानकारी उपलब्ध कराई है।

हमारा पूरा आर्टिकल पढ़ने के बाद आप भी अब खुद निश्चित और निसंकोच रूप से सोच सकते हैं कि आपको SIP पर निवेश करना चाहिए या नहीं? अगर आप सीधे तौर पर स्टॉक मार्केट में निवेश नहीं करना चाहते हैं तो एसआईपी के जरिए आप इसमें निवेश कर सकते हैं। यह आपके लिए एक बेहतरीन निवेश साबित हो सकता है। इसके साथ ही आप भविष्य में अपने लिए एक अच्छी खासी रकम भी जमा कर सकते हैं।

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दोस्तों में, facttechno.in का संस्थापक हूं। मैं अपनी इस ब्लॉग पर टेक्नोलॉजी और अन्य दूसरे विषयों पर लेख लिखता हूं। मुझे लिखने का बहुत शौक है और हमेशा से नई जानकारी इकट्ठा करना अच्छा लगता है। मैंने M.sc (Physics) से डिग्री हासिल की है। वर्तमान समय में मैं एक बैंकर हूं।

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